मैं बहू के रंग में रंग गई – के कामेश्वरी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : राजन अपनी पत्नी सुलोचना और दो बेटों के साथ चेन्नई में रहते थे । अपनी नौकरी की व्यस्तता के कारण घर की ज़िम्मेदारियों पर ध्यान नहीं दिया करते थे । सुलोचना ने ही शुरू से घर बच्चों और परिवार की घर की ज़िम्मेदारी निभाती रही हाँ इस बात के लिए … Read more

शक – के कामेश्वरी   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : हम सब भाई बहन एक साथ बैठकर बातें करते हुए खाना खा रहे थे । ऐसे लगा जैसे कोई दरवाज़े पर दस्तक दे रहा है । पहले तो हमने ध्यान नहीं दिया था क्योंकि कालिंग बेल बजाने के बदले में कोई दरवाज़े पर दस्तक क्यों देगा ।  माँ ने कहा … Read more

अधिकार – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : स्वरूप अपनी बहन मीना से बात कर रहा था जो आस्ट्रेलिया में नौकरी करती है । उसके दो बच्चे हैं और उसका पति अपने ऑफिस के कोलिग के साथ अलग घर बसाने लगा था । मीना पढ़ी लिखी और उच्च पद पर कार्यरत थी । उसने अपने पति की इस … Read more

ऐसे पुरुषों को क्या कहें – के कामेश्वरी  : Short Stories in Hindi

लोकेश एक बहुत बड़े वकील थे । उन्होंने गाँव की एक सीधी सादी जानकी से विवाह किया था । उनका एक ही भाई था । उसकी शादी हो गई थी परंतु उनके बच्चे नहीं हुए थे । माता-पिता की मृत्यु के बाद दोनों भाई मिल-जुलकर एक ही घर में रहते थे ।  लोकेश क्रिमिनल लॉयर … Read more

अधिकार का मोह – के कामेश्वरी 

उमा की शादी नहीं हुई थी वह पैंतालीस की हो गई थी माता-पिता उसके लिए रिश्ते ढूँढते हुए थक गए थे ऐसा नहीं था कि वह खूबसूरत नहीं है कहते हैं कि संजोग नहीं है । पिताजी की मृत्यु के बाद उसने पूरे कारोबार को अपने हाथों में ले लिया था । एक ही छोटा … Read more

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