डांसिंग मम्मी

मैं अपनी ससुराल में सबसे बड़ी थी मेरे से छोटे दो देवरानी और थी लेकिन आज मेरे पांव जमीन पर नहीं थे बल्कि मैं आज हवा में उड़ रही थी आज मेरे सपनों को पंख लग गया था।  जो बचपन में सपने देखा करती थी आज वह सपना सच होने जा रहा था.

हुआ यूं था कि मैं दोपहर में जैसे ही सबको लंच खिलाकर सोचीं थोड़ी सी लेट जाती हूँ  तभी मेरे फोन में बीप की आवाज बजी और एक मैसेज आया तो मैंने मैसेज जैसे ही पढ़ा मैं बिस्तर से उछल  गई क्योंकि कुछ दिन पहले ही एक चैनल पर डांस का रियलिटी शो आने वाला था और उसका ऑडिशन होने वाला था जिसमें 30 वर्ष से ऊपर की औरतें ही भाग ले सकती थी तो मैंने भी अपना एक डांस का वीडियो बनाया और उनको भेज दिया था और आज में स्टूडियो राउंड के लिए सिलेक्ट हो गई थी।  

3 दिन बाद ही मुझे मुंबई जाना था.  इसकी खबर मैंने जैसे ही अपने पति अशोक को दिया वह बहुत खुश हुए.  उन्होने उसी समय फोन लगाकर एक ट्रैवल एजेंट को मुंबई की दो टिकट बुक करवा दिया.  जब यह खबर मेरी सासू मां को पता चला तो वह भी बहुत खुश हुईं। बल्कि मेरे घर के जितने भी सदस्य थे मेरी देवरानी या मेरी ननद सब बहुत खुश हुए और यह खबर देखते ही देखते हमारे पूरे रिश्तेदारों में फैल गया और सब जगह से कॉल आना शुरू हो गया.



मोहल्ले की औरतें हमारे घर में आकर डेरा जमाने लगी सब बधाइयां देने लगी कोई तो आकर  हमारी सास से यह कह जाता कि आपकी बहू तो अच्छा डांस करती ही थी मोहल्ले में जो भी शादी होती थी आपकी बड़ी बहू के डांस के बिना वह  शादी अधूरी लगती थी अब तो आपकी बहू पूरी बरेली की बहू बन गई है और बरेली का नाम रोशन करेगी।

तीसरे दिन मैं मुंबई पहुंची और अपना स्टूडियो  राउंड का ऑडिशन दिया. लेकिन मैं पहले राउंड में ही डिसक्वालीफाई हो गई.  अब सारे सपने चकनाचूर हो चुके थे लेकिन मेरे पति अशोक ने मुझे भरोसा दिलाया और कहा इसमें निराश होने वाली कोई बात नहीं है यहां तक पहुंची यही बड़ी बात है ऐसा करो तुम वापस बरेली जाकर डांस क्लास जॉइन कर लो और अगले साल फिर  से ऑडिशन देना देखना अगले साल तुम जरूर क्वालीफाई करोगी.

बरेली आकर हम अभी सोच ही रहे थे कि डांस क्लास जॉइन करें तभी हमारे मोहल्ले का एक लड़का जो बहुत अच्छा डांस करता था और डांस क्लास भी चलाता था जब उसको पता चला कि मैं स्टूडियो राउंड में डिसक्वालीफाई हो गई हूं तो उसने आकर मुझसे कहा “भाभी अगर आपको बुरा ना लगे तो मैं आपको ट्रेनिंग दे सकता हूं.”

लेकिन जब यह बात मेरी सासू मां को पता चला तो वो तो बिल्कुल ही इसके विरोध में हो गई और उन्होंने साफ मना कर दिया। उन्होंने कहा “बहू यह मेरा घर है कोई कोई क्लब या कोठा नहीं है जहां पर डांस होता रहेगा और उस लड़के को भी डांट दिया और कहा  “आज के बाद तुम यहां दिखे तो तुम्हारी खैर नहीं तुम्हें इतना ही भरोसा है अपने डांस पर तो तुम खुद ऑडिशन देकर क्यों नहीं सिलेक्ट हो जाते हो एक छोटा सा डांस क्लास क्या चलाते हो अपने आप को मिथुन चक्रवर्ती ही समझने लगे हो। चले हो अब मेरी बहू को  बहकाने और सुनो आज के बाद मेरी बहू को बहकाना छोड़ दो।



लेकिन उस लड़के ने हार नहीं मानी उसने जब शाम के समय मेरे पति अशोक ऑफिस से घर आ रहे थे तो उसको रास्ते में मिला और मुझे डांस सिखाने के बारे में मेरे पति अशोक से बात की।  मेरे पति ने तो कहा “यह तो बहुत अच्छी बात है हम तो खुद ही सोच रहे थे कि सविता को डांस क्लास ज्वाइन करा दें लेकिन कोई अच्छा टीचर नजर नहीं आ रहा था.” उस लड़के ने मेरे पति से बोला कि मैं आपके घर गया था भाभी से बात भी किया था।  भाभी तैयार हो गई थी डांस सीखने के लिए लेकिन आपकी मां इसका विरोध कर रही है. मेरे पति अशोक ने बोला ठीक है मैं अपनी मां से बात करता हूं.

अगले दिन वह लड़का फिर  मेरे घर पहुंच चुका था और  मेरे सास से कह रहा था। आंटी बस मुझे एक मौका दे दीजिए आपको पता नहीं है आप की बहू कितनी अच्छी डांसर है सिर्फ उसे एक रास्ता मिलने की देर है वह हमारे शहर ही नहीं बल्कि हमारे राज्य और हमारे देश का भी नाम रोशन करेगी मुझे पता है भाभी कितना अच्छा डांस करती हैं।

 मेरे पति अशोक जी ने भी उस लड़के के  सपोर्ट में आकर अपनी मां से बोले मां एक बार ट्राई करने में क्या जाता है आखिर इसकी भी तो कुछ सपने हैं अरमान है अब तो हमारे बच्चे भी इतने छोटे नहीं हैं जी लेने दो मां इसे भी अपनी जिंदगी।

सासु माँ बोली ठीक है बेटा जैसा तुम ठीक समझो जब तुम सब की यही मर्जी है तो मैं क्या कर सकती हूं।  हमारी दोनों छोटी देवरानी ने भी मेरी सासू मां को बहुत मनाया।

अगले दिन से हमारी ट्रेनिंग शुरू हो चुकी थी उस लड़के का डांस का जुनून उसके डांस में दिखता था।  उस लड़के ने सबसे पहले तो मेरी डाइट चार्ट बनाई कि भाभी आपको अब से यह चीज खाना है क्योंकि डांस करने के लिए शरीर में एक एनर्जी होना जरूरी है।  



उस दिन के बाद से मैंने दिन को दिन और रात को रात ना समझा अब मेरे लिए सब कुछ डांस था और मैं अपना सब कुछ इसी में झोंक देना चाहती थी अपने 1 साल की कड़ी लगन और मेहनत के बावजूद ऑडिशन दिया है और उसका पहला राउंड मैंने क्वालीफाई कर लिया।

अब मेरा हौसला आसमान छू रहा था।  इस बार मुंबई मैं अकेले नहीं बल्कि मेरे पति और वह डांस टीचर अमित भी साथ गया था।  वहां जाकर मैं फाइनल राउंड के लिए सिलेक्ट हो गई थी। मेरे पति ने अमित को मेरी जिम्मेदारी देते हुए बोले कि देखो भाई मेरी तो सरकारी नौकरी है इतने दिन की तो छुट्टी मिलेगी नहीं अब मैं अपनी पत्नी की जिम्मेदारी तुम्हें ही देता हूं और तुम्हें यहां से सविता को वीनर बना कर ही वापस बरेली लौटना है।

 अमित ने बोला भैया आप इस बात के लिए निश्चिंत रहें आज के बाद से भाभी मेरी जिम्मेवारी है और इस डांस कंपटीशन की विनर भाभी बनेगी आप मुझ पर भरोसा रखें।

 धीरे धीरे डांस कंपटीशन में कविता के डांस में और निखार आता गया और रियलिटी शो के जज की भी फेवरेट बनती जा रही थी अब तो सविता टीवी शो में डांसिंग मम्मी के नाम से भी मशहूर हो चुकी थी।  आखिर में वो दिन आ ही गया था जब वह कंपटीशन का विनर बन चुकी थी।

कंपटीशन जीतते ही सविता के पास कई सारे फिल्मों के कोरियोग्राफी के काम मिलना शुरू हो चुका था। लेकिन सविता सबसे पहले वह अपने ससुराल बरेली आई और बरेली में उसको दुबारा से ऐसा स्वागत हुआ जैसे लगा कि बरेली में एक बार फिर 15 साल बाद दुल्हन बन कर वापस लौटी है।  सारे शहर में सविता के नाम से पोस्टर लगा पड़ा था जहां देखो लोग सविता को बधाइयां देने के लिए टूट पड़े थे। सविता की जो सास कल को विरोध कर रही थी आज वही दरवाजे पर आरती की थाल लेकर सविता की स्वागत करने के लिए खड़ी थी।



मीडिया वालों ने जब सविता ने पूछा कि आपको डांसिंग मम्मी बनने में सबसे ज्यादा किसका हाथ है तो उसने बिना सोचते हुए इसका  क्रेडिट अपने सासू मां को दिया बोला कि आज अगर सासु मां ने मुझे डांस सीखने का इजाजत नहीं दिया होता तो शायद मैं यह मुकाम आज हासिल नहीं कर पाती लेकिन मुझे मेरी सफलता में मेरे परिवार का भी पूरा हाथ है और मेरे पति अशोक का भी और मेरे डांसिंग मास्टर अमित का भी जिसके निस्वार्थ ट्रेनिंग से आज मैं यहां पर पहुंच पाई हूं।

कुछ देर के बाद मीडिया वालों ने अमित को भी घेर  लिया और उससे पूछना शुरू कर दिया “मिस्टर अमित आप यह बताइए आपको सविता जी  में क्या ऐसा दिखा कि आप इन को बिना पैसा ट्रेनिंग देने के लिए तैयार हो गए।”

अमित ने बोला कि “मैंने भाभी को कई शादी समारोह में डांस करते हुए देखा था  लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हो पाती थी कि मैं इनसे कोई कंपटीशन में भाग लेने के लिए कहूँ क्योंकि यह किसी की बहू थी।   लेकिन जब मुझे यह पता चला कि एक टीवी रियलिटी शो चुनी गई है और फर्स्ट राउंड में ही वहां से डिसक्वालीफाई हो गई है तो मेरे अंदर का डांसिंग गुरु जग गया और सोचा कि एक बार भाभी को ट्रेनिंग दिया जाए तो  भाभी अच्छा कर सकती हैं।”

अमित ने बोला “आप लोगों के सामने मैं सिर्फ इतना ही कहूंगा कि देखिए हर चीज में डांस है जिंदगी भी एक डांस की तरह है आप हमेशा जिंदगी के धुन पर नाचते रहते हैं कभी सुख का म्यूजिक बजता है तो कभी दुख का म्यूजिक बजता है।”

दोस्तों इस कहानी का  सीख यही है कि आप अपनी उम्र मत देखिए जब भी आपको मौका मिले आप अपने सपने को पूरा कीजिए क्योंकि सपने को पूरा करने का कोई उम्र नहीं होता है और सारी मर्दों से भी यह अनुरोध है कि आप अपने पत्नी की सपोर्ट करें। क्योंकि आपकी पत्नी का भी हक है अपनी जिंदगी जीने का क्योंकि उसकी जिंदगी सिर्फ घर, रसोई  और बच्चे संभालना नहीं है।

Leave a Comment

error: Content is Copyright protected !!