बेमेल (भाग 3) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

…“आइए दीदी, बिटिया को सुला रही थी!अच्छा लगा आप सबको एक साथ यहाँ देखकर। समझ में नहीं आ रहा आप सबको कहाँ बिठाऊं! देख ही रही हैं….यहाँ एक कुर्सी भी नहीं है!” – कमरे में चारो तरफ इशारा करते हुए श्यामा ने कहा फिर अपने पलंग पर जगह बनाते हुए बोली- “आपलोग यहाँ बैठिए! देखिए, … Read more

बेमेल (भाग 2) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

..पिता की चल और अचल सम्पत्ति पर अधिकार पाकर त्रिदेवियां- नंदा, सुगंधा, अमृता तथा उनके पतियों के पांव तो जमीन पर ही नहीं टिक रहे थे। इस बात का उन्हे तनिक भी ख्याल न रहा कि पिता ने छोटे भाई मनोहर की ताउम्र देखभाल और सेवा करने की जिम्मेदारी भी सौंपी है। सम्पत्ति की सुरक्षा … Read more

बेमेल – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

गांव का धनाध्य जमींदार राजवीर सिंह। मां लक्ष्मी की असीम कृपा थी उसपर। सैंकडों एकड जमीन और  अथाह सम्पत्ति का मालिक। आकाश छुती अमीरी ने कभी भी उसके पांव जमीन से न डगमगाने दिए। ना कभी कोई घमंड किया और न ज्यादा पाने की लालच ने कभी उसे मुनाफाखोरी की दलदल में ढकेला। गरीब और … Read more

सदा सुहागन रहो : Moral Stories in Hindi

मीना की दादी गांव से आई तो मीना की मां किरन ने जैसे अपनी सास के पैरों को हाथ लगाया तो उसकी सास ने किरन को “सदा सुहागन रहो” का आशीर्वाद दिया  यह सब मीना बहुत बार देख चुकी सी। बहुत सारे बुजुर्ग हर औरत यही आशीर्वाद देते थे। इस बार मीना से रहा नहीं … Read more

आशीर्वाद –  ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

यह आप किस कर्ज की बात कर रहे हो जी? जो आप नहीं उतार सकते ।आप तो अपने आप में इतने समर्थ हो, फिर क्यों बार-बार ऐसा कहते हो कि मैं उसका कर्ज जीवन भर नहीं उतार सकता। ईश्वर ने आपको हीरे सा बेटा दिया है सारे सुख ऐश्वर्य आपको दिए हैं। फिर भी ना … Read more

आखिरी दर्शन…. पिता का आशीर्वाद – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

‘‘ माँ, तुमने आज तक मुझसे जो भी कहा करती चली आई….लड़की हो..ऐसे रहो वैसे करो,…लोग चार बातें न कहें इसलिए तुम्हारी हर हाँ में हाँ करती चली गई….भाई छोटे हैं पर देखो मुझे छोटी समझ हर दुःख और दुनिया की नजरों से बचाकर रखने में लगे रहे…अब तुमने लोगों के कहने पर मेरी शादी … Read more

आशीर्वाद विला – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

   पापा आप इस दुनिया में नहीं हैं… पर जहां भी हैं मेरे आसूं और मेरे दिल का दर्द शायद अब आप तक पहुंच पाए.. आज पूरे पंद्रह साल बाद अपने शहर अपनी सहेली मधु के बहुत मनुहार करने पर आई हूं… मधु कामिनी सुधा रीता सरला सब मधु के यहां इकट्ठे हुए हैं… अपनी स्टूडेंट … Read more

मुझे हक है – ऋतु गर्ग : Moral Stories in Hindi

कंचन शुरु से ही सीधी साधी लड़की थी। करना तो उसे ही सीधी सादी लड़की थी।     हमेशा हंसती मुस्कुराती अपने काम से काम रखती।  वह अपने सादगी संपन्न व्यवहार के द्वारा सभी का मन जीत लेती। वह छोटे बड़े सभी के साथ  साथ सहजता से घुल मिल जाती।  लेकिन वह स्वयं के निर्णय बहुत सोच … Read more

भैरवी (आखिरी भाग ) – अंशु श्री सक्सेना : Moral Stories in Hindi

“मैडम जी, कोई मल्हार नाम के सज्जन आपसे मिलना चाहते हैं. मैंने उनसे कहा भी कि हमारी मैडम इतनी रात गये किसी से नहीं मिलतीं परन्तु वे यहाँ से जाने को तैयार ही नहीं हैं, कह रहे हैं कि मैडम से बिना मिले नहीं जाऊँगा” “ठीक है, अन्दर आने दो उन्हें” कहकर भैरवी ने फ़ोन … Read more

भैरवी (भाग 5) – अंशु श्री सक्सेना : Moral Stories in Hindi

कार्यक्रम का आरम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर होना था अत: आयोजकों ने भैरवी को दीप प्रज्ज्वलित करने के लिए स्टेज पर आमंत्रित किया. जब भैरवी स्टेज पर चढ़ी तब मल्हार की नज़रों से उसकी आँखें जा मिलीं. मल्हार की आँखों में आश्चर्य व प्रसन्नता के मिलेजुले से भाव उभरे और वह बोल पड़ा, “अरे तुम…म..म…मेरा मतलब … Read more

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