औलाद के मोह में वे सब कुछ सह गई – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

    बेटे बहू के  आफिस से आने का समय हो रहा था… साथ ही संध्या दीया बाती की भी। बढ़ती उम्र की परेशानियां अपने जगह पर थी।     पति भी संध्या भ्रमण से वापस आ गए होंगे। शाम में वे पार्क के बाहर वाले झोंपरपट्टी वाले चाय दूकान से अक्सर चाय पीकर आ जाते हैं कभी-कभी एकाध … Read more

नफरत की दीवार – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

आज मोहन जी अपने बड़े भाई गोपाल जी के गले लगकर रो पड़े। फिर भाभी के भी पैर छूकर आशीर्वाद लिया। अपने भतीजों को भी गले लगाया।आज इतने बरसों बाद सबको सामने देख कर मोहन जी के आंसू नहीं रूक रहे हैं। कुछ बोलना चाह रहे थे लेकिन गला बार बार रूंध जा रहा था।मन … Read more

दिखावे की ज़िंदगी – अनिता मंदिलवार “सपना ” : Moral Stories in Hindi

एक बड़ा सा महल जैसा घर । रहन सहन उच्च कोटि का । घर में बीसों नौकर चाकर । बेटा, बेटी, बहू और दामाद । सब हैं । घर पर कुछ शोर सुनाई देता है ।      यहाँ क्या शोर हो रहा है भई ! मिस्टर शर्मा घर के अंदर दाखिल होते ही कहते हैं । … Read more

औलाद के मोह के कारण वो सब सह गई – अनिता मंदिलवार सपना : Moral Stories in Hindi

   मीनू बहन जी , मीनू बुआ जी । सबका यही संबोधन था उनके लिए , ये मात्र संबोधन नही था । संबोधन जैसे जुड़े रिश्ते भी वैसी ही आत्मीयता और उतना ही सम्मान लिए हुए था । उनके जीवन की कहानी सबसे अलग है ।बचपन तो सामान्य ही था । छ: बहनों में सबसे लाडली … Read more

ममता – परमा दत्त झा : Moral Stories in Hindi

आज रानी ने पहली बार भाभी और भाई को जबाब दिया था। भाभी जब थपाडा मारना चाही तो हाथ उलट दिया -बस आज के बाद हाथ उठाना दूर यदि आंख उठायी तो—बाल पकड़कर खींचा। दोनों पति पत्नी अंदर चले गए। रानी कमरे में गयी और खो गयी अतीत की याद में — आज से तीस … Read more

मदर्स डे – सरिता कुमार : Moral Stories in Hindi

यह दिन मुझे बहुत तड़पाता है इसलिए नहीं की मुझे मेरी ‘मां’ की याद आती बल्कि एक मासूम सा भोला भाला बच्चा याद आता है बहुत पुरानी बात है 2003 की बात। नौसेरा बार्डर पर रोज कोई न कोई हादसा होना सामान्य था।इसी वजह से कभी बात होती थी तो कभी नहीं भी हो पाती … Read more

दिखावे की जिंदगी – दिव्या चाँदवानी : Moral Stories in Hindi

सीमा  मेरी बचपन की सहेली हमेशा से ही दिखावे में बहुत विश्वास करती थी l हर तीज त्योहार से लेकर छोटे-छोटे मौके पर नए कपड़े और नए सामान लेना उसकी आदत में शामिल था उसकी आदत से उसके माता-पिता भी परेशान रहते थे लेकिन फिर भी यह सोचते की धीरे-धीरे वक्त के साथ उसके व्यवहार … Read more

दिखावे की जिंदगी – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

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रोटरी क्लब में आज सर्वश्रेष्ठ जोड़े को खूबसूरत ड्रेसिंग वाले महिला पुरुष को प्रतियोगिता के आधार पर पुरस्कार मिलने वाला है… मयंक और मै दोनों अच्छे से तैयार होकर बाकी जोड़ों की तरह बेस्ट पेयर चुने जाने की उम्मीद लिए गए थे… मन में अनगिनत झंझावात समेटे कभी कभी #दिखावे की जिंदगी #को जीते हुए … Read more

दिखावे की जिंदगी – राजेश कुमार : Moral Stories in Hindi

अमीरचंद नाम के ही अमीर नहीं थे धन दौलत जमीन जायदाद हर उस चीज के मालिक थे जो एक धनाढ्य की पहचान होती है। बस नहीं था तो एक दिल जो किसी के काम आ सके। वैसे वो कई मंदिर कई संस्थाओं के ट्रस्टी थे। जहां कही भी नाम आ सके वहां वो अपने धन … Read more

जीना इसी का नाम है – पूनम सारस्वत : Moral Stories in Hindi

शादी से पहले बहुत समझदार व सुलझा हुआ व्यक्तित्व माना जाता था उसका । भाभी हो मौसी हो दीदी या बहन की दोस्त ही ,सब परेशानी में सलाह उससे ही माँगते थे । जब कभी वो कहती कि इस मामले(शादी, बच्चे आदि)  में मैं कैसे कुछ कह सकती हूं तो जबाब होता कि नहीं आपकी … Read more

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