खुशियों को किसकी नजर लग गई – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कुछ वर्षों पहले तक सुधाकर जी का परिवार खुशहाल परिवारों की श्रेणी में आता था, किंतु अब अचानक ऐसा क्या हो गया की… परिवार की खुशियां को किसी की नजर लग गई. ! हंसता खेलता परिवार आज विषाद  के गम में डूब गया!    सुधाकर जी के दो ही पुत्र थे! … Read more

रिश्तों का अधिग्रहण – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : क्या बात है श्रीमती जी… ये डायरी में क्या लिखा जा रहा है….. और मंद मंद मुस्कुराया जा रहा है …? चिट्ठी …चिट्ठी लिख रही हूं श्रीमान जी और प्लीज मुझे डिस्टर्ब ना करें.. आज के जमाने में कोई चिट्ठी लिखता है क्या ..?? और वैसे वो महत्वपूर्ण व्यक्ति है … Read more

“भाग्यवान”- कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुलेखा कई दिनों से देख रही है की उसकी छोटी बेटी रिया बहुत उदास और सबसे खींची – खींची सी रहने लगी है, पहले जहां सारा घर रिया की शरारतों से गुलज़ार रहता था वही उसकी ये चुप्पी घर में सब को खल रही थीं। पति सिद्धार्थ , सास – … Read more

दरार !- अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज मंजरी ने सौरभ को अपनी दोस्त रिया के साथ देखा तो अंदर की जलन को रोक नहीं पाई उसे पता था जो आज रिया के पास है वो कल तक उसका था सौरभ मंजरी से बहुत प्यार करता था लेकिन उस समय सौरभ की नौकरी साधारण थी और मंजरी … Read more

समय की मार- डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : तेल की धार और समय की मार दोनों में एक समानता है… तेल नीचे की ओर बहता है और समय की मार जब पडती है तो अच्छों अच्छों की बुद्धि कुंद हो जाती है।     हरिबाबू और उनकी पत्नी रमादेवी एक-दूसरे को देखते और आहें भरते।   रमा जो अपने पति की … Read more

हां, मै उससे जलती हूं!! -अर्चना खंडेलवाल  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रिंकी, आज तू स्कूल गई थी तो स्कूल में कुछ महत्वपूर्ण बात हुई तो मुझे बता दे, मै अभी दो दिन और स्कूल नहीं आ पाऊंगी, मेरे दादाजी की तबीयत ठीक नहीं है, और मै यहां गांव में अपने मम्मी-पापा के साथ आई हूं, श्रेष्ठा ने अपनी सहेली रिंकी को … Read more

बेसहारे को सहारा – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ बेटा देखना जरा ये सामान मिलेगा क्या… अगर हो तो बाँध कर हमारी कार तक भिजवा सकते हो?” सुनंदा जी ने दुकान में खड़े एक लड़के से कहा “ मुझे ये लिस्ट दे दीजिए और आप उधर बैठ जाइए ।” कहते हुए उस लड़के ने लिस्ट लेकर सुनंदा जी … Read more

हमारे घर की बहुएँ डांस-वांस नहीं करती – रश्मि सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कशिश-संध्या दीदी तो इतना अच्छा डांस करती है कि जीजा की के साथ साथ ससुराल वाले भी फैन हो जाएँगे। आपने सोचा है दीदी कि लेडीज संगीत में कौन से गाने पर  डांस करोगी।  संध्या-अरे नहीं। वहाँ मम्मी ने तो पहले ही फ़ोन करके कह दिया था कि कोई कितना … Read more

रिश्तों का फर्क- शिप्पी नारंग : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “भाभी आप यहां किचन में घुसी हुई हैं चलो ना बाजार नहीं जाना क्या ? परसों राखी है बस आज का दिन है कल ऑफिस जाना है तो समय ही नहीं मिलेगा।” राशि ने अपनी जेठानी नमिता से कहा। “पर मैंने तो तीन दिन हुए राखी कोरियर से भिजवा दी … Read more

अंतिम प्रणाम – पूर्णिमा सोनी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :   विद्या जी सूनी आंखों से सबको देख रही थी। आज उनके  पति सीताराम जी की तेरहवीं थी। सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त हुए थे। अपने बनाए बड़े से आवास में रहते थे।  लंबे समय से सेवानिवृत्त ही थे।  यूं तो कहने को उसी घर में उनके बेटा बहू,पोता पोती भी … Read more

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