जरूरी नहीं कि लव मैरेज करने वाली लड़की खराब ही हो – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

स्कूल से आकर सुधा अभी पर्स से घर की चाबी ही निकाल रही थी कि तभी उसकी पड़ोसन आई और आकर मिठाई का डब्बा पकड़ाते हुए सुधा से कहा लो मिठाई खाओ। आज मेरे भाई की सगाई हुई है। सुधा ने आश्चर्य से पूछा तुम्हारे भाई की सगाई हुई है,कौन है जो तुम्हारे भाई को … Read more

परिवार – अनिता मंदिलवार “सपना” : Moral Stories in Hindi

     रीना और विवेक की लव मैरिज थी और दोनों में अच्छी अंडरस्टैंडिंग भी थी । बहुत ही खुशहाल जीवन जी रहे थे पर विवेक की माँ और बहन गाँव में रहते थे । विवेक उन्हें हर महीने पैसे भेजा करता था । फोन पर हाल-चाल भी पूछता रहता था । उसे अपने मां और बहन … Read more

**गलती का एहसास** – ममता चित्रांशी : Moral Stories in Hindi

सुमेधा जी की नौकरीपेशा बहू रजनी हरदम कोशिश करतीं कि मम्मी जी को कोई परेशानी न हो,समय से पहले सारे काम निपटा कर आफिस जाती, और आकर रात का खाना बनाती .. रजनी के बच्चे तीन बजे तक स्कूल से आते … सुमेधा जी को बस उन्हें खाना परोसना होता था ….        लेकिन जब भी … Read more

चुभन – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

गौरव का हाथ अपने हाथों में लिए थी सीमा और एकटक उसे देखे और रोए जा रही थी..इतनी सी बात समझने में पूरी उम्र निकाल दी तुमने? मैं तड़पती रही, इंतजार करती रही और तुम समझे भी तो आज, इतने समय बाद..?? तुम बोल भी तो सकती थीं सीमू! गौरव कांपती आवाज़ में बोला.. प्लीज! … Read more

नीरव – उमा महाजन : Moral Stories in Hindi

उनका पांचवां पीरीयड फ्री था। वे स्टाफ रूम में पहुँची ही थीं कि चपड़ासी ने आकर सूचना दी कि एक महिला और एक युवक गैस्ट रूम में उनकी प्रतीक्षा कर रहे हैं।          वे गैस्ट रूम में आईं।महिला ने उठ कर उनका अभिवादन किया।युवक ने पूरा झुुुकते हुए उनके दोनों पांव छूकर कर उन्हें प्रणाम किया … Read more

मन की गांठे – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi

रितु की नजरें अब भी अख़बार पर थीं, लेकिन अब शब्दों पर नहीं, यादों पर ठहरी हुई थीं। मन में कई अधूरी बातें, कई अनकही शिकायतें कुलबुला रही थीं। अखबार का पन्ना पलटता नहीं था और न ही मन का कोई पन्ना। अपूर्वा उसकी बगल में बैठ गई। एक हाथ में चाय का कप, और … Read more

रिश्तों की गरिमा – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

पूरी रात बीत गई थी मिलन को हस्पताल के बरामदे में चहलकदमी करते हुए, नर्स ने कई बार आते जाते उसे बैठने को भी कहा, और आशवासन भी दिया कि घबराने की कोई बात नहीं, सब ठीक है, आप आराम से बैठिए। मगर मिलन को चैन कहां। उसका बस चलता तो सुरभि के पास बैठा … Read more

सुमि – सुधा शर्मा : Moral Stories in Hindi

‘सुमि’,इतने मधुर स्वर में कहा किसी ने कि हवाओं में रस भर गया । सुमि रसोईघर से बाहर आई ।’क्या कर रहीं थीं? भूल गयीं? आज मेरी छुट्टी है हमें बाहर चलना है लंच के लिए । आज सारा दिन  हम सब साथ बितायेगे । चलो , अनु  को तैयार होने  को कह कर आया … Read more

बस करो माँ.. – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

” रचना बेटी..तू पहले ही दिन अपने पति को मुट्ठी में कर लेना…किचन में तू बिल्कल नहीं जाना…हमने तो…।” कावेरी जी अपनी भतीजी को ज्ञान की#पट्टी पढ़ाने लगीं। रचना कावेरी के बड़े भाई की बेटी थी।उसकी शादी एक सम्पन्न घराने में तय हो गई थी।विवाह की तिथि के एक सप्ताह पहले ही उसकी बुआ उसके … Read more

विश्वास – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

“नमस्ते आंटी जी,कैसी हो?”रसोई की खिड़की के पास खड़ी होकर छुटकी चहक रही थी।बेटी ने पूछा कि नाम क्या है मम्मी इसका,पर शिवानी को खुद ही नहीं पता था छुटकी का नाम।दो साल पहले अपनी मां का हांथ पकड़ कर मुस्कुराते हुए मिली थी छुटकी।मां के पैर में पोलियो था,जिस कारण चलने में तकलीफ़ हो … Read more

error: Content is Copyright protected !!