अक्ल से काम लेना – नेकराम : Moral Stories in Hindi

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पत्नी ने मुझे अकेले में बताया अपना छोटा बेटा खाने-पीने के मामले में सबसे आगे हैं आखिर इस कैसे सबक सिखाया जाए ताकि यह अपनी आदत छोड़ दे मैंने पत्नी को वचन दिया तुम चिंता मत करो शाम को मैं ड्यूटी से जब लौट कर आऊंगा फिर अपने छोटे बेटे को समझाऊंगा अभी मैं ड्यूटी … Read more

मैं तुम्हारी माँ के बंधन मे और नहीं रह सकती – मंजू सक्सेना : Moral Stories in Hindi

  “मैं तुम्हारी माँ के बंधन मे और नहीं रह सकती …मुझे अलग घर चाहिए जहाँ मैं खुल के साँस ले सकूँ”,पलक रवि को देखते ही ज़ोर से चिल्ला उठी। बात बस इतनी थी कि सुलभा ने रवि और पलक को पार्टी मे जाता देख कर इतना कहा था कि वो रात दस बजे तक घर … Read more

प्यारा सा झूठ – भगवती सक्सेना गौड़ : Moral Stories in Hindi

रवीना बिस्तर पर निढाल पड़ी थी। उसकी तबियत कुछ खराब सी लग रही थी। वह चार कमरों के अपने छोटे से घर में अकेली रहती थी। घर का काम करने वाली मेड और कुक अपनी-अपनी शिफ्ट पूरी करके लौट जाते थे। उसका एकमात्र सहारा था उसका भाई, जो कुछ दूर एक छोटे से कस्बे में … Read more

मेरी बहन – एम.पी.सिंह : Moral Stories in Hindi

रचना और खुश्बू बहनें थीं, लेकिन दोनों की जिंदगी की राहें बहुत अलग थीं। रचना, जो घर में सबसे बड़ी थी, एक बेहतरीन कुक थी। उसके हाथों का बना हुआ खाना लोगों को खास बना देता था। वहीं, खुश्बू को खाना बनाना बहुत कठिन लगता था। वह कभी भी रसोई में ज्यादा समय नहीं बिताती … Read more

इस बार लड़का ही होना चाहिए – तृप्ति सिंह : Moral Stories in Hindi

इस बार अगर बेटा नही हुआ तब देखना तू ” राजीव ने अपनी पत्नी सुरेखा की बांह को कस कर पकड़े हुऐ दांत पीस कर बोला। सुरेखा और राजीव की शादी को 10 साल बीत चुके थे, शादी के बाद से ही राजीव और उसके परिवार ने सुरेखा पर हमेशा इस बात का दबाव डालते … Read more

भाभी – संध्या सिन्हा : Moral Stories in Hindi

कपड़े फैलाते-फैलाते ही  अवनी ने समय का अनुमान लगाया। सूरज सिर के ऊपर आ गया है, बारह तो बज ही रहे होंगे। रविवार का दिन बस कहने भर को छुट्टी का दिन होता है. उस दिन तो उसकी  व्यस्तता और भी बढ़ जाती है। जल्दी से नहा कर अवनी रसोई की तरफ़ लपकी, तभी  सास … Read more

भाभी – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

वह मेरी भाभी थी।जबसे भैया उन्हे ब्याह कर के लाए, तब से वह परिवार के लिए समर्पित ही रही।मै चंडीगढ़ में नौकरी कर रहा था एक साल से ।सबकुछ ठीक चल रहा था कि आज भैया ने फोन किया ” तुम्हारी भाभी नहीं रही “।मेरी पत्नी निशा ने तुरंत चलने की तैयारी करने के लिए … Read more

सबका समय एक सा नहीं होता – मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi

“ऐ—- तुम जानते नहीं— मैं किसका बेटा हूं”! अगर उन्हें पता चला कि तू बड़ा इस क्लास में इतराते फिरता है— तो फिर तेरी खैर नहीं•••••• ! विकास सारांश को धमकाते हुए बोला  ।  “मैं तुम्हारे पापा को नहीं जानता••• वैसे वह जो कोई भी हो मैंने कुछ किया ही नहीं तो फिर मुझे क्यों … Read more

अपमान – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

पापा के इज्जत का #अपमान #किया है मैने.. बेटी होने का फर्ज मैने नहीं निभाया… ऐसा पापा का कहना है.. पर मैने और नरेन ने पूरे आठ साल इंतजार किया आपकी सहमति का पापा.…                                आखिर में मुझे मजबूरन कोर्ट मैरिज करनी पड़ रही है पापा… मेरे जीवन के सबसे महत्वपूर्ण दिन में मेरे जनक और … Read more

भाभी – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi

अरे मिन्नी इतनी सारी वेराइटी ?? तुमने बनाई है में मेरे लिए व्हाट ए सरप्राइज़? मिन्नि अपने बालो की एक लट को कान के पीछे करती हुई बोली ” नही सिधि ये तो परिवार के सब सदस्यों ने मिलकर बनाई है ।” सिद्धि तपाक से बोली ” तुम्हारा दिमाग तो सही है कितना समझाया था … Read more

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