निर्णय (भाग 23) – रश्मि सक्सैना : Moral Stories in Hindi

लगभग 3 महीने सकुशल गुजर जाने के बाद एक दिन अचानक से नेहा की तबीयत खराब हो जाती है, रोहित और अंजलि उसको डॉक्टर सरिता के पास ले जाते हैं बहुत कोशिशों के बाद भी सरिता मिसकैरेज होने से नहीं बचा पाती, और नेहा की हालत काफी खराब हो जाती है ।

अंजलि  और रोहित को बहुत दुख होता है ,और उससे ज्यादा  नेहा को दुख होता है डॉक्टर सरिता तीनों को बहुत समझाती है, और कहती है नेहा को बिल्कुल ठीक हो जाने दो उसके बाद एक बार और ट्राई करेंगे ,लेकिन रोहित को लगता है ,कि शायद उसकी किस्मत में बच्चेनहीं है, और कुछ नहीं , अंजलि को भी बहुत समझाता है, और नेहा से कहता है कि बस तुम जल्दी अच्छी हो जाओ , हमारे कारण तुम्हे भी शारीरिक परेशानी उठानी पड़ रही है, अंजलि रोजी का बहुत अच्छी तरह से ध्यान रखती है , हॉस्पिटल में एडमिट नेहा  का रोहित, कुछ बेड वालों को ऐसा लगता है जैसे रोहित नेहा का पति है ,पूरे टाइम रोहित नेहा के पास बैठा रहता है, और उसके हाथ को अपने हाथ में लेकर कुछ समझाता रहता है कभी-कभी और कभी कभी मायूस हो जाता है , नेहा बहुत ज्यादा वीक हो जाती है , पूरी तरह रोहित के ऊपर डिपेंड हो जाती है ,और इस बीच शायद रोहित के मन में नेहा की प्रति प्यार वाली भावनाएं जन्म लेने लगती है और धीरे-धीरे वह नेहा के करीब आने लगता है ,और अब रोहित को भी यह साफ होने लगता है कि सिर्फ वही नेहा की तरफ नहीं खींच रहा बल्कि नेहा भी शायद रोहित की तरफ आ रही है ।

1 दिन अंजलीे रोहित से कहता है अब मैं नेहा के पास नहीं रह सकता ,तुम चली जाया करो या वहां के लिए हम कोई ऐसी बाई रख देते हैं जो उसका पूरा ख्याल रखे । अंजली कुछ नहीं कहती और वह बोलती जब तक बाई मिले तब तक आप रोजी  को घर पर संभाल लिया करिए, मैं हॉस्पिटल चली जाऊंगी । अंजलि नेहा के पास रहने लगी थी ।  कुछ समय बाद छुट्टी होकर नेहा घर आ जाती  है ।लेकिन तब भी रोहित उसके घर नहीं आता।

अब नेहा थोड़ी स्वस्थ होने लगती है ,और वह रोजी का भी ख्याल रखने लगती है । लेकिन रोहित का ना आना अब उसको चुभने लगा था । उसे एहसास होने लगा था शायद रोहित उससे इसीलिए एक दूरी बना रहा है ,क्योंकि रोहित धीरे धीरे नेहा की तरफ आ रहा था ।

काफी समय से रोजीऔर नेहा वहां नहीं गई थी तो 1 दिन रोहित रोजी से मिलने नेहा के घर आता है । नेहा रोहित को देखकर बहुत खुश हो जाती है लेकिन रोहित कोई रिएक्शन नहीं देता ,और वह नेहा

से पूछता है ,क्या रोजी को ले जा सकता है , नेहा कुछ नहीं कहती रोजी को भेज देती है , कुछ समय बाद जब रोहित रोजी को छोड़नें आता है तो नेहा से रहा नहीं जाता ,और वह रोहित के सीने से लगकर बहुत रोने लगती है ,और कहती है मैं अब आपके बिना नहीं रह पा रही हूं ,रोहित खड़ा रहता है कुछ कहता नहीं है और वहां से बिना कुछ कहे वापस आ जाता है ,उसे लगता है शायद कुछ गलत हो रहा है, लेकिन प्रकृति के नियम के अनुसार एक महिला और पुरुष कब तक दूर रहते ,  कुछ समय के बाद रोहित  नेहा के करीब आने लगता है ।

ना चाहते हुए भी रोहित और नेहा बहुत करीब आ जाते है । रोहित नेहा का बहुत ख्याल रखने लगता है ,  अंजली फिर रोहित से कहती है क्या हम एक बार और ट्राई कर सकते हैं ,शायद ईश्वर अबकी बार हमारे साथ हो अब मैं उसको वहां पर अकेला नहीं छोडूंगी। रोहित अंजलि से कहता है क्या हम बार-बार उससे यही बात कहेंगे तो वह क्या समझेगी ,अभी कुछ समय के बाद फिर  बात कर लेना , अंजली रोहित की बात मानकर कुछ समय बाद बात करने की सोचती है ।

इसी बीच वह वापस गांव जाकर एक बार और हवन करने आती है और ईश्वर से कहती है ,बस इस बार मेरी झोली भर देना ।

नेहा  रोहित फैक्ट्री के लिए जमीन देखने जाते है और वहां पर नेहा उन सभी की मीटिंग लेकर आती है जिनकी वह पहले लेकर आई थी , और डिजाइन मशीनें सब कुछ तय करने के बाद वापस घर आने लगती है ,बहुत तेज बारिश होने के कारण नेहा को बड़ा मजा आता है और रोहित की गाड़ी रुकवा कर काफी देर तक बारिश में भीगती है रोहित उसे देख कर बहुत खुश होता है और सोचता है  हमेशा इतनी ही खुश रहे नेहा, रोहित को बहुत बुलाती है लेकिन रोहित भीगने से मना कर देता है ,रोहित के पास  आकर गाड़ी की चाबी निकाल लेती है ,और रोहित से कहती है अगर गाड़ी से घर चलना है तो थोड़ी देर बारिश में भीगना पड़ेगा , रोहित नेहा को बहुत समझाता है लेकिन नेहा कुछ समझने को राजी ही नहीं और वह बच्चों की तरह जिद करके बैठ जाती ,रोहित को नेहा की जिद के आगे झुकना पड़ता है और वह भी उसके साथ थोड़ी देर बाहर आ जाता है ,लेकिन वहां नेहा की बचपना देखकर रोहित को भी नेहा के साथ भीगने में बहुत मजा आने लगता है और दोनों बारिश में बहुत देर तक भीगते है । जब नेहा के दांत किटकिटाने लगते हैं ,तो फिर नेहा को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाता  और घर लेकर आता है ,  रोहित और नेहा कपड़े चेंज करके हाल में आकर बैठ जाते हैं और इतनी में रोजी काफी देर से सोई हुई थी उठ जाती है ,रोहित उसे खिलाने लगता है, और नेहा खाने की तैयारी करती है खाने के बाद रोहित   नेहा से कहता है की अब मैं भी घर जाऊंगा लेकिन बारिश फिर आने लगती है ,और नेहा उसे जाने से रोक लेती है रोहित हंसकर नेहा से कहता है अब मैं तुम्हारे साथ बाहर  बारिश में नहीं भीगूगा ,  नेहा और रोहित दोनों ही हंसने लगते हैं , नेहा के बाल गीले होने के कारण वह खोल कर रखती है ,रोहित बड़ी गौर से नेहा को देख रहा था । नेहा हंसते हुए रोहित के करीब आकरआंखों में आंखें डाल कर पूछती है ,ऐसे मुझे क्या देख रहे हैं आप, रोहित उसके दोनों हाथ पकड़ कर पास में बिठा लेता है ,और उसे कहता है तुम रोज से ज्यादा सुंदर लग रही हो इसलिए गौर से देख रहा हूं , नेहा करीब आ जाती है और जो नहीं होना था वह हो जाता है ,सुबह उठकर दोनों ही बिना कुछ बोले चुपचाप रोहित अपने घर आ जाता है , और नेहा भी उसे रोकने की कोशिश नहीं करती घर आकर रोहित सोचता है , क्या यह सही हुआ अंजलि के साथ मैंने शायद गलत किया । लेकिन जब अंजलि को पता है तो वह नेहा  मुझे भेजने की कोशिश क्यों करती है ,और वह समझ नहीं पाता कि अब वह अंजली से क्या कहें , अंजली गांव से वापस आती है,  तो रोहित को कुछ उदास देखकर वह पूछती है ,तबीयत ठीक नहीं है, नहीं ऐसा कुछ नहीं बहुत पूछती है ,रोहित  लेकिन रोहित कहता है मैं बिल्कुल ठीक हूं रोहित के अंदर चल रहा उस मानसिक द्वंद्व को वह अंजलि को बता नहीं पाता कि उसके जाने के बाद क्या हुआ ।अंजली रोहित से कहती है नेहा को आप ले आएंगे मुझे रोजी से मिलना है,  कि ड्राइवर को भेज देना मुझे बहुत काम है मैं नहीं जा पाऊंगा ,नेहा को फोन लगाती है आने के लिए तो नेहा भी कुछ बहाना करके आने से मना कर देती है ,अंजली से मिलने चली जाती है, कुछ समय बाद वह घर आ जाती है,  उसकी तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण उसके चेहरे पर रौनक नहीं है ,रोहित उससे कुछ नहीं कहता पर चिढ़ते हुए कहता है नेहा और रोजी के अलावा कोई और बात नहीं आती नेहा और रोजी हमारी जिंदगी में आए हैं तुम मेरी तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं देती ,दोनों की ही बातें करती  मैं तुम्हारा पति हूं पहले से तुम बहुत बदल गई हो , अचानक से बदला हुआ  रुख देखकर अंजलि चुप हो जाती है ,और वह समझ नहीं पाती कि रोहित इतना क्यों चिढ़ रहा है ।

अंजलि ने अब रोहित के सामने नेहा और रोजी का नाम लेना बिल्कुल बंद कर दिया था वह समझ गई थी अगर उनका नाम घर में लिया तो हो सकता है दोनों के बीच अकारण ही विवाद हो।

रोहित भी यह सोचता है वह अंजलि पर क्यों चिड़ रहा है जो कुछ हुआ वह तो नेहा और रोहित के बीच हुआ ,रोहित को अफसोस होता है लेकिन रोहित नेहा से 8 साल बड़ा होने के कारण उसकी सोच थोड़ी परिपक्व थी ,उसे लगता है ,इस सब के बाद कहीं ऐसा ना हो अगर कुछ हो जाता है तो अंजलि और उसका बना हुआ घर कहीं बिखर ना जाए जहां वह पल पल भगवान से बच्चे मांगने के लिए प्रार्थना करता , अब वही रोहित ईश्वर से कहता है कि अभी उसे वह प्रेग्नेंट ना करें , और अब वह सोच लेता है उस फैक्ट्री में नेहा को सेट करके उसे वह रिश्ता तोड़ लेगा

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