मन की व्यथा कोई क्या जाने – हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: सुख और दुख अमीर और गरीब में भेदभाव नहीं करती! सबसे बड़ा दुख है.. मन का दुख! और जब दुखों के बाद थोड़ा सा भी सुख मिलता है तो उस इंसान की जिंदगी में बहार आ जाती है! शीला जी घर की बालकनी में बैठी बैठी सड़क पर आती जाती महिलाओं … Read more

समर्पण- दीपा माथुर: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: जानती हो अपने फ्लैट में एक नई फैमिली शिफ्ट हुई है। सास,बहु को तो देखा था। और हां,साथ में एक दो साल की गुड़िया भी है। राधिका ने चटखारे लगाते हुए गार्डन में घूमती सखियों को बताया। विनीता ने मुंह बिगाड़ा और बोली ” हु उन्हे यहां शिफ्ट हुए तो छः … Read more

समर्पण- संगीता श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: शादी की उम्र हो गई थी रीतिमा की। उसके मां -पापा शादी के लिए लड़का देख रहे थे लेकिन मन मुताबिक लड़का मिल नहीं रहा था। अखबार के विवाह विज्ञापन में भी लड़के देखा करते थे रीतिमा के पापा। अखबार में विवाह विज्ञापन में एक लड़का पसंद आया। उन्होंने अपनी पत्नी … Read more

ठोकर – डॉ.पारुल अग्रवाल  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: जया के बैंक की आज छुट्टी थी। अक्सर छुट्टी वाले दिन वो मां को शांत करने मंदिर चली जाती थी।आज वहां किसी स्वामीजी का प्रवचन चल रहे थे। उसके कदम भी खुदबखुद स्वामीजी के प्रवचन की तरफ मुड़ गए। वहां स्वामीजी अपनी बातों में कह रहे थे कि भगवान तो भक्ति … Read more

सरप्राइस – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

  रिया कई दिनों से देख रही थी, आजकल रोहित कुछ ज्यादा ही प्रसन्न नजर आ रहे हैं! क्या कारण हो सकता है? कहीं इन्हें कोई प्रमोशन तो नहीं मिल गया ऑफिस में? या और कोई बात है? किंतु यह मुझे बता क्यों नहीं रहे? आजकल इनका फोन भी आता है, तो यह अकेले में बहुत … Read more

बंटवारा – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ माँ अब हमें साथ में नहीं रहना… हम दोनों भाइयों में बंटवारा कर दो … हम अपने हिस्से में आराम से रहना चाहते हैं ।” महेश ने थोड़े ग़ुस्से में कहा  “ पर बेटा अभी तेरी शादी को दो महीने भी ना हुए और तू अलग होने की बात करने लगा…जरा सोच कर तो … Read more

*परिवार फिर एक हो गया * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

मोहिनी जी और उनकी बहु रूपा बहुत प्रेम से रहती थी।रूपा ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं थी, मगर हर काम में दक्ष ,और व्यवहारिक थी। दोनों सास बहू सारे तीज त्यौहार बड़े प्रेम से मनाती। उनकी पड़ौसन मालती जी हमेशा अपनी बहू रोहिणी के आगे, रूपा के गुण का बखान करती थी। मालती और रोहिणी की … Read more

इज्ज़त तेरी मेरी नहीं हमारी …!! – संध्या त्रिपाठी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: ललिता आज शाम थोड़ा जल्दी आ जाना…मेरी किटी पार्टी है और सुन आज प्याज का कोई आइटम बनाने की थीम है….तो तू प्याज के पकौड़े बना लेना…! और हाँ अच्छे से बनाना…मुझे पहला स्थान मिलना चाहिए ताकि ईनाम मुझे मिल सके समझी…! मुस्कुराते हुए सीमा ने अपनी काम वाली बाई ललिता … Read more

काम के प्रति समर्पण – स्नेह ज्योति  : Moral stories in hindi

short story in hindi

Moral stories in hindi: श्याम सिंह जो एक प्राइवेट स्कूल का चपरासी है । जिसे स्कूल में काम करते हुए बीस साल हो गए हैं । आँधी आए या बरसात हमेशा अपने समय पे आकर स्कूल के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करता है । उसकी काम के प्रति इतना समर्पण देख सब उसकी इज्जत करते … Read more

नीड का निर्माण – शिव कुमारी शुक्ला  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: जय और मीरा दोनों अच्छे पढे लिखे एवं सरकारी नोकरी में कार्यरत थे। वे स्कूल  व्याख्याता  के पद पर कार्य कर रहे थे।उनकी शादी को सात वर्ष व्यतीत हो गए थे ।वे दो प्यारे -प्यारे बच्चों  के माता पिता भी थे।  मीरा  के सयुंक्त परिवार में सास ससुर देवर  एव॔ एक … Read more

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