काश ऐसे समझने वाली सास हर घर में हो? – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi

जब नेहा शादी होकर आई रसोई के कार्यों से अनभिज्ञ थी। नेहा की मम्मी ने पहले ही कह रखा था। मेरी नेहा रसोई के काम में परफेक्ट नहीं है ये बात सासू मां अच्छी तरह से जानती थीं। इसीलिए पैर छुआई के समय एक डायरी देते हुए कहा ” बेटा मैं रहूं या ना रहूं … Read more

एक अल्हड़ एक परिपक्व – मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi

आज मधु जी  जिम्मेदारी से मुक्त हो गई ।  सबसे छोटे बेटे गोपाल की शादी अपने पसंद की लड़की रागिनी से किया ।‌ मधु जी के दो बेटे थे बड़ा बेटा आलोक जो स्वयं बैंक में कार्यरत था और अपनी ही सहकर्मी प्राची जो अंतर जाति थी, से” लव मैरिज” की । हालांकि घर वाले … Read more

भाभी – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

रश्मि एक शांत स्वभाव की महिला थी, जो घर की जिम्मेदारियां संभालने में व्यस्त रहती थी ! उसका पति राजीव एक समझदार और मेहनती इंसान था l उसका देवर महत्वकांक्षी युवक था, जो अपने करियर को बहुत आगे बढ़ाना चाहता था l शुरुआत में सब कुछ ठीक चलता रहा, उनके बीच सामान्य सोहाद्र था l … Read more

भाभी है नौकरानी नहीं – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

मम्मी! फ्रिज में मैं कल केक देखा था, आज नहीं है किसने खाया? तिथि ने कहा  मुझे क्या पता? मैं कौन सा केक खाती हूं? पूछ तेरी भाभी से, पूरे दिन घर पर वही रहती है, खाया होगा तभी, कमला जी ने कहा  तिथि:  भाभी! कल मैंने केक का एक पीस देखा था फ्रिज में, … Read more

मां हम बहनों के शगुन में भेदभाव क्यों! – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

” आ गई बेटा .….. बड़ी देर कर दी आज!!” मनोरमा जी अपनी छोटी बेटी गीता को देखकर खुश होते हुए बोलीं। ” हां मां, वो मेरी ननद भी आ गई थी ना आज राखी बांधने…. इसलिए निकलने में देर हो गई। ….. भईया भाभी कहां हैं??? और दीदी आ चुकी क्या राखी बांधने के … Read more

हमारी भाभी – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

दरवाजे की घंटी बजती है, कूरियर वाला आया है, मैंने दरवाजा खोला तो वो मुझे कार्ड दे गया, मैंने उत्सुकतावश कार्ड देखा, और खुशी से मां से कहा कि, ‘मोनू भैया की शादी का कार्ड आ गया है, मां झट से बोली इस की भी शादी हो रही है, विश्वास नहीं होता। इतनी तो उम्र … Read more

भाभी मां – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

लक्ष्मी मात्र सोलह वर्ष की उम्र में व्याह कर रघु के घर आ गई। गरीब किसान की बेटी थी। मां बापू दूसरों के खेतों पर काम करने जाते, पीछे वह घर का काम एवं छोटे भाई बहनों का ख्याल रखती। ससुराल आकर भी खेलने-खाने की उम्र में घर गृहस्थी के कामों में झोंक दी गई। … Read more

कहीं तो मिलेंगी – पूनम भटनागर : Moral Stories in Hindi

कनक बड़े मनोयोग से सारी प्रक्रिया का अवलोकन कर रही थी। वह बड़ी ही हैरानी से बड़े बड़े हवाई जहाजों को देख कर आश्चर्य चकित हो रही थी। अभी अभी उसके सामने एक एरोप्लेन लैंड किया था। उसने पिता से पूछा क्या वह आगे जाकर देख आए। पिता के हां कहने पर वह थोड़ा आगे … Read more

अम्मा_की_दुकान – पुष्पा कुमारी “पुष्प” : Moral Stories in Hindi

“आइए भैया जी! अभी-अभी ताजा फूल लाया हूंँ, कहिए क्या-क्या दे दूं?” संतोष को अपनी दुकान की ओर आते देख फूल विक्रेता हरिहर मुस्कुराया। “एक बढ़िया सा ताजा फूलों का तोरण और गेंदे की एक माला के साथ रजनीगंधा के कुछ फूल भी दे देना।” मंदिर के बगल वाले फूलों की दुकान पर संतोष ने … Read more

अपमान – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

बुआ जी आप मेरे मम्मी पापा का इस तरह से अपमान नहीं कर सकती। मम्मी ने तो आपसे कोई रिश्ता बताने को कहा था मेरे लिए वो भी इस लिए कि आप समाज के बीच में रहती है ,आप ऐसा करेगी कभी सोचा न था।मैं अपनी मम्मी पापा के आंख में आंसू नहीं देख सकती … Read more

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