समय का पहिया चलता रहता… – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral stories in hindi

“बहुत-बहुत बधाई हो,रिया आपको। यह आपका पहला चेक है। पूछना तो  ठीक नहीं है लेकिन आप मेरी बेटी जैसी हैं…! मैं यह जान सकता हूं कि आप अपनी पहली सैलरी से क्या करेंगी?”जिस कंपनी में रिया नौकरी करने आई थी वहां का एच आर हरमेश बोला। “थैंक यू सो मच सर इस चेक के लिए। … Read more

अपनों सा…! : Moral stories in hindi

तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा हॉल सन चुका था।  उसके साथ ही मयूर पब्लिकेशन के मैनेजर प्रकाश और मेरे घनिष्ठ मित्र बैंक मैनेजर लालजी सबके चेहरे पर एक गर्वित मुस्कुराहट छा गई। मंच के आयोजक ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मेरे पास आकर कहा “आज के शुभ अवसर पर हमारे लेखक महोदय अरुण आकाश … Read more

प्रेम भरे रिश्ते – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral stories in hindi

मेरे गृहनगर में मेरा स्थानांतरण कर दिया गया था।  मन ही मन बहुत ज्यादा खुशी हो रही थी। ऐसा भी हो सकता है विधाता के इस निर्णय पर…! मन में जितनी खुशी थी उससे ज्यादा रोमांचक फील कर रही थी। अपने माता-पिता के घर में जाकर रहना, कितनी खुशी की बात होती है…!! बड़े भैया … Read more

बेघर – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : hindi stories with moral

hindi stories with moral : सुबह-सुबह मैं अपने किचन गार्डन में पौधों में पानी दे रही थी तभी मोबाइल बजने लगा। मैं जल्दी से हाथ धोकर अपने रूम में आई और मोबाइल उठा लिया। शिवनाथ अंकल का फोन था। मैंने फोन उठाया  “अंकल नमस्ते ,कैसे हैं ?” “नमस्ते बेटा…!, वह बोलते हुए रुक गए। मैं … Read more

गूंगा बेटा – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  “तुम्हारे पापा ने कितने प्यार से यह कोठी बनवाया था…अब उसे बेचकर.. क्..क्या फायदा…कम से कम मेरे जीने तक तो छोड़ दो…!”कांपती हुई आवाज़ में सुकन्या देवी अपने बेटे से बोल रहीं थीं। अमन फोन पर ही चीख उठा “मां…हर कोई अपने खुशी से ही घर बनाता है…चाहे वह पापा … Read more

फूल ही फूल खिल गए – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : एक तरफ आए हुए फोन ने मुझे चौंका दिया था दूसरी तरफ पुरानी यादें भंवर बनकर मुझपर हावी होने लगी थी।  मेरे बेटे शलभ ने मुझे बधाई देते हुए कहा था “मां,तुम्हारी तपस्या पूरी हो गई।तुम्हारा बेटा जूडिशियल परीक्षा निकाल लिया है।मां अब तो गर्व है ना मुझपर। तुम्हारे वो … Read more

गृहलक्ष्मी की तपस्या – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “माली काका…!” सुजाता जी की आवाज पर रामदीन पास आते हुए कहा  “जी मालकिन !” “आज अपने पैसे ले लेना।” ठीक है मालकिन यह कहकर रामदीन अपना काम करने लगा। “जल्दी-जल्दी हाथ चलाओ।आज शाम तक मुझे घर बिल्कुल परफेक्ट मिल जाना चाहिए ।” “जी मालकिन!” घर में रंग रोगन का … Read more

ममता का आंचल – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “रिया ,हमारी बच्ची अपने स्कूल की टॉपर हो गई है!”खुशी से चहकते हुए शेखर ने रिया से कहा। “क्या बात कर रहे हो?” रिया ने चाय बनाते हुए कहा। ” अभी-अभी उसके प्रिंसिपल का फोन आया था। उन्होंने ही बताया हमारी बच्ची स्कूल की टॉपर है ।सबसे ज्यादा हाईएस्ट परसेंटेज … Read more

सत्यमेव जयते – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “सुलभा..!,आज जरा ज्यादा देर तक रुक जाना।थोड़ा खाना बनाने में मदद कर देना और बरतन समेटने में भी।”सौम्या की आवाज ने सुलभा को चौंका दिया। वह चौंक कर अपनी मालकिन सौम्या को देखने लगी। “क्या हुआ सुलभा…?ऐसे क्यों देख रही हो?”सौम्या ने पूछा। “मैडम जी,आज कुछ खास है क्या?” सुलभा … Read more

ये इल्जाम भी गवारा है….! – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ उस कागज के टुकड़े को बार-बार खोलकर बंद कर फिर हिम्मत कर विधि ने खोला।   विकास ने लिखा था  “विधि, हिम्मत करो और अपने सामान के साथ घर से बाहर निकल जाओ ।मैं स्टेशन पर तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं। हम कहीं दूर चले चलेंगे और अपनी जिंदगी एक … Read more

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