निर्णय (भाग 33) अंतिम भाग – रश्मि सक्सैना : Moral Stories in Hindi

कहानी निर्णय

आप बताइए क्या इस कहानी को यहां खत्म कर देना चाहिए

अंजलि और नेहा के कार्यक्रम के बाद रोहित की मां फिर नेहा को टॉर्चर करने लगती है, लेकिन नेहा उनका टॉर्चर सिर्फ बच्चों के कारण बर्दाश्त कर रही है उन्हें छोड़कर जा भी नहीं सकती ।

लेकिन नेहा का हमेशा वहां रहना नेहा की मां की आंखों में खटक रहा है ,जो लोग पहली दबी जुबान से उनके रिश्ते के बारे में बोलते थे , अब खुलेआम इस बात को लेकर चर्चा होने लगी थी ,कि नेहा और रोहित का अवैध संबंध है क्योंकि पहले इस रिश्ते की आड़ में हमेशा अंजलि रहती थी, तो लोग खुलकर बात नहीं बना पाते थे ।

वे दोनों बच्चे धीरे-धीरे अंजलि को भूलने से लगे थे, और अब वे नेहा को ही ज्यादा पहचानने लगे थे । बाहर की बातों को सुनते सुनते रोहित भी परेशान हो चुका था और अगर इसी तरह से लोग बातें बनाते रहेंगे तो उनका स्टेटस भी डाउन हो जाएगा ,और मार्केट वैल्यू भी खत्म होने लगेगी तो वह 1 दिन नेहा से कहता है कि हम कोर्ट मैरिज कर लेती हैं नेहा कुछ नहीं कहती पर उसे भी शादी करना ही ज्यादा ठीक लग रहा है ,रोहित अपनी मां से खुद की और नेहा की शादी की बात करता है रोहित की मां भड़क जाती है और कहती है यह कल की छोकरी इन दो बच्चों को कैसे संभालेगी सौतेली मां बनकर इन बच्चों को बहुत दुख देगी ।

रोहित अपनी मां की बातों का कुछ उत्तर नहीं देता । वह अपनी मां को लेकर डॉक्टर सरिता के पास जाता है , और अपनी मां से कहता है की मां तुम डॉक्टर सरिता के साथ कुछ देर बैठो ,और  बात करो मैं थोड़ी देर में आता हूं ,सरिता को देखते ही ही उसकी मां पहचान जाती है ,क्योंकि वह गांव घूमने के लिए पहले रोहित के संग आई थी।

रोहित की मां को देखते से ही नेहा उनके गले लग जाती है, और उन्हें अंजलि के  दुख की सांत्वना देती है ,रोहित की मां अंजलीे के जाने से दुखी थी ,

नेहा और बच्चों के बारे में रोहित की मां से सरिता पूछती है ,की आंटी नेहा और बच्चे कैसे हैं ,यह सवाल सुनते ही रोहित की मां भड़क उठती है , और गुस्से में आकर कहती है उस कलमुही ने मेरे रोहित पर ऐसा जादू डाला ,और उन बच्चों पर भी कि रोहित को नेहा के अलावा कुछ दिखता ही नहीं है ,दिन-रात नेहा नेहा उस नेहा के कारण हमारी बहू अंजलि चली गई, पर रोहित को कुछ समझ में ही नहीं आता ।

सरिता रोहित की मां के कंधे पर हाथ रखकर कहती है आंटी उसनेें भी अपनी बेटी खोई है, अगर आपने और बच्चों के साथ साथ रोजी को यहां रख लिया होता ,तो आज उसकी बेटी उसके साथ होती क्या आपने कभी यह सोचा है

रोहित की मां आश्चर्य से सरिता को देखती है ,और सोचती है इसे यह बात जरूर उस नेहा ने बताई होगी ,और यह बात रोहित को बता दी होगी ,तभी वह मुझसे उखड़ा उखड़ा रहता है ।

सरिता कहती है अंजलि मां नहीं बन सकती थी , यह दोनों बच्चे नेहा और रोहित की हैं इस बात को अंजलि भी जानती थी लेकिन आपने उसे गोद लेने से बच्चा मना कर दिया, इसलिए उसने इन दो बच्चों को अपनाकर अपने मां होने का सुख पूरा किया , और आपके द्वारा उसे जो व्यंग मिलते थे ,उनसे बहुत परेशान होकर यह कदम उठाने को मजबूर हुई। और अंजलि खुद यह चाहती थी , रोहित नेहासे शादी करें । आपकी यह भूल है कि वह सौतेली मां है वह उन बच्चों की सगी मां है और आपको खुशी खुशी रोहित और नेहा की शादी कर देना चाहिए। जिससे उन बच्चों को उनकी सही मां सामाजिक मान्यता के अनुसार मिल सके । और आप जैसे लोग आंटी अंजली जैसी समझदार बहुओं की भी बुद्धि कुंठित कर देते हैं , आपको अपना ही खून चाहिए था , आप की मान्यताओं के कारण अंजलि यह कदम उठाने को मजबूर हुई ।

रोहित की मां सरिता की बातें सुनते हुए सदमे में आ जाती है और सोचती है मैं इतनी बड़ी दोषी हूं और अपने इस दोष को सुधारने के लिए मन ही मन एक बड़ा फैसला करती है जब वह घर आती है । तो नेहा के सिर पर हाथ फेर कर कहती है ,तेरी बेटी की मैं गुनहगार हूं अगर तुम मुझे माफ कर सको, तो माफ कर देना, और मेरी रोहित से शादी करके अपने दोनों बच्चों को मां और पिता का प्यार दो ,नेहा आश्चर्य से उन्हें देखती रह जाती है ,और उन्हें अपने गले लगा लेती है, रोहित की मां कहती है बेटा मुझे सरिता ने बताया , दुनिया समाज क्या कहता है ,मुझे इसकी कोई परवाह नहीं ।

कुछ समय के पश्चात वह नेहा के लिए खुद जाकर गहने और कपड़ों की शॉपिंग करती है ।

कोर्ट में उनकी शादी करवाने के पश्चात अपनी जिद से रोहित की मां एक पार्टी भी करती है । रोहित इन सबके लिए बहुत मना करता है ,लेकिन वह नहीं मानती ,,सारे रीति रिवाज से वह नेहा को अपने घर लाती है।

नेहा को बहुत प्यार से रखती है। बच्चों को घर में रोहित की मां संभाल की थी और नेहा फैक्ट्री जाना चालू कर देती है। एक दिन अचानक नेहा बेहोश होकर गिर जाती है , ड्राइवर को बुलाकर रोहित की मां उसे सरिता के पास लेकर जाती है , और सरिता चेक कर के  कहती है ,बधाई हो आप दादी बनने वाली है ,रोहित की मां बहुत खुश होती है , जब तक रोहित भी वहां आ चुका होता है । ,  नेहा खुश है रोजी वापस आ रही है । अब मैं यही रहूंगी और नेहा की देखभाल करूंगी

रोहित खुश है शायद अंजलि वापस आ रही है ।

रोहित की मां यह सोच कर खुश है कि वह बच्चे भी इसके हैं और यह बच्चा भी ,तो नेहा किसी भी बच्चे की सौतेली मां ने ही बनेगी ।

सभी इस खुशी को अपने-अपने नजरिए से देख रहे हैं ।

रश्मि सक्सैना

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