परख – नीलिमा सिंघल

उपासना जी भरे पूरे घर की सहृदय मालकिन थी 35 बसंत साथ देख चुके थे उपासना जी और उनके पति महेश जी, दोनों के एक पुत्र और दो पुत्रियाँ थी सभी जिम्मेदारी निभा चुके थे दोनों, अपने जीवन के अगले पड़ाव के बारे मे सोचना शुरू ही किया था कि एक रात हृदयाघात से महेश … Read more

कैमरा – सुधा जैन

8 वर्षीय छोटू गरीब बस्ती में रहने वाला प्यारा सा बच्चा है। उसके पापा कबाड़ खरीदते हैं, और बेचते हैं । एक दिन कबाड़ में उन्हें कैमरा मिलता है ।छोटू उस कैमरे को देख कर बहुत खुश होता है ,और सोचता है ,इससे अच्छे-अच्छे फोटो निकलेगें। उसे मन ही मन बड़ी खुशी मिलती है। शाम … Read more

फूलों का तारों का सबका कहना है, कई हजारों में मेरी बहना है – सुधा जैन

#बड़ी_बहन मैं हेमंत अपनी बड़ी बहन सुधा दीदीके लिए कुछ लिखूं …. ऐसी मेरी सामर्थ नहीं है ।पर जब बात “बड़ी बहन मां के समान होती है” विषय पर लिखने की है तो मेरी कलम बहुत कुछ लिखना चाहती है… अपने दिल की बात आप सबको बताना चाहती है….। मेरी बड़ी बहन मुझ से 3 … Read more

बैरी पिया (भाग दो ) -अनुपमा

भाग एक अब तक आपने पढ़ा की सुरजीत की शादी राजवीर से हो जाती है और राजवीर कनाडा वापिस चला जाता है वहां से कुछ दिन तक तो लगातार संपर्क मैं रहता है परंतु वो सुरजीत को कनाडा ले जाने की बात को हमेशा टालता ही रहता है और धीरे धीरे राजवीर के फोन आने … Read more

अनदेखा प्यार – गोविन्द गुप्ता 

राघव जो कभी भी ऑनलाइन प्लेटफार्म की ओर गया ही नही शोशल मीडिया से दूर रहने का ही मन करता था उसका, पर दोस्तो के कहने पर फेसबुक आईडी बना ली और वाट्सअप भी इनस्टॉल कर लिया तो धीरे धीरे पोस्ट लाइक कमेंट्स होने लगे अनजाने दोस्तो से दोस्ती अच्छी लगनी लगी खुद की सेल्फी … Read more

” एहसास-मंद ” – सीमा वर्मा 

मैं ‘रोहिणी’ लगातार सैंतीस बर्ष तक एक प्रधानअध्यापिका के रूप में  सफलतापूर्वक कार्य करती हुई सेवानिवृत्त हुई हूँ । घर में बच्चे , बेटे और बहुऐं सभी बहुत खुश थे। अब मम्मी को आराम मिलेगा।  बड़े से संयुक्त परिवार में मुझे एक साथ घर और बाहर की जिम्मेदारी संभालते हुए देखते हुए ही वे बड़े … Read more

अनसुलझे सवाल – अनु “इंदु”

“खुल कर बताओ मनीषा क्या हुआ ? मैं तुम्हारी डॉक्टर हूँ “डॉक्टर नीरजा ने मनीषा से कहा। मनीषा को समझ में नहीँ आ रहा था कि वो उसे क्या बताये , कैसे बताये कि कल रात  उसके अपने पति ने उसके साथ जबरन शारीरिक सम्बन्ध बनाये जिसके कारण उसका शरीर ही नहीँ मन भी घायल … Read more

हम भी है इंसान,, – गोविन्द गुप्ता 

सुनयना अपने मम्मी पापा की इंकलौती संतान थी,पढ़ने में बहुत तेज थी,बचपन से विश्वविद्यालय तक प्रथम डिवीजन आती थी , ढेरो प्रमाणपत्र ब सम्मान अलमारी में सजे थे, पिता आशीष बहुत खुश थे और माता श्रीदेवी की लाडो तो थी ही, उच्च शिक्षा हेतु जब बात चली तो डॉक्टर बनने का मन था सुनयना का, … Read more

विवाह-गरिमा जैन 

निशा बेटा चाय पियोगे “ “हां मम्मी जी मैं बना रही हूं “ “अरे नहीं तुम बैठो मैं बना लेती हूं रोज़ तुम ही मुझे चाय पिलाती हो” “कोई नहीं मम्मी मैं फ्री हूं मैं चाय बना कर लाती हूं फिर बैठे गप्पे मारे जाएंगे” ” हां निशा तुमसे कुछ बहुत जरूरी बात करनी है” … Read more

ख्वाब – गरिमा जैन 

रचना बहुत खुश थी  उसे अपने सपनों का राजकुमार मिल गया था। जैसा उसने चाहा उस से बढ़कर ही जीवन साथी उसे मिला था ।अच्छा कमाता था ,देखने में खूबसूरत ,अपना घर गाड़ी वह सब चीज जो रचना हमेशा से ख्वाहिश करती थी। रचना के पिता पोस्ट ऑफिस में कर्मचारी थे उनकी तनख्वाह यही कोई … Read more

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