भटकता प्रेम – पूनम सारस्वत : Moral Stories in Hindi
राह चलते यूं ही उससे आंखें क्या मिलीं जैसे कयामत आ गई उसी क्षण। वह भी तो सीधे इधर ही देख रहा था । दोनों की आंखें टकरा गईं और यह दास्तान इतनी लंबी हुई कि आज भी विश्वास नहीं होता कि यह नयनों की कारगुजारी थी वह भी राह चलते-चलते। उससे आंखें मिलते ही … Read more