बड़े बड़प्पन भूल गए   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : खून के रिश्ते भगवान बनाता है और दोस्ती का रिश्ता हम स्वयं बनाते हैं। कई बार खून के रिश्ते इतना दिल दुखाते हैं कि इंसान ना तो बर्दाश्त कर पता है और ना ही किसी से कह पाता है। ऐसे ही कुछ रिश्तो को ढो रही थी ममता। ईश्वर ने … Read more

क्या किस्मत है? – गीता वाधवानी   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आशी की शादी को 10 वर्ष बीत चुके थे। अभी तक उसकी गोद खाली थी। पूजा पाठ, हर तरह से इलाज हो चुका था लेकिन किस्मत थी कि उस पर खुश ही नहीं हो रही थी। न जाने क्यों किस्मत उसके साथ ऐसा खेल खेल रही थी। अब तो उसकी … Read more

झूठी शिकायत – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : टिंग टोंग दरवाजे पर घंटी बजी। आशीष ने दरवाजा खोला (जहां वह किराए पर रहता था।उसका परिवार भोपाल में रहता था।) दरवाजा खोलते ही उसने देखा कि सामने पुलिस खड़ी है।  आशीष इंस्पेक्टर से-“हां जी सर?”  इंस्पेक्टर-“तुम्हारा नाम आशीष है?” आशीष-“जी सर”।  इंस्पेक्टर-“थाने चलो, तुम्हारे खिलाफ शिकायत आई है रिपोर्ट … Read more

मतलबी रिश्तों के बीच, एक रिश्ता ऐसा भी – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : उत्तर प्रदेश का एक सुंदर गांव माधोपुर। चारों तरफ हरियाली खेत खलिहान, शुद्ध हवा पानी और गांव के लोगों का प्रकृति से प्रेम, प्रकृति से जुड़े रहना, यही सब मन को मोह लेता है।  माधोपुर के लोगों का जीवन बड़ा शांतिपूर्ण था। हालांकि अब वहां के जीवन में मोबाइल प्रवेश … Read more

दुल्हन बनने का अरमान – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आज दिव्या बहुत खुश थी। उसे देखने लड़के वाले आ रहे थे। बचपन से ही दिव्या को साड़ी और लहंगा पहनकर सजने सवरने का और दुल्हन बनने का बहुत शौक था। उसका दुल्हन बनने का एकमात्र अरमान था। पढ़ने लिखने में वह एक औसत छात्रा थी। उसका एक बड़ा भाई … Read more

सुख दुख के रंग –  गीता वाधवानी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: खुशहाल और हरप्रीत कौर के दो बेटे थे अमनदीप और खुशदीप। अमनदीप बड़ा ही भला और भोला इंसान था। अमनदीप की खासियत थी उसकी मुस्कान। ऐसी मुस्कान की जो देखे निहाल हो जाए।  खुशदीप भी नेक बंदा था। उनकी कपड़ों की दुकान थी। काम धंधा बढ़िया चल रहा था। पूरा परिवार … Read more

सौतन का समर्पण – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: ममता स्कूटी पर अपनी बेटी आशी को स्कूल छोड़ने जा रही थी। उसके पति आशीष पास के अस्पताल में ही डॉक्टर थे। आशी  8 -9 साल की एक होशियार लड़की थी। स्कूटी पर बैठे-बैठे आशी ने कहा-“मम्मी मम्मी, वह देखो पापा की कार, पापा के साथ कोई आंटी बैठी है।”  ममता-“बेटा, … Read more

दो पल के आंसू – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: दीपक-“राशि जल्दी करो यार और कितना टाइम लगाओगी। इतनी जबरदस्त सर्दी पड़ रही है हमें समय से वापस भी आना है भई।”  राशि-“इतना दूर का रिश्ता है, सर्दी के कारण ही मैं आपसे इस शादी फंक्शन को टालने के लिए कह रही थी, पर आप सुनते हैं क्या किसी की। ठंड … Read more

लिटिल एंजल  – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : शिखा की छोटी सी, प्यारी सी 10 वर्षीय बेटी कनिका पांचवी कक्षा में पढ़ती थी। पढ़ाई में अव्वल, खेलकूद में अव्वल, स्वभाव ऐसा प्यारा कि सबका मन मोह लेती थी। पूरे घर की लाडली परी। दादा दादी, नाना नानी, चाचा चाची, मामा या मौसी कोई ऐसा ना था जिसका उसने … Read more

शक और शिकायत – गीता वाधवानी   : Short Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : एक मध्यम आय वाला आदमी था। नाम था उसका रामलाल। वह किसी  ऑफिस में क्लर्क था। वह ईश्वर पर बहुत विश्वास रखता था लेकिन कभी-कभी मंदिर जाकर भगवान से बहुत शिकायतें करता था और उनके सामने ऐसी बातें करने लगता था कि ईश्वर भी सोच में पड़ जाते थे कि … Read more

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