नेम प्लेट – गीता वाधवानी : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आज रमा के पर जमीन पर नहीं पड़ रहे थे। मानो वह उड़ती उड़ती सी फिर रही थी। बार-बार घर के बाहर जाकर  दरवाजे के पास वाली दीवार पर लगी हुई नेम प्लेट को अपने पल्लू से पोंछती और उसे देखकर खुश होती फिर मुस्कुराती और अंदर चली जाती। पिछले … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 5) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : इधर मीनाक्षी की आँखों मे नींद नही थी आज के घटनाक्रम से वो सहमी सी हुई थी । अपनी तरफ से इतने दिनों मे मीनाक्षी ने पूरी कोशिश की के केशव और उसके बीच मे उसके पिता का पैसा ना आये पर आज लगता है उस पैसे ने उनके रिश्ते … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 4) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” देखिये कैलाश जी हम बच्चो के जन्मदाता है भाग्यविधाता नही हमने अपने बच्चो को लायक़ बना दिया । अब उन दोनो ने एक दूसरे को पसंद किया है तो कुछ सोच समझकर ही ना । रही अमीरी की बात मेरे बच्चो को उसकी लत नही है वो आज भी … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 3) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : कुछ दिनों की कोशिश के बाद मीनाक्षी ने केशव की नौकरी अपने ऑफिस मे लगवा दी। केशव शुरु मे ये नौकरी करना नही चाहता था क्योकि उसे ऐसा लगता था एक ऑफिस मे नौकरी होने से कही दोनो मे दूरियां ना आ जाये या कही किसी मोड़ पर दोनो का … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 2) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : अब प्यार का इजहार तो हो गया पर कॉलेज का आखिरी दिन था तो रोज मिलना तो संभव था नही तो अब एक ही जरिया था जिससे उन दोनो का प्यार परवान चढ़ सकता था वो था फोन …तो फोन पर लम्बी लम्बी बाते होने लगी …। दोनो ने भविष्य … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग -1) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : “ये अदालत एक घंटे तक के लिए मुल्तवी की जाती है ।” जज के इतना बोलते ही शांत अदालत मे चहल पहल शुरु हो गई। दोपहर के डेढ़ बजे थे लंच ब्रेक था। जज अपनी कुर्सी छोड़ जा चुके थे। कुछ लोग बाहर आ चाय पी रहे थे कुछ आस … Read more

आंखे चार  : hindi stories with moral

hindi stories with moral : रजनी बड़ी तेजी से सीढ़ियों पर चढी जा रही थी | सोच रही थी,आज आफिस में उसका पहला दिन था और कहीं आज ही देर न हो जाये |लिफ्ट उपर गया हुआ था और आफिस पहली मंजिल पर ही है, यह सोचकर रजनी फटाफट उपर आ गई |आफिस में वह … Read more

गुबार – अर्चना सक्सेना  : hindi stories with moral

hindi stories with moral :  दरवाजे की घंटी बजी तो सुरेंद्र ने दरवाजा खोला, सामने उनके घनिष्ठ मित्र श्यामसुंदर खड़े थे। श्यामसुंदर बहुत परेशान लग रहे थे। आँसू आँखों से निकलकर बहने को तैयार थे परंतु शायद वह उन्हें जबरन रोककर रखे थे क्योंकि समाज में धारणा है कि पुरुषों का रोना कमजोरी की निशानी … Read more

एक बार फिर (भाग 39 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

प्रिया और शेखर की शादी के बाद अगले दिन बहुत खुशी का माहौल होता है। शेखर के पापा कंस्ट्रक्शन बिजनेस में पहली बार कदम रखते हैं डील फाइनल होती है। डिनर के बाद सभी आपस में बात करते हैं और शादी के फंक्शन के बारे में डिसाइड करते हैं कि तभी किसी अननोन नंबर से … Read more

एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर – संध्या त्रिपाठी  : hindi stories with moral

hindi stories with moral :  शुभ्रा दीदी …एक बात पूछूं ..? सच-सच बताइएगा…. पहले वादा करिए …आप झूठ तो नहीं बोलेंगी ना…. अरे नहीं प्रभा …तू तो मेरी छोटी बहन है तुझसे क्यों झूठ बोलने लगी भला…. कपड़े समेटते हुए बड़ी सहजता से शुभ्रा ने जवाब दिया….            तो बताइए आपकी शादी ना करने के निर्णय … Read more

error: Content is Copyright protected !!