आखिर आपने भी तो हमें अपने स्वार्थ के लिए ही तो पैदा किया हैं – मीनाक्षी सिंह

राजन – माँ ,,पापा से कह दिजियेगा ,मैं  बच्चों और पूजा को लेकर जा रहा हूँ  कुछ दिनों में ! खुद कहूँगा उनसे तो खामखां बहस  हो जायेगी ! सुजाता जी ( राजन की माँ ) – तू ही कह देना ,,जब बाजार से आ जायें तो ! क्या पता तेरा सारा गुस्सा मुझ पर … Read more

सरसता – अभिलाषा कक्कड़

सच ही कहते हैं कि सहजता और सरलता में जो रस निखार और सुन्दरता है वो थोपी हुई थोथी बातो में नहीं । कभी-कभी बनावट का लिबास हम इस कदर ओढ़ लेते हैं कि हमारी स्वाभाविकता की चमक भी खो जाती हैं और परिणाम भी हानिकारक ही ज़्यादा साबित होते हैं । अच्छा है जितनी … Read more

आंटी जी – मधु शुक्ला

दिव्या की शादी ऐसे परिवार में हुई थी। जहाँ बस दो ही सदस्य थे परिवार में। उसके पति के अलावा ससुर जी। उसकी सासू माँ स्वर्ग सिधार चुकीं थीं। प्रेम विवाह के कारण उसके सास ससुर दोनों ही अपने परिवारों से जुदा हो गये थे। उनके कुछ अभिन्न मित्र उन्हें परिवार की कमी महसूस नहीं … Read more

भई वाह !! परिवार हो तो ऐसा  – मीनाक्षी सिंह : i Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मधू जी – अरे सुनते हो ,,बहू को दर्द शुरू हो गए हैं ,,आकाश को फ़ोन कर दो ,,जल्दी आ जाये ! तब तक हम गाड़ी से अस्पताल पहुंचते हैं !  कैलाश जी – हाँ हाँ ,,ठीक हैं ,,तुम बहू को संभालों ,,मै गाड़ी निकालता हूँ ! समीर ( कैलाश … Read more

ससुराल गेंदा फूल, – सुषमा यादव

जीवन भर की पूंजी हमारा परिवार होता है। एक परिवार में प्यार, अनुभव, संस्कार, तथा अनुशासन के बहुत मायने होते हैं। इनके बिना एक खुशहाल परिवार बिखर सकता है,, जीवन में संघर्ष, कठिनाईयां, परेशानियां तो आती रहतीं हैं, हमें धैर्य पूर्वक सबका सामना करना चाहिए। परिवार में हर व्यक्ति की सोच, व्यवहार में अंतर होता … Read more

माँ मत जाओ –  बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 Moral Stories in Hindi : अच्छा विक्रम ये बताओ परिवार पति पत्नी और बच्चों से ही तो बनता है ना?       बिल्कुल सनी परिवार पति पत्नी और बच्चो से ही बनता है पर आदर्श परिवार में माता पिता भी शामिल होते हैं यानि तीन पीढ़ी।       अब यदि किसी माता पिता के दो या तीन बेटे हो … Read more

बहू भी अब हमारे परिवार का अहम हिस्सा है – ज्योति आहूजा

गौरव और नलिनी दोनों की अरेंज मैरिज थी। गौरव एक इंजीनियर था। पढ़ा लिखा स्मार्ट और गुड लुकिंग था। उसके अपनी शादी को लेकर कुछ अरमान थे। उसे भी अपनी तरह पढ़ी लिखी लड़की चाहिए थी। जो देखने में भी अच्छी हो और सुंदर भी हो। पर गौरव के पिताजी भानु लाल अपने दोस्त घनश्याम … Read more

 हक़ – विनय कुमार मिश्रा

मैंने ताई के घर की तरफ देखा। ताई नहीं थी।मैंने चैन की सांस ली। जब कभी मुझे बाहर निकलते देखती हैं।उन्हें कुछ ना कुछ बाजार से मंगाना ही होता है।कभी सब्जी, कभी दवा तो कभी दूध।तंग आ गया हूँ उनसे।जी तो चाहता है कभी सुना दूं कि खुद के बेटे को बाहर भेज दिया और … Read more

प्यार को जताना भी आना चाहिए – के कामेश्वरी

सुजाता आजकल उदास रहती है क्यों यह घर में कोई भी नहीं जान सका था । हमेशा कुछ न कुछ सोचती ही रहती है । पहले तो एक पल भी चुप नहीं रहती थी ।परिवार के लोग उनके सोने का इंतज़ार करते थे ,क्योंकि वह तब ही चुप रहतीं थी । अब उनके बोल सुनने … Read more

 जीवन में पति के साथ ही खुशी न ढूंढ पाई !!! – अमिता कुचया

आज मौसम भी खुशगवार हो गया काफी उमस के बाद मौसम में ठंडक आ चुकी थी।  उसने बालकनी से  देखा बाहर काफी लोग टहल रहे हैं ,उसका मन भी हुआ। वो भी टहले।पर पहले उसे लगा कि  घर के काम पहले जरुरी है।वो कर लें। फिर उसने  देखा उसके पति ने सुबह से चाय पी … Read more

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