बस अब और नहीं – शफ़क रश्मि : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रीनू आज अपने मायके गई थी। जाते समय वो बहुत खुश थी क्योंकि उसकी छोटी बहन अनु , जिसकी शादी को अभी कुछ ही समय हुआ था, माँ के घर आने वाली थी। जल्दी जल्दी उसने घर के सब काम निपटाए और पति को खबर कर के बेटे को साथ … Read more

बाप बड़ा ना भैया, सबसे बड़ा रुपैया – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शुभदा  और वाणी दो सहेलियाँ  थीं। दोनों एक  शहर के टॉप स्कूल में पढ़ रहीं थी। जहाँ वाणी के पिता एक सीनियर  इंजीनियर थे वहीं सुभदा के पिता  इलेक्ट्रीशियन फिटरमैन थे। अर्थात दोनों के जीवन स्तर में काफी अंतर होना लाजिमी था। फिर भी दोनों सहेलियों के बीच अपार घनिष्ठता … Read more

मतलबी रिश्ते – महजबीं : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज रिटायरमेंट के दो वर्ष बाद नैना को इस बात का एहसास हो रहा था कि रिश्ते इतने मतलबी कैसे हो जाते हैं?।  वह सोच रही थी कि वो  क्यों ऐसी नहीं बन पायी। क्यों उसने केवल अपने आप से ही प्यार नहीं किया ,अपने आप के बारे में ही … Read more

बुजुर्गो की इज्जत कम मत करना वरना पछताओगे..! : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :विमलाजी के दिल में पश्चाताप के बादल हमेशा उमड़ते-घुमड़ते रहते।जो व्यक्ति इस संसार में नहीं है ,उससे माफी भी तो नहीं माँगी जा सकती है।आजकल उन्हें नींद भी बहुत कम आती है।बेचैनी में उठकर कुछ देर बिस्तर पर खामोश बैठी रहतीं हैं ,फिर कुछ देर बाद उठकर चाय बनाने लगती हैं। … Read more

मतलबी रिश्ते – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रेणु अपने पति अनिल के पार्थिव शरीर के पास बैठी हुई थी । उसके आँखों में आँसू सूख गए थे। वह एकटक उसके पार्थिव शरीर को ही देखी जा रही थी ।  उसका बेटा पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था। वह अमेरिका में एम एस करने गया … Read more

अति सर्वत्र वर्जयेत् – डा.पारुल अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज मनोहर जी के पास यूएस(अमेरिका) से नीलेश की मां का फोन आया था वो चित्रा का हाथ अपने बेटे के लिए मांग रही थी।नीलेश बहुत ही व्यवहारकुशल लड़का था पर चित्रा तो यूएस या विदेश जाने की बात सुनकर ही सिहर उठती थी। यूएस से आने के बाद चित्रा … Read more

मतलबी रिश्ते – स्नेहलता पाण्डेय ‘स्नेह’ : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सविता जी गाँव में अकेले रहती थीं। उनके एक ही बेटा था जो कानपुर में नौकरी करता था अतः बहू रेखा भी वहीं रहती थी। आज महिनों बाद बेटे-बहू को अपने घर पर देखकर बहुत खुश थीं। दो साल की परी दादी की गोद में जाकर चिपक गई। सविता जी … Read more

मतलबी रिश्ते – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “पापा जी, उठिए, दवा खा लिजीए |” राजीव अपने पापा को उठाते हुए बोला |उसके पापा अस्पताल के बेड पर लेटे थे |राजीव पापा को पीठ की तरफ से सहारा देकर उठाया| बैठाकर उनके हाथ में दवा और पानी का गिलास पकडा दिया | पापा रामनाथ जी ने दवा खाकर पानी … Read more

मुखोटा – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मैं मधु आज घर में अकेली बैठी थी,ऐसे ही पुरानी बातें सोचने लगी।अतीत चलचित्र की रील की भाॅति ऑखों के सामने से गुजरने लगा।तभी एक पुरानी घटना याद आ गई, जिसे एक कहानी के माध्यम से आप लोगों के साथ साझा  कर रही हूॅ। रजनी जी से मेरी जान पहचान … Read more

मतलबी रिश्तों की डोर – मंगला श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बाहर शादी की गहमा गहमी चल रही थी ,चारो और हर्ष उल्लास का वातावरण बना हुआ था मेहमानों से भरे हुए घर में ढोलक की थाप पर नाचने गाने की आवाज आ रही थी ,पर सरला जी और कमलनाथ जी आज इतने बड़े परिवार मे होकर भी अकेले पड़ गए … Read more

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