जो मेरे साथ हुआ वो तेरे साथ नही होने दूंगी – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

दीदी आप समझाओ ना पापा को कह रहे है कोई जरूरत नहीं है नौकरी करने की अब शादी कर लो फिर तुम्हारे ससुराल वाले जो कहे वो करना अगर वो राजी हो तो कर लेना नौकरी । नौकरी के चक्कर मैं फिर उम्र निकल जायेगी फिर अच्छे लड़के नही मिलते अभी रिश्ता आया है सोनल … Read more

जो होता आ रहा वो हमेशा सही नहीं होता – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बहु तुमने नेहा से क्या कह दिया वो रोए जा रही है और अपने घर जाने की की रही है बोल रही अब तो ये घर पर मेरा हक ही नहीं है .. रिचा की सास गुस्से से रिचा को चिल्लाई रिचा अभी कुछ दिन पहले ही बहू बनकर आई … Read more

प्यार से बड़ा फर्ज –  अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

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Moral Stories in Hindi :  रजनी अपने भाई विशाल से बहुत प्यार करती थी उसको जरा सा भी दुखी नहीं देख सकती थी क्यूंकि रजनी के माता – पिता  विशाल दो साल का था  तब एक  हादसे मै गुजर गए रजनी को आज भी याद है जब मां उसके पास छोड़कर  जा रही थी तब … Read more

फिज़ूलखर्ची – अंजना ठाकुर  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बहू जरा अमित से कहना मेरा चश्मा बनवा लाएगा कल गलती से  गिर गया तो उसका कांच टूट गया  किशोर जी बहू से डरते डरते बोले माधवी सुनकर जोर से बोली क्या बाबूजी आप ध्यान रखा करो पैसे कितनी मेहनत से आते है और आपको फिजूलखर्ची की पड़ी रहती है … Read more

कीमती आशीर्वाद – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शादी के बाद नलिनी के ससुराल वाले उसको मायके नहीं आने देते थे नलिनी की सास कहती यहां काम कौन करेगा वैसे भी तेरे मायके वालों पर देने के लिए है ही क्या जो परेशान होना। नलिनी बेचारी चुप रह जाती वो अपने मायके वालों को बेइज्जत भी नहीं करना … Read more

आशीर्वाद का रूप – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

आज फिर बही बूढ़ी औरत को देख कर सुमित  गुस्से मै बोला तुमसे कितनी बार कहा है यहां मत खड़ी रहा करो जब ग्राहक हो तुमने रोज की आदत बना ली है वो औरत एक तरफ हो गई तब सुमित के पिताजी ने नौकर से कहा पहले उसे कुछ मिठाई दे दो। नौकर ग्राहकी छोड़ … Read more

घर मर्यादा से ही बनता है – अंजना ठाकुर  : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आज शहर मै अपने छोटे भाई को इस हालत मैं देख वीरेंद्र कुछ पल के लिए सुन्न हो गया अनुज दुकान से सामान उठा कर ट्रक मैं चढ़ा रहा था कहां अपने हाथ से एक ग्लास पानी ले कर नही पीने वाला अनुज आज समान ढो रहा था भाई को … Read more

घर सबका होता है – अंजना ठाकुर  : hindi stories with moral

hindi stories with moral : भाभी किस से पूछ कर आपने ये सोफा की जगह बदल दी नेहा की ननद रीना गुस्से मै बोली नेहा डर गई बोली दीदी मुझे लगा थोड़ी जगह बदलने से नया लुक आ जाएगा और सफाई भी हो जाएगी इसलिए मैने ..और आगे बोलती तब तक मांजी आ गई बोली … Read more

घर !सबकी खुशियों से बनता है – अंजना ठाकुर : hindi stories with moral

hindi stories with moral : रंजना को घर  सजाना बहुत पसंद था उसकी निगाहें बाजार मैं भी उन चीज़ों को ढूंढती जो उसके घर को नयापन दे रंजना किराए के घर मैं रहती थी कुछ बातों के लिए उसे मन मारना पड़ता था क्योंकि मकान मालिक का आदेश था की घर मैं ज्यादा ठोका पीटी … Read more

टूटे से फिर जुड़े नहीं – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : दीपा की शादी को अभी कुछ महीने ही हुए थे पर उसको, और  जेठानी को देख कोई नही कह सकता की ये देवरानी ,जेठानी है ससुराल मैं जब दीपा नई नई थी तो उसकी जेठानी कीर्ति ने उसे ससुराल के तौर तरीके बड़े प्यार से सिखाए जिस से सास  की … Read more

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