ओह टोहनी मारने वाले पुरूषों – मीनाक्षी सिंह  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बेचारी उमा ऑफिस के लिए जल्दी जल्दी घर से निकली… बाल अभी गीले ही थे… ठीक से सुखाने का समय नहीं मिला… बालों में एक बनाना क्लिप लगाकर , साइड से बैग टांगे वो माँ को बाय बोल जल्दी से घर के गेट पर लगे गणेश जी को सिर झुका … Read more

लड़के वाले भाग -4 – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अभी तक आप सबने पढ़ा कि नरेश जी अपनी पत्नी बेटों सहित बड़े भाई साहब रमेश जी के साथ बारिश के दिन अपने बड़े बेटे उमेश के लिए लड़की देखने भुवेशजी के घर किसी तरह पहुँच चुके हैं… लड़की के दादा नारायणजी बहुत सख्त स्वभाव के हैं… वो लोग पानी … Read more

लड़के वाले भाग -3 – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अभी तक आप लोगों ने पढ़ा की नरेश जी अपने बड़े भाई साहब और पत्नी, बेटों सहित भुवेश जी के यहां किसी तरह तंग गलियों से होते हुए पहुँच गए जहां वो अपने बड़े बेटे उमेश जो कि फौज में हैं, के लिए लड़की देखने आयें थे… बस अभी किसी … Read more

लड़के वाले भाग -2 – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अभी तक आपने पढ़ा कि हेड मास्टर के पद से रिटायर्ड नरेश जी अपने बड़े बेटे उमेश जो कि फौज में हैं,, के लिए लड़की देखने जा रहे हैं… साथ में पत्नी वीना जी, छोटा बेटा समीर और बड़े भाई साहब नरेश जी भी हैं…. सभी लोग बतायी गयी निर्धारित … Read more

लड़के वाले भाग -1 – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कहां हो भाग्यवती… जल्दी करों …समीर गाड़ी निकालकर साफ कर लें…. देख उमेश तैयार हुआ य़ा नहीं…. जी आयी… आपको तो कोई काम करने नहीं होते…. मुझे तो सब देखना पड़ता हैं… हेडमास्टर जी रिटायर हो गए पर अभी तक हेडगिरी नहीं गयी… दूध फ्रीज में ठंडा करके रखना… बरतन … Read more

तुझे… सब है पता… मेरी माँ ! – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “रोहन की माँ लो यह अपने पूजा पाठ का सामान… जितना याद आया था सब दुकान से लेकर आया हूँ । इस बार खूब मन से जमकर कृष्णाष्टमी मनाओ क्योंकि कान्हा जी ने तुम्हारी मन की मुराद पूरी की है।” माँ ने चौकते हुए कहा-” कौन सी मुराद ?” पिता … Read more

ईर्ष्या का परिणाम – रश्मि सिंह  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : निधि-जागृति बेटा आप रीतिका के पीछे रहेंगी, सारिका तुम रीतिका के साथ गेस्ट को मंच पर लेकर आओगी। सबको अपनी ऐक्टिविटीज़ याद ही है किसको क्या करना है। एवरीवन गॉट माय पॉइंट। बच्चे-यस मैम।  निधि-हाउज़ थे स्पिरिट ? बच्चे-हाई मैम। छुट्टी की घंटी के साथ सब अपना समान पैक करने … Read more

जलन में अंधा – गीता वाधवानी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुमित्रा-“अरे पुष्पा कैसी है और यह मोहल्ले में किस बात की मिठाई बांटी जा रही है, अरे भई हमें भी तो कुछ बताओ।”  पुष्पा-“अरे सुमित्रा, मैं तेरे घर ही आ रही थी। यह लो तुम भी मुंह मीठा करो। मेरी बेटी प्रिया की हैदराबाद में एक बहुत अच्छी कंपनी में … Read more

आंगन की दीवार – बालेश्वर गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अपने जीवनकाल में ही हीरालाल जी ने अपने दोनो बेटों में उनकी रुचिनुसार कार्य बंटवारा कर दिया था।जमीदारी का कार्य उनका छोटा बेटा वीरेंद्र देख रहा था।उसमें जमीदारी के पूरे गुण थे,पूरा रुआब वाला व्यक्तित्व, आन बान शान को रखने में माहिर वीरेंद्र को जमीदारी में ही रुचि थी।अंग्रेजी शासन … Read more

सही सलाह – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 रजत और दिवाकर दोनों एक ही कक्षा में पढ़ते थे। दोनों बहुत ही सम्पन्न परिवार के थे। उन्हें पैसो की कोई कमी नहीं थी, मौज मस्ती से जीते थे, दोनों की पढ़ाई में बिल्कुल रूचि नहीं थी। इनकी कक्षा में पढ़ने वाला मदन बहुत गरीब था, मगर पढ़ाई में बहुत होशियार था। वह मन लगाकर … Read more

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