सपना – रीता मिश्रा तिवारी

मम्मी मम्मी चिल्लाती हुई सना घर में प्रवेश करती है। अरे बेटा तू चिल्ला क्यों रही है? और किसके साथ आई है? मम्मी ने कहा। मम्मी ! वो छोड़ कर चले गए , शाम को आएंगे लेने। सुनो न मम्मी ! दो महीने हो गए , और वो सपना नहीं आया है, मैं बहुत खुश … Read more

चतुर ननद – सुषमा यादव

,, मेरी कोई सगी ननद नहीं थी,, ससुराल में  मेरी सासु मां ने कहा कि,, ये मेरी सौतेली बहन की बेटी है,, ये ही तुम्हारी बड़ी ननद है, और ये इसकी बच्ची गायत्री है,, इनका तुम्हें विशेष ध्यान रखना होगा,,, मैंने घूंघट की आड़ से देखा,, दीदी को और उस सात, आठ साल की बच्ची … Read more

मेरी सुलू – अनुपमा 

सुलु जरा इधर सुन तो , भाभी की आवाज सुन कर सुलू ने भी आवाज से प्रति उत्तर दिया आई ई ई ई भाभी और फौरन ही भाभी के सामने जा कर खड़ी हो गई । सुलु हमेशा से ऐसे ही है दस साल की उम्र से वो भाभी के पास ही रह रही है … Read more

सफलता और व्यवहार – गोविन्द गुप्ता

निधि एक सपने को लेकर फ़िल्म इंडस्ट्री में आई थी कि एक सफल अभिनेत्री बनेंगे और देश भर में उसका नाम होगा , माता पिता भाई की का मन नही था कि वह मॉडलिंग के व्यवसाय को अपनाएं पर निधि ने स्वयं निर्णय लिया और मुम्बई आ गई, कुछ जगह जाकर इंटरव्यू दिये सुंदर तो … Read more

दहेज की मोटरसाइकिल – गोविन्द गुप्ता

रूपा के पिता जब लड़के वाले के यहां मिठाई लेकर रूपा के रिश्ते हेतु पहुंचे तो अपनी सुंदर सुशील शिक्षित बेटी के गुणों का बखान करने लगे, राहुल जो पास में बैठा था बोला सब तो ठीक है पर हंमे बुलेट मोटरसाइकिल चाहिये दहेज में, रूपा के पिता कुछ समझ पाते उससे पहले ही लड़के … Read more

माँ जैसी – डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा 

जब से छोटी बहू को काल ने असमय दुनियां छोड़ने पर मजबूर किया था, तब से माँ जी को जैसे आघात सा लग गया था। हमेशा यही कहकर रोती रहती ,कि पहले भगवान ने मुझे क्यों नहीं उठाया। बहू दो नन्हे-नन्हे बच्चों को छोड़ गई थी। बच्चों पर नजर पड़ते ही उनके दिल में हूक … Read more

लाल मेरा – डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा

टेबल पर रखे लैपटॉप को तौलिये से पोछते हुए उसने पत्नी से पुछा- “माँ का फोन आया था क्या?” “नहीं अभी तक तो नहीं। पर क्यूँ?”माँ की याद आ रही है? “नहीं मैं सोच रहा था कि इधर मैं काम में इतना व्यस्त था कि फोन करने का ध्यान नहीं रहा। पत्नी ने कहा-“तो क्या … Read more

साधारण – डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा 

मार्केट जाते समय पति ने सीमा को टोका -” ध्यान रखना कोई कमी नहीं होनी चाहिए शादी की खरीदारी में। सारा पसंद मेरी बहन की होनी चाहिए। हाँ और एक बात… अपने लिये मत मार्केटिंग करने लगना ।जो भी पहले से है  उसी से काम चला लेना।  स्वीटी को जिस भी चीज की जरूरत है … Read more

राखी – डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा

“माँ…सुबह-सुबह क्या खटर -पटर कर कर रही हो किचेन में?” “अरे बेटा कुछ नहीं, तू बहन के घर जा रहा है…सोचा कुछ अच्छा बना देती हूं ले जाने के लिए। दो-दो खुशियां हैं इसीलिए। “दो दो खुशियां?” “हाँ और नहीं तो क्या! एक तो राखी का दिन और दूसरा एक साल बाद तू बहन के … Read more

धोखा –  मिठू डे

ये रात को हेड्क की दवाई खाने के बाद नींद बड़ी अच्छी आती हैं इतनी की काम पर जाने के लिए सुबह नींद से जागना बड़ा दुशवार सा लगता है ।पिछले एक महीने कि तरह आज लड़का फिर देरी से आफिस पहुंचा।     आफिस पहुचते ही रोज की तरह किच-किच शुरू हो गई । किसी तरह … Read more

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