शहाबो की बारात – हेमलता श्रीवास्तव : Moral stories in hindi
मेरा विवाह संभ्रांत परिवार में हुआ था और खेती-बाडी भी थी, विवाह के कुछ दिनों बाद जब सासूमां के साथ उनके गांव गई तो आदतन मुझे हर जगह डर लग जाता था पर नई होने के कारण किसी से कुछ कह न पाती। एक दिन पति से पूछ ही लिया आपको डर नही लगता लाइट … Read more