ससुराल में ऐसा क्यों? – अमिता कुचया : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : दमयंती जी और उनकी बेटी सुहाना जैसे ही बाजार से लौटकर आती है तो वो दोनों रोमी और मोना को आवाज लगाने लगती है। रोमी और मोना दोनों दमयंती जी की बहू है। सुहाना उनकी बेटी भी आवाज लगाकर कहती- “अरे भाभी कहां हो? हम लोग थककर आए हैं ,कम … Read more

मेरी सासु माँ का दोहरा व्यक्तित्व – अमिता कुचया

आज कल‌ जैसे की सोच होती है ,पढ़ी लिखी बहू आए और अगर नौकरी वाली  बहू आती है। तो ससुराल वाले को पुराने सोच बदलने की जरूरत होती है। क्योंकि सर्विस वाली बहू के रहन सहन और व्यवहार में अंतर होता है, घरेलू बहू की अपेक्षा… कहने को आधुनिक विचारों वाले सोच हम लोग है  … Read more

झूठ और धोखे की बुनियाद पर रिश्ते कैसे संभव – अमिता कुचया

मुझे आज भी लगता है  लोग अपनी बेटी को इतना भार क्यों मानते हैं। यदि कोई बेटी बीमार हैं तो उसका पूरी तरह इलाज कराना चाहिए न कि उसकी बिना बताए शादी करके उससे पीछा छुड़ाने की कोशिश करना  चाहिए। पर कितने पढ़ लिख जाओ पर सोच नहीं बदली तो क्या? इस लिए कहा गया … Read more

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