बेटों की मां (भाग 2) – शिप्पी नारंग : Short Hindi Inspirational Story

मुझे सुनकर बहुत अच्छा लगा फिर मैं इधर उधर नजर दौड़ाने लगी तभी एक कुर्सी पर बैठी एक महिला पर नजर पड़ी जो आंखों में चश्मा चढ़ाए अखबार में डूबी हुई थी उन्हें देखकर मेरे जहन में किसी की तस्वीर आ गई और फिर मैंने अपने आप ही “ना” में सिर हिला दिया वो भला … Read more

बेटों की मां (भाग 1) – शिप्पी नारंग : Short Hindi Inspirational Story

गाड़ी एक धचके से ‘आशा किरण’ के सामने रुकी, मैंने चौंक पर आंखें खोली, बेटे की तरफ देखा और पूछा “आ गए क्या हम?” बेटे ने हां में सिर हिलाया तब तक ड्राइवर ने आकर मेरी तरफ का दरवाजा खोला और मुझे सहारा देकर उतारा बेटा भी तब तक मेरे पास आया और मेरा हाथ … Read more

“नियति क्या ना कराए”

नियति कैसे कैसे खेल दिखाती है !आज तक राजा को रंकऔर रंक को राजा होते सुना है ;किंतु आज जो मैं कहानी आपको बताने जा रही हूं, वह एक ऐसी मासूम लड़की की है ,जो कारावास में उम्र कैद की सजा काट रही है!जेलर के पद पर मेरी पोस्टिंग कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र की महिला … Read more

नियति : Best Hindi Story

शालू की शादी अचानक से तय हो गई थी। एक शादी समारोह में ही लड़के के मां बाप ने अपने बेटे से शादी के लिए ऑफर किया था। शालू थी ही ऐसी खूबसूरत! जो भी देखे मुग्ध हो जाए ।खूबसूरत ही नहीं, खूबसूरती के साथ-साथ पढ़ाई- लिखाई और हर काम में दक्ष। भला कौन इसे … Read more

नियति का खेल: Online Hindi Kahani

कंचन अपने माता-पिता की अकेली लाड़ली संतान थी । उसके जन्म के बाद से पिता के व्यवसाय में वृद्धि हुई है इसलिए पिता उसकी हर बात को मानते थे ।  गाँव के स्कूल में पाँचवीं तक की ही कक्षाएँ ही थी । उसके सब लड़कियों को पढ़ाना बंद कर देते थे और बारह साल की … Read more

पथभ्रष्ट : Motivational Story In Hindi

रात के बारह बज रहे थे,माया देवी बार-बार घर के बाहर गेट की ओर देख रही थी। माया देवी के मन-मस्तिष्क में अनगिनत सवाल अपने बेटे रजनीश को लेकर उठ रहे थे,जिसका स्वाभाव पिछले तीन चार वर्षों से बिल्कुल बदल चुका था, वह अक्सर शराब पीकर रात को देर से घर आता था,माया के तीन … Read more

 नियती : Motivational Hindi Kahani

अरे..इस लड़के के हाथों में तो  “12 मार्च 2023” तक “नौकरी का योग” है ही नहीं, कुंडली में “शनि की महादशा” चल रही है.. शास्त्री जी ने अमोल की कुंडली देखकर कहा.. और यह सुनकर अमोल ठहाके मारकर हँस पड़ा.. अरे शास्त्री जी कुंडली ज़रा ठीक से देखिए, अमोल एक होनहार छात्र है, अभी उसने … Read more

नियति का चक्र

सासू माँ विजयाजी कई दिनों से बहू की हरकतें देख रही थी.. कभी बहू नेहा चुपचाप रसोईघर में कुछ बनाते बनाते खा लेती , अगर विजया जी पहुँच जाती तो चुपचाप गैस के नीचे खाने की चीज सरका देती, अपना पल्लू बड़ा सा कर लेती .. घूंघट के अंदर से ही जल्दी जल्दी खाना गले … Read more

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