मतलबी रिश्ते – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रेणु अपने पति अनिल के पार्थिव शरीर के पास बैठी हुई थी । उसके आँखों में आँसू सूख गए थे। वह एकटक उसके पार्थिव शरीर को ही देखी जा रही थी ।  उसका बेटा पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था। वह अमेरिका में एम एस करने गया … Read more

भारती – संध्या त्रिपाठी: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बिटिया रानी , एक बात बोलूं ? तू मुझे कुछ अंग्रेजी के शब्द अच्छे से बोलना सिखा देगी क्या ? मुझे समझ में तो आ जाता है पर इंग्लिश में बोलना नहीं आता , मैं भी बातों के बीच में अंग्रेजी के कुछ शब्द लाना चाहती हूं पर उच्चारण ठीक … Read more

बेटियों को बोलने दीजिए…!- लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कितनी ज्यादा मार्केटिंग करनी है सुरभि हड़बड़ा रही थी.. अभी तो रिंकू चिंकी की बर्थडे ड्रेसेज भी लेनी है और चिल्ड्रंस वियर शॉप काफी दूर है लेकिन खरीदना तो उसी दुकान से पड़ेगा बच्चे छोटे भले हैं लेकिन कपड़े पहनने के बहुत नखरे हैं दोनों के …लड़के हों या लड़कियां … Read more

अति सर्वत्र वर्जयेत् – डा.पारुल अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज मनोहर जी के पास यूएस(अमेरिका) से नीलेश की मां का फोन आया था वो चित्रा का हाथ अपने बेटे के लिए मांग रही थी।नीलेश बहुत ही व्यवहारकुशल लड़का था पर चित्रा तो यूएस या विदेश जाने की बात सुनकर ही सिहर उठती थी। यूएस से आने के बाद चित्रा … Read more

मतलबी रिश्ते – स्नेहलता पाण्डेय ‘स्नेह’ : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सविता जी गाँव में अकेले रहती थीं। उनके एक ही बेटा था जो कानपुर में नौकरी करता था अतः बहू रेखा भी वहीं रहती थी। आज महिनों बाद बेटे-बहू को अपने घर पर देखकर बहुत खुश थीं। दो साल की परी दादी की गोद में जाकर चिपक गई। सविता जी … Read more

जितना भाभी कर रही है उतना तो शायद वह भी अपनी मां के लिए नहीं कर पा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : राधिका की सास पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थी राधिका पूरी कोशिश कर रही थी कि उन्हें कोई कमी महसूस ना हो वह बच्चों को सुबह स्कूल भेजकर मुकेश के ऑफिस जाने के बाद अपनी सास की सेवा में लगी रहती ताकि उन्हें अकेलापन महसूस ना हो, लेकिन … Read more

तिनके का सहारा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ बेटा देखना जरा ये सामान मिलेगा क्या… अगर हो तो बाँध कर हमारी कार तक भिजवा सकते हो?” सुनंदा जी ने दुकान में खड़े एक लड़के से कहा “ मुझे ये लिस्ट दे दीजिए और आप उधर बैठ जाइए ।” कहते हुए उस लड़के ने लिस्ट लेकर सुनंदा जी … Read more

मतलबी रिश्ते – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “पापा जी, उठिए, दवा खा लिजीए |” राजीव अपने पापा को उठाते हुए बोला |उसके पापा अस्पताल के बेड पर लेटे थे |राजीव पापा को पीठ की तरफ से सहारा देकर उठाया| बैठाकर उनके हाथ में दवा और पानी का गिलास पकडा दिया | पापा रामनाथ जी ने दवा खाकर पानी … Read more

मुखोटा – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मैं मधु आज घर में अकेली बैठी थी,ऐसे ही पुरानी बातें सोचने लगी।अतीत चलचित्र की रील की भाॅति ऑखों के सामने से गुजरने लगा।तभी एक पुरानी घटना याद आ गई, जिसे एक कहानी के माध्यम से आप लोगों के साथ साझा  कर रही हूॅ। रजनी जी से मेरी जान पहचान … Read more

मतलबी रिश्तों की डोर – मंगला श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बाहर शादी की गहमा गहमी चल रही थी ,चारो और हर्ष उल्लास का वातावरण बना हुआ था मेहमानों से भरे हुए घर में ढोलक की थाप पर नाचने गाने की आवाज आ रही थी ,पर सरला जी और कमलनाथ जी आज इतने बड़े परिवार मे होकर भी अकेले पड़ गए … Read more

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