सुगना – पूर्णिमा सोनी : Moral Stories in Hindi

सुगना, देखो सबके नाश्ता करने के बाद ये( बचा हुआ) नाश्ता मिट्ठू को बुला कर खिला देना…. कहते हुए बड़ी ताई जी निकल गई अरे और कहां, अपने मोहल्ले की सहेलियों के साथ गप – शप करने  बड़ी ठसक थी ताई जी की घर और मोहल्ले सब जगह और हो भी क्यों ना?  घर में … Read more

अरमान – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

short story in hindi

शादी की पहली सालगिरह पर पति सुयश ने नैना को दिल के आकार का हीरे का लाॅकेट गिफ्ट में दिया है।इतना प्यारा -सा गिफ्ट पाकर नैना की आँखों से मूसलाधार बारिश  होने लगी,जिसकी बाढ़ में उसकी सारी कटू यादें बहकर बाहर आने लगीं। बड़े ही अरमानों के साथ  उसकी माँ ने उसकी शादी  इंजीनियर  अजय … Read more

आटे के साथ घुन पीस गया……… – डॉ. विभा कुमरिया शर्मा। : Moral Stories in Hindi

बहुत मुश्किल से तुम्हारा नंबर मिला । तुमसे बात करने के लिए फोन मिलाती हूं लेकिन तुम फोन नहीं उठाती । हम दोनों के बीच में कभी परिचय ही नहीं हुआ, पर मैं तुम्हारे लिए अपरिचित नहीं हूं। मैं यह जानती हूं क्योंकि जिससे मैंने नंबर लिया है वह हम दोनों का संपर्क सूत्र है … Read more

वादा – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

जोर-जोर से शोर मच रहा था….. वोट ४ हरिया का उद्घोष हों रहा था । प्रचार में कोई कमी ना आए , इसलिए हरिया घर-घर जा कर अपना पर्चा बाँट रहा था । जैसें मैंने अब तक आपका ध्यान रखा है आगे भी रखूँगा । इसलिए अपना क़ीमती वोट मुझें ही दे । सत्ता धारी … Read more

निर्णय – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

  “अंजू चल ना, बड़ी अच्छी मूवी लगी है,” नेहा ने जिद करते कहा! “नेहा, मम्मी जी मूवी जाएंगी नहीं और उनको अकेले छोड़ कर मैं भी नहीं जा पाऊँगी”, अंजू बोली “क्या यार, तू भी दिन भर मम्मी जी, मम्मी जी करती रहती, कौन सी तेरी अपनी माँ या सगी सास है,” नेहा चिढ़ कर … Read more

आँख से गिरना – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

शिव बहुत ही सीधा, सच्चा और निर्मल विचारों वाला व्यक्ति था | रुद्रपुर में बैंक में काम करता था | वो कभी किसी के काम के लिए मना नहीं करता इसलिए लगभग सभी लोग शहर में उसको जानते थे | सब से दुआ सलाम उसकी थी |  बैंक का कोई भी काम होता लोग उसको … Read more

अपना सम्मान अपने हाथ – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ देखो इसको कैसे बेशर्म की तरह अभी भी इस घर में पड़ी हुई है… ये नहीं कि अब यहाँ से चली जाए… भगवान बचाएँ ऐसी बहू से।” कहने को तो अक्षरशः यही शब्द कहे थे जमना चाची ने सुकृति को और संजोग देखो वही शब्द आज उनकी बेटी के लिए उसकी सास कह कर … Read more

आँखों से गिरना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

रमेशजी की आँखों से आँसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।उन्हें अपनी परवरिश पर ही शक हो रहा था। शायद जाने-अनजाने में ही उन्होंने कोई ऐसा पाप कर दिया हो,जिसकी सजा उन्हें आज मिल रही है।पत्नी उमा अपनी आँखों में आए आँसुओं के वेग को मुश्किल से संभालते हुए पति के कंधे पर हाथ … Read more

समय का फेर – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

रमन और महेश दोनों बचपन के मित्र थे! दोनों ही मित्र शहर में व्यवसाय करते थे! भगवान की कृपा से दोनों का व्यापार भी अच्छी तरह फल फूल रहा था! महेश ने अपनी बेटी के लिए रमन के बेटे मयंक का चुनाव किया था! मयंक और प्रियंका बचपन से ही साथ-साथ खेलते बड़े हुए थे … Read more

कान का कच्चे – संगीता श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

“शर्म नहीं आती तुम्हें , इसे छेड़ते  हुए !”गाड़ी से उतर, शैली को एक तरफ खींच दोनों मनचलों को थप्पड़ रसीद दी। “इस बेचारी को सहारा देने के बजाय इसके विकलांगता का फायदा उठा रहे हो?”शैली रोए जा रही थी। भीड़ भी इकट्ठी हो गई। सबके सामने दोनों मनचले माफी मांगे। ‌‌    हमेशा की तरह … Read more

error: Content is Copyright protected !!