हास्य व्यंग्य – भगवती सक्सेना गौड़
सुगंधा की शादी को पंद्रह दिन हुए थे, आज जरा फुरसत से आराम कर रही थी। प्रसिद्ध इंटीरियर डेकोरेटर थी, एक महीने की उसने शादी के लिए छुटियाँ ली थी। उसका बाबू, सोनू पति सुगंध आज आफिस गए थे। दिमाग की खोजी प्रकृति ने सिर उठाया, सुगंधा अपने विचारों में खो गयी। अरे मैने सात … Read more