माँ का साथ – सरला मेहता
” हुर्रे ! इस साल भी हमें विभा मेम ही विज्ञान पढाएंगी। ” पाँचवीं कक्षा के बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं है। आदि ताली बजाता है, ” हाँ ना, मेम का भी जवाब नहीं। खेल खेल में सब समझा देती है। “ कक्षा में सभी शिक्षकों से डाँट खाने वाला विभोर तो बस नाचने … Read more