अधिकार नहीं परिवार – डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  “माँ जी आपके लिए चाय लाई हूँ  पी लीजिये।”  शशि चाय की प्याली लेकर सासू माँ के कमरे में घुसते हुए बोली । उसने देखा माँ जी जल्दी- जल्दी अपने आँचल की छोर से आंखें पोंछ रही थीं। उससे रहा नहीं गया उसने पूछ लिया-” माँ जी क्या बात है … Read more

“मैं कोई सीता नहीं” – डॉ .अनुपमा श्रीवास्तवा

पल्लवी लगभग दो मिनट तक बेल बजाती रही पर किसी ने भी दरवाजा नहीं खोला। वह थककर वहीं बैठ गयी।  प्यास से उसका हलक सूख रहा था। जल्दी घर पहुंचने के चक्कर में उसने रूककर पानी भी नहीं पिया था। अभी वह सोच ही रही थी कि क्या करे इतने में भड़ाक से दरवाजा खुला। … Read more

“माँ का दिल” – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “  सुबह -सुबह चाय की प्याली लिए  मैं उपर के कमरे में गई तो देखा चाचीजी अपना सामान बाँध रही थीं। मुझे देखा तो थोड़ी ठिठक गईं। मैंने उन्हें चाय की प्याली पकड़ाते हुए कहा-” चाचीजी यह सुबह -सुबह क्या कर रही हैं। “ वह थोड़ी ठिठक गईं और बोली-” … Read more

“मेरा कान्हा!” – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “रोहन की माँ लो यह अपने पूजा पाठ का सामान… जितना याद आया था सब दुकान से लेकर आया हूँ । इस बार खूब मन से जमकर कृष्णाष्टमी मनाओ क्योंकि कान्हा जी ने तुम्हारी मन की मुराद पूरी की है।” माँ ने चौकते हुए कहा-” कौन सी मुराद ?” पिता … Read more

“जिम्मेदारी” – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा

“देखिये भैय्या ,आपको सुनने में थोड़ा कड़वा लगेगा लेकिन मुझे यह मजबूर होकर  कहना पड़ रहा है कि हम पूरे खानदान भर का  बोझ नहीं उठा सकते! मेरी भी अपनी जिन्दगी है। जिन्दगी की छोटी- मोटी खुशियां हैं ,बाल बच्चे हैं। मुझे उनके लिए भी सोचने की जरूरत है। बचपन से हमने जो जोड़- तोड़कर … Read more

झड़ते अरमान -डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi :  राखी,…राखी…उठो बेटा सुबह हो गई देखो तो…तुम्हारे चारो भाई तैयार होकर बैठ गए हैं आँगन में!!    मेरी रानी तुम्हें पता भी है सब तुम्हारे लिए ढेर सारे रंग बिरंगे खिलौने और सुंदर -सुंदर गुड्डे गुड़िया भी लाए हैं उपहार में देने के लिए ! माँ प्यारी सी पांच साल की … Read more

सेवा नहीं समर्पण – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi:  श्रुति…श्रुति…ओ श्रुति…..!  ऐसे अनसुना मत करो यार! आकाश के कई बार आवाज लगाने के बावजूद भी वह भीड़ में घुसी जा रही थी। श्रुति को कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था । हाथ में चार -पांच सामान से भरा थैला लिये पसीने से लथपथ वह रिक्शे की तलाश में बढ़ती … Read more

सपनों का लाल! – डॉ. अनुपमा श्रीवास्तवा : Moral stories in hindi

28mMoral stories in hindi  : काकी क्या कर रही हो इतनी देर से! पोछा लेकर सो गई कमरे में क्या ? जल्दी -जल्दी निपटाओ सारे काम को मुझे देर हो रही है। यह  काकी भी  न एक नंबर की कामचोर है पता नहीं कैसे  मांजी को यह पसंद आती थी। एकदम से बैलगाड़ी है। सुमि … Read more

किसकी नज़र? – डॉ .अनुपमा श्रीवास्तवा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : भैया, आप मेरे लिए एक मोबाईल ले आना। मेरे सभी दोस्तों के पास एक से बढ़कर एक अच्छे कंपनी की मोबाईल है। सब कहते हैं कि बहुत काम का चीज़ है जब चाहो एक ऐप् की सहायता से मैथ का डाऊट क्लियर कर सकते हैं। अब आप तो यहां हो … Read more

“ससुराल का खौफ” – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “अरे भाग्यवान! माँ हो की कसाई हो!” कितनी जोर से चांटा मारा है कि बेचारी बच्ची के गाल पर पांच उंगलियों के निशान पड़ गये हैं। हो सगी माँ .. लेकिन व्यवहार तुम्हारा सौतेली माँ की तरह ही रहता है ! माँ भी गुस्से में शुरू हो गईं और बोलीं-” … Read more

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