मैं हूं ना – प्रीति दाधीच 

बारिश में गरमा गरम अदरक की चाय की खुशबू, भीनी भीनी मिट्टी की खुशबू सा, वो गजब का सुकून है ”मेरा बड़ा भाई”।।    कहते है की जब परेशानी हो तो मां का आंचल याद आता है और मुझे भाई का सिर पर रखा हाथ याद आता है।।   एक भरोसा , एक सुकून ” … Read more

अपना पति पति और दूसरों का?? – चेतना अरोड़ा प्रेम।

आकाश,कल तुम्हारे मम्मी पापा वापिस जा रहे हैं तो उनके लिए सुबह ऑटो मंगवा लेना।तुम मत छोड़ने जाना रेलवे स्टेशन बेवजह थक जाओगे।अवनी अपने पति को सलाह देती हुई बोली।जिसे उसके पति ने भी झट से मान लिया। ऋतु जो अवनी की भाभी थी,वो भी अपने पति विवेक व बच्चे के साथ उनसे मिलने आयी … Read more

“तलाक” – ऋतु अग्रवाल

आज कुछ ख़ामोश सा था दिल। न जाने क्यों? पर बार बार उसकी याद आ रही थी। तीन साल हो चुके मेरे तलाक को पर शायद ही कोई लम्हा गया हो उसे याद किए बिना।   कितने खुश थे हम दोनों। छोटा सा परिवार था मेरा। मम्मी, पापा,मैं और शुभ्रा। शुभ्रा, माँ- पापा की पसंद थी।हम … Read more

छोटी ननद – अनुपमा

सुमन सुबह का सारा काम निपटा कर , बच्चों को स्कूल भेज कर और आदित्य के ऑफिस जाने के बाद अपना नाश्ता और चाय लेकर बैठी ही थी की उसका फोन बज उठा , दूसरी तरफ से बड़े भैया की आवाज आई और उन्होंने बताया की मनीषा भाभी की तबियत काफी दिन से ठीक नहीं … Read more

यूरिया- गोविन्द गुप्ता

रघु एक सम्पन्न किसान था और ऑर्गेनिक खेती कर फसल तैयार करता था फसल कुछ कम होती थीं पर शुद्ध होती थी ,एक बार टेलीविजन पर विज्ञापन देखा कि यूरिया के प्रयोग से दोगुनी फसल होगी तो लालच जग गया, और विना विचार किये पूरी खेती में यूरिया का प्रयोग करने का निर्णय लिया तथा … Read more

आइना – क्षमा शुक्ला “क्षमा”

“और सुनाओ बिटिया घर में सभी का बात व्यवहार कैसा है तुम्हारे साथ?” माँ ने पहली बार मायके आई मोनी से ससुराल की खोज खबर लेते हुए पूछा, और साथ ही बहू को आवाज लगाकर दोपहर का भोजन अपने कमरे में ही लाने को कहा। “माँ कुछ मत पूछो, घर है कि चिड़ियाघर। क्या देखकर … Read more

बात नहीं करूँगी – सरला मेहता

ऋतु हमेशा की तरह छुट्टियों में अपने दोनों बच्चों के साथ मायके आई हुई है। भाभी नीना, ननद जी की तीमारदारी में दिन भर जुटी रहती है। अपनी तरफ़ से कोई कसर नहीं छोड़ती है। वो हर बात माँजी के मनमाफ़िक करती है। उसे तो पहले से ही हिदायतें मिल जाती है, ” बहू ! … Read more

माँ मरना मत  – अनिता वर्मा

अरे नीलम तुम यहाँ, कैसे कहते हुए मिसेज सहाय नीलम के कंधे पर हाथ रखते हुए बोली l  नीलम मूडकर देखते हुए  हाँ एक शादी में आई थी….पर तुम बताओ यहां सबका क्या हाल – चाल है?…… अरे यही पर सब कुछ जानना चाहती हो, अभी कुछ दिन तो रुकोगी ना तो आना अपने पुराने … Read more

फ़रिश्ता तुम – दीपा साहू “प्रकृति”

कुछ लोग जीवन में अजनबी बनकर आते हैं पर बहुत महत्वपूर्ण बनकर हमारे हृदय में अपना घर बना लेते हैं।ऐसे लोग जीवन में बहुत कम ही मिलते हैं।जिन्हें  हम इतनी तवज़्ज़ोह दे पाए।और मिल जाए तो उन्हें कभी खोना नहीं चाहते। ………..रात के अंधेरे में चिराग रौशन करने वाले उस फ़रिश्ते को निहारिका कभी खोना … Read more

मेरी भाभी शेरनी है” – सुधा जैन

शीर्षक सुनकर पढ़कर चौंकिए मत “मेरी भाभी शेरनी है” से मेरा आशय यह है कि मेरी भाभी श्रेया बहुत बहादुर ,आत्मनिर्भर , आत्मविश्वास से परिपूर्ण नए जमाने की भाभी है। मेरे शुभम भैया की पसंद.. उनकी हमसफर ..कदम कदम पर साथ देने वाली ..मेरे भैया को आगे बढ़ाने वाली… मेरे बारे में सही राय देने … Read more

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