कचौरियां-संजय सहरिया
रसोई में लन्च का काम निपटाकर हेमा अपने कमरें में लौटी तो बिस्तर पर पड़े उसके मोबाइल पर तीन तीन मिस कॉल थे. हेमा ने जल्दी से फोन उठाकर देखा तो तीनो कॉल उसके पिताजी दयानंदजी के थे. बाबुजी के तीन तीन कॉल देख हेमा कुछ परेशान सी हो गयी थी. उस ने जल्दी से … Read more