एक प्यार ऐसा भी …(भाग -32) – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

जैसा कि आप सबने अभी तक पढ़ा कि  राजू की मासूमियत से भावना मैडम को प्यार हो गया है … उन्होने बिना घुमाये फिराये राजू से अपनी भावनायें जाहिर कर दी है ….. राजू को मैडम की बात का   मतलब कुछ समझ नहीं आया ….. उसके साथ के दोस्त रवि ने राजू को मैडम की बात का अर्थ समझाने का प्रयास किया है …. राजू कुछ कुछ समझ भी गया… वो मैडम की इस बात से बहुत आहत है …. राजू सीधा अपने कमरे पर आ चुका है … अम्मा को फ़ोन कर निम्मी से बात करता है राजू… वो बोलता है …

निम्मी आई लव यू ….

अब आगे….

निम्मी तू चुप क्यूँ है …. तूने सुना नहीं क्या … मैने बोला आई लव यू …..

क्या बोला रे राजू तू ???

क्या तू शहर में य़हीं सब सीखने गया है …. मुझे तो लगा तू अफसर की पढ़ाई कर रहा है वहां…. पर तू तो…. तेरी अम्मा से बोलूँगी….

निम्मी राजू की बात से घबरायी हुई थी …..

निम्मी मैं अफसर तो बनूँगा ही  री …. पर तुझसे ये बताना बहुत ज़रूरी है …. जब कोई लड़का किसी लड़की को पसंद करता है ,,, उसकी फिकर करता है ….. उसके बारे में सोचता है …. उसका ब्याह कहीं और होते नहीं देख सकता… अपने मन की सारी बात उससे करता है तो इसका मतलब होता है निम्मी….आई लव यू ….. और मैं ये सब सिर्फ और सिर्फ तेरे लिए ही करता हूँ निम्मी …. और तू भी तो मेरी कितनी फिकर करे है बोल करे है ना ……

राजू निम्मी की भावनायें समझे बिना बोले जा रहा है ….

निम्मी और जोर जोर से रोने लगी…..

अच्छा निम्मी चुप हो जा मत रो … अब नहीं कहूँगा… तू रोना बंद कर …. नहीं तो मैं भी रो जाऊंगा…. तेरी तबियत तो सही है अब… बोल??

अब तक तो ठीक थी पर तेरी बात से फिर बिगड़ गयी तबियत….अब तू  मेरा दोस्त नहीं है … तू गंदा लड़का बन गया था शहर जाकर …. अब तेरे से कट्टी …. अब निम्मी से बात मत करना तू…. अब तेरी अम्मा के फ़ोन से कभी बात न करूंगी तुझसे….

निम्मी सिस्कियां ले रही थी….. उसका गला बंध गया था…..

अच्छा सोरी निम्मी …. वो ना भावना मैडम ने बोला मेरे से आई लव यू राजू….. तो मेरे दोस्त रवि ने इसका मतलब समझाया…. उसने जो जो बोला उसमें तो एक भी बात सही ना लगी मुझे भावना मैडम के बारे में…. ये सब बात सुन बस तेरा ही चेहरा  सामने आया… इसलिये तुझसे बोल गया… सोरी निम्मी …..

क्या वो तेरी मैडम ने तुझसे इतनी गंदी बात बोली रे राजू  ….

ये गंदी बात ना होती निम्मी….

चुप कर राजू तू ….. तेरी मैडम बहुत गंदी है … तू उस कोचिंग में पढ़ना बंद कर दे …. कहीं और पढ़ ले…

निम्मी तू कह तो सही रही…. पर इस कोचिंग के बड़े सर मुझे बहुत माने है …इतनी महंगी मेरी फीस भी माफ करा दी उन्होने…….. और अफसर बनने की सबसे बड़ी कोचिंग है ये… रही बात भावना मैडम की तो मैं कह दूँगा… मैं तो नहीं कह रहा ना आपसे आई लव यू ….. बस बात खत्म हो जायेगी….

राजू बोला….

अरे राजू तू बार बार ये गंदी बात मत बोल….. तेरी भावना मैडम मुझे ठीक ना लगे है …. पर तुझे एक साल ही तो कोचिंग करनी है … 6 महीने तो होने को आयें तेरी कोचिंग के…. बस उनसे दूर रह… और कोचिंग पूरी कर ले…..

हां यहीं तो मैं सोच रहा निम्मी ….. अब तू मुझसे बात तो करेगी ना??

हां कर लूँगी राजू… पर तू अब कभी ऐसी बात मत करना मुझसे….. तू पढ़ तो सही रहा है ??

निम्मी बोली….

हां अब तो सब अंग्रेजी समझ आने लगी है …. तू बता तू सही है अब?? दवाई खत्म हो जायें तो चाचा से मंगा लेना….

हां रे राजू बापू दवाई ले आयें है …. तू बस मन लगाके पढ़ …..

ठीक है निम्मी ….. मैने तेरा प्राईवेट फोर्म भर दिया है बी.ए का… अब तू भी पढ़ना शुरू कर …… अगली बार आऊंगा तो तेरे लिए किताबें लेता आऊंगा……

ठीक है राजू…. अब तू पढ़ ले… तेरी अम्मा लली की राह देख रही होंगी….

निम्मी बोली…..

ठीक है निम्मी ….. दे दे फ़ोन लाडो को….. तू अपना ख्याल रखना….. .

इतना बोल निम्मी ने फ़ोन रख दिया …..

राजू का मन आज़ बेचैन था… यह सोच सोचकर कि अगले दिन मैडम भावना उससे फिर कुछ न बोले…..

राजू सो गया…. अगले दिन से राजू ठान चुका था कि बस अफसर बनना है …. किसी की बातों पर ध्यान नहीं देना……

राजू कोचिंग आया….

सीधा अपनी क्लास में गया….

उसके बगल में बैठा रवि बोला…..

भाई…. क्या सोचा फिर …. कल तो तू लड़की की तरह रोकर भाग गया कोचिंग से… इतना अच्छा मौका आया है तेरे हाथ जिसके लिए लोग तरसते है ….. अगर तू भी भावना मैम को आई लव यू बोल दे तो ना तो तुझे पढ़ना पड़ेगा… इतनी बड़ी कोचिंग का मालिक बन जायेगा….. पैसों में खेलेगा पैसों में भाई…. ज़रूर तूने सोलह सोमवार किये होंगे जो इतनी खूबसूरत , पढ़ी लिखी, अमीर मैम तुझसे प्यार करती है ….. मेरी माने तो इस मौके को हाथ से मत जाने दे राजू….. किस्मत एक बार ही दरवाजा खटखटाती है ….

रवि की बात सुन पीछे बैठा सुमेश बोला….

तू पागल हो गया है रवि भाई…. तुझे पता भी है कितनी बड़ी है भावना मैम राजू से…. कम से कम दस साल तो बड़ी होंगी ही….

तो क्या हुआ भाई … अपना अर्जुन कपूर मलाएका से कितना छोटा है … एश्वर्या भी कितनी बड़ी है …. आजकल सब चलता है भाई …. मैं तो कह रहा राजू तू देर मत कर ….

तभी चपरासी मुस्कुराता हुआ राजू के पास आया…

राजू… तुझे मैम ने बुलाया है ऑफिस में…..

राजू निडर होकर बिना घबराये भावना मैम के ऑफिस में गया….

उसने मे आय कम इन मैम?? बोला….

यस राजू … कम ……

जी मैम कहिये….. कुछ काम था….

राजू तुमने मेरी बात का जवाब नहीं  दिया….. अब तक तो मेरी बात का मतलब समझ गए होगे तुम ….?? एक बात और राजू… मुझे लाइफ में पहली बार कोई पसंद आया… पापा तो परेशान हो गए मेरे लिए ग्रूम देखते देखते…. बट मुझे कोई पसंद नहीं आया….

भावना मैम बोली…..

मैम…. आप कहां और मैं कहां …. क्यूँ एक गुरु और शिष्य के रिश्ते को बदनाम कर रही है आप…. मैं गांव का गंवार गांव की गंवार निम्मी से प्यार करता हूँ…. वहीं मेरी सब कुछ है ….

राजू भावना मैडम से आँख मिलाकर बात कर रहा था…. उसकी आँखों में कोई चोर नहीं था….

वो निम्मी … उसे तो मैं …… भावना मैम राजू के पास आ उसकी शर्ट की कोलर को पकड़ती है ….

तब तक मैम के पापा पुलिस ऑफिसर ऑफिस में प्रवेश करते है…..

उनका मुंह खुला का खुला रह जाता है ….

आगे की कहानी जल्द….

तब तक के लिए जय श्री राम

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मीनाक्षी सिंह की कलम से

आगरा

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