रंग-मीनाक्षी चौहान

मम्मी जी और बगल वाली आँटी में खूब जमने लगी है। इस नये घर में आये हमें अभी दो हफ्ते ही हुए हैं लेकिन दोनों ऐसे बतियातीं हैं जैसे एक-दूसरे को बरसों से जानतीं हैं। दोनों शाम ढ़लते ही अपनी-अपनी कुर्सियाँ लिये गेट के बाहर डट जातीं। हर दिन अलग-अलग मुद्दों पर गप्प चर्चा चलने … Read more

मर्म – गीतांजलि गुप्ता

किशु की बहू का दरवाजे पर स्वागत करते समय सीमा बहुत ख़ुश लग रही थी उस की आँखें इस की गवाह थीं चमक जो रहीं थीं पैंतीस वर्ष पहले वो इसी दरवाज़े पर दुल्हन बनी खड़ी थी और आज उसकी बहू खड़ी है। बहू अपने नाम के अनुरूप ही सुंदर व प्यारी थी उसके माता … Read more

बॉयोडेटा – गीतांजलि गुप्ता

शादी के एक माह बाद ही मोहित ने तलाक़ का केस डाल दिया था। उसका कहना था कि रागिनी के माता पिता ने ग़लत जानकारी दे कर अपनी कम पढ़ी लिखी लड़की की शादी उससे कर दी। रागिनी के पिता ने एक शादी कराने वाली संस्था को फीस दे कर बॉयोडेटा बनवाया था और उस … Read more

“अपराजिता – पुष्पा पाण्डेय

“क्या मेरी बेटी का थोड़ा ख्याल रखियेगा?मुझे घर से कुछ सामान लेकर आना है।” “हाँ, हाँ। जाइये ।मैं ख्याल रखूँगी।” मेरा बेटा बीमार था ।अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।दो बिस्तर वाले कैबिन में  जगह मिली थी।दूसरे बिस्तर पर उस अजनबी महिला की बेटी थी। —————- एक साथ रहना था।मैं उससे जान-पहचान बढ़ाने लगी।उसे हमेशा अकेले … Read more

चाय की दुकान – पुष्पा पाण्डेय

जब से गाँव में पक्की सड़क बन गयी थी, गोपाल ने  दूसरों के खेतों में काम करना छोड़ दिया और  सड़क किनारे एक चाय की दुकान खोल लिया था। पक्की सड़क बनने से वाहनों की संख्या भी बढ़ गयी। धीरे-धीरे आमदनी में बढ़ोतरी होने लगी। दुकान खोलने का निर्णय गोपाल का सही साबित हुआ। अब … Read more

मुस्कान-पुष्पा पाण्डेय

रजनी को अपने निर्णय पर हमेशा पश्चाताप होता रहा था। शादी के दस साल बाद भी जब वह माँ नहीं बन पायी और न ही भविष्य में बनने की सम्भावना थी, तो डाॅक्टर पति ने अस्पताल के गेट पर छोड़े दो दिन की बच्ची को उठाकर घर लाए। पत्नी से विचार विमर्श करने के बाद … Read more

जागरूक – वंदना चौहान

माँ आपने घर के कागजात तैयार करवा लिए क्या ?कब करवा रही हो? रजिस्ट्री डेट तय कर दो । मैं उसी दिन सीधे रजिस्ट्रार ऑफिस पहुँच जाऊँगी और हाँ अपने लॉकर की चाबी भी ले आना । मैं देखती हूँ इस भाभी को तुझे पलट कर जवाब देती है जब दोनों सड़क पर आ जायेंगे … Read more

ननदो के प्रकार * – प्रीती सक्सेना

ससुराल में सास के बाद सबसे इंपोर्टेंट और खतरनाक जो प्राणी पाया जाता है वो ननद होती है, ननद का घर में महत्वपूर्ण स्थान होता है, माता पिता की ओर भाई की तो लाडली होती ही है, भाई की शादी के बाद माताजी के मन में इनके लिए कुछ अतिरिक्त स्थान और प्यार की मात्रा … Read more

नमक की मिठास* – सरला मेहता

शेखर जी बेटी के सास ससुर ममता जी व अनुपम जी से हाथ जोड़ते हुए विनती कर रहे हैं, ” जी, अपनी ओर से मैंने बेटी को सारे संस्कार दिए हैं। आज मैं जीवन भर की पूंजी आपको सौप रहा हूँ। बिन माँ की बेटी से कोई गलती हो तो माफ़ कीजिएगा। “ सासू जी, … Read more

परायी नार –अरुण कुमार अविनाश

पार्टी में पति नयी नवेली परियों को ताड़ रहा था – पत्नी की नजरें पति की नजरों का पीछा कर रहीं थी –  पत्नी ने कई बार इशारा किया – पर, नव-नूतन चेहरें का आकर्षण – पति की बे-लगाम ख्वाहिशों पर – नियंत्रण नहीं कर पा रहें थे – पति दो पल के लिये सावधान … Read more

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