छोटा मुंह बड़ी बात – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अरे प्रदीप जी…. यार.. घर में एकलौती बिटिया की शादी है, फिर भी खास रौनक नजर नहीं आ रही! अरे भाई एक ही बेटी है तुम्हारी, उसमें तो जी खोलकर पैसा लगा दो, इन पैसों को साथ ही ऊपर लेकर जाओगे क्या ? ना तो कोई ढंग की सजावट की गई है ना ही कोई … Read more

तकरार – हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

छोटे बेटे की शादी में विशंभर  जी को डांस करते देखकर पता नहीं क्यों उनकी पत्नी और बेटी की आंखें भर आई, इतने सालों में कभी विशंभर जी को इतना खुश नहीं देखा, छोटा बेटा बहुत ज्यादा सीधा था, इस नए जमाने की हवा उसे लगी ही नहीं थी, इस जमाने का श्रवण कुमार था … Read more

हमारी बेटी की आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है : Moral stories in hindi

अरे ओ रोशनी की मम्मी.. क्या बात है.. सुना है  रोशनी की शादी अभी नहीं करना चाहते तुम? अभी इसे और पढ़ाना चाहते हो? अरे भाई आजकल जमाना खराब है, लड़कियों की समय से शादी हो जाए तो ही अच्छा है! कोई लड़का वड़का देखा हो तो बताओ..! हमारे इनके ऑफिस में अभी एक 27- … Read more

मुझे क्षमा कर दो बाबा –   हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

बाबा… मेरी सभी सहेलियों का ब्याह हो गया, बस तू ही है जो मेरा विवाह नहीं करना चाहता, पता है बापू …मेरी जो सहेली है रीना, उसको अपने विवाह में चार जोड़ी लहंगा चोली, बहुत सारी साड़ियां आए हैं ,और उसके छोटे भाई को भी दो जोड़ी कपड़े सिलवाए हैं उसके बापू ने! और बाप … Read more

इम्तिहान ही तो है – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

नालायक.. यह सिला दिया तूने पूरे साल भर की मेहनत का… हम तो आज तक यह सोचते रहे कि तू कमरा बंद करके अपनी पढ़ाई कर रहा है, और तू हमारी आंखों में धूल झोंक रहा था! यह देख तेरे नंबर… दसवीं बोर्ड में 65% आए हैं, कैसे करेगा अपने डॉक्टर बनने का सपना पूरा, … Read more

हे राम यह क्या हो गया – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

राधिका सामान्य मध्यम वर्गीय परिवार की बेटी थी किंतु उसके सपने अमीरों के जैसे थे! राधिका को बचपन से ही मॉडर्न कपड़े पहनने का बहुत शौक था किंतु जैसे जैसे बड़ी होती गई उसके मॉडर्न और छोटे कपड़ों पर रोक लगती चली गई! एक दिन उसने मम्मी से पूछा, मम्मी.. आप मुझे मॉडर्न कपड़े क्यों … Read more

हां….. मेरी मां ने यही सिखाया है – हेमलता गुप्ता: Moral stories in hindi

  हे भगवान… देखो तो, संध्या बाती कासमय हो गया, घर में कैसा अंधेरा हो रहा है, संध्या बहू कहां है, क्या कर रही है? घर में अंधेरा कैसे कर रखा है? हे भगवान.. सब काम मुझे ही  देखने होते हैं, थोड़ी देर बाहर रिश्तेदारी में क्या चली गई घर में तो अंधेरा करके रख दिया, … Read more

क्या बिना पैसों वालों की औकात नहीं होती – हेमलता गुप्ता: Moral stories in hindi

यह देखो रिचा… तुम्हारे पापा ने नेग में₹1100 ही दिए हैं, क्या यही औकात रह गई है मेरी! महीने की लाखों की सैलरी है मेरी, अच्छा लगता है ₹1100 देना… !अरे यार नितेश.. प्लीज.. यहां तो शांत हो जाओ, यह तुम्हारा घर नहीं है मेरा मायका है, और यहां तुम इकलौते जमाई नहीं हो, मेरे … Read more

धिक्कार है ऐसे रिश्तों पर –  हेमलता गुप्ता: Moral stories in hindi

रवि, उसके बड़े भाई विजय और विजय की पत्नी सुरभि तीनों का छोटा सा और सुंदर परिवार था! रवि और विजय के माता-पिता का देहावसान हो चुका था, सुरभि रवि को अपने बेटे जैसे ही प्यार करती थी, और इन इन दिनों  घर में रवि की नौकरी लगते ही शादी की तैयारी शुरू होने लगी … Read more

बेटी के ससुराल में मां का हस्तक्षेप- हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

और मम्मी क्या बताऊं आपको… मेरी सासू मां अपनी बेटी के लिए न जाने क्या-क्या करती रहती हैं, इनका तो बस नहीं चलता नहीं तो पूरा घर ही उनके नाम कर दे! अभी परसों दीदी (नंद)के यहां जलवे का फंक्शन है, और मम्मी जी ने उनके लिए ढाई लाख के कंगन बनवाए गए हैं, जब … Read more

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