कुछ वक्त मुझे भी चाहिए खुद के लिए-मुकेश कुमार

पूर्वी बचपन से नटखट और चुलबुली थी।  उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता था वह बचपन से ही लड़कों के साथ खेलती रहती थी  बड़ी हुई तो धीरे-धीरे लड़कों के साथ ही क्रिकेट खेलने लगी और उसकी रुचि क्रिकेट में ज्यादा हो होने लगी । जब वह स्कूल में पढ़ने जाने लगी तो अपने स्कूल … Read more

नन्हीं परी

आशा और प्रभात को शादी के 8 साल हो गए थे लेकिन अभी भी  उन दोनों को माता पिता बनने का सौभाग्य नहीं प्राप्त हुआ था इसके लिए उन्होंने क्या-क्या नहीं नहीं किया. भारत में ऐसा कोई भी  चर्चित मंदिर नहीं है जहां पर आशा और प्रभात नहीं गए होंगे। लेकिन कहा जाता है कि … Read more

सौतेली सही पर सगी बहन से कम नहीं हूँ-मुकेश कुमार

निशा अपनी बड़ी बहन गीता से कह रही थी “दीदी जल्दी से ब्यूटी  पार्लर चलो लड़के वालो ने 4:00 बजे तक टाइम दिया है घर पर तुम्हें देखने आने के लिए फिर पार्लर में भी तो टाइम लगता है.”  दरअसल बात यह है कि आज गीता को लड़के वाले देखने आ रहे थे गीता और … Read more

मेरी बाई मेरी बहन से कम नहीं है-Mukesh Kumar

मैं हूं  मीरा गर्ग यह कहानी है मेरी और मेरी कामवाली बाई सावित्री की जिसमें प्यार भी है और अपनापन भी आइए आपको मैं अपनी और सावित्री की कहानी सुनाती हूं। मेरी कामवाली बाई सावित्री सुबह सुबह जब दरवाजे का बेल बजाती थी तो हम समझ जाते थे कि 7 बज गया।  क्योंकि वह टाइम … Read more

ये कैसी नौकरी है?-मुकेश कुमार

संध्या का एक कुरियर कंपनी में मार्केटिंग हेड का इंटरव्यू था उसके लिए जल्दी से तैयार होकर वह बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रही थी लेकिन काफी देर हो गया फिर भी बस नहीं आ रही थी और इंटरव्यू का टाइम 11:00 बजे निश्चित था.संध्या सोच रही थी कि अब अगर वह बस … Read more

क्या दामाद बेटा नहीं बन सकता?-मुकेश कुमार

सुमन की आज सगाई होने वाली थी घर में खुशियों का माहौल था घर के सारे लोग लड़के वालों के  स्वागत के इंतजार में थे.थोड़ी देर में बाहर दरवाजे पर हॉर्न की आवाज सुनाई दी। सुमन के बाबूजी महेंद्र प्रताप जल्दी से बाहर की ओर दौड़े और लड़के वालों का आदर सत्कार के साथ घर … Read more

बेटी का घर-मुकेश कुमार

मेरे पति  सेना में नौकरी करते थे इसलिए इनकी ट्रांसफर हर 3 साल पर भारत के किसी न किसी शहर में होती रहती थी इस बार इनका ट्रांसफर आगरा में हुआ था.  इसके पहले हम लोग मुरादाबाद रहते थे. आगरा शिफ्ट होने से पहले मैं और मेरे पति अरविंद हम दोनों ने सोचा कि पहले … Read more

शिकवा भी है शिकायत भी है-Mukesh Kumar

कोमल और राजेश  वरमाला हाथ में लिए स्टेज पर खड़े थे लेकिन कोमल का हाथ कांप रहा था वह कैसे राजेश के गले में यह वरमाला डालेगी।  वह सोच रही थी जिसे वह जानती तक नहीं है उसे इस वरमाला को डालने के साथ ही उम्र भर के लिए राजेश उसका हो जाएगा। कोमल जिस … Read more

डांसिंग मम्मी

मैं अपनी ससुराल में सबसे बड़ी थी मेरे से छोटे दो देवरानी और थी लेकिन आज मेरे पांव जमीन पर नहीं थे बल्कि मैं आज हवा में उड़ रही थी आज मेरे सपनों को पंख लग गया था।  जो बचपन में सपने देखा करती थी आज वह सपना सच होने जा रहा था. हुआ यूं … Read more

ससुराल हो तो ऐसा – मुकेश पटेल

मैंने इसी साल 12 वीं पास की  थी और आगे पढ़ना चाहती थी।  एक दिन मेरे मामा ने मेरे लिए एक रिश्ता लेकर आए। लड़का दिल्ली में किसी शॉपिंग मॉल में मैनेजर के पोस्ट पर नौकरी करता था। पापा ने तो साफ इस रिश्ते के लिए मना कर दिया था कि अभी हमारी बेटी की … Read more

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