एक पश्चाताप ऐसा भी – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शुभम-“पापा, कल मेरे स्कूल में फंक्शन है। सबके पेरेंट्स आ रहे हैं। आप और मम्मी भी मेरा डांस देखने के लिए आना।”  पापा जिनका नाम नवीन था-“बेटा, तुम्हें तो पता है मैं नहीं आ सकता। मुझे बहुत सारे पेशेंट देखने है। मम्मी से कहना आने के लिए और यह क्या … Read more

अपमान : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  मां! “आज आप मेरी निगाहों से गिर गईं ।एक औरत हो कर आपने सरे आम इतने सारे रिश्तेदारों के बीच काव्या के घर वालों का मजाक बनने दिया। आपने जरा सा नहीं सोचा कि उसके दिल पर क्या गुजर रहा होगा जब उसकी गरीबी का मजाक बन रहा था और … Read more

कोशिशें बाकी हैं अभी…! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “हेलो… हां बेटी कैसी है क्या खाना मिला आज हॉस्टल में ..!फिर नहीं खाया आज खाना बेटा ये तो गलत है ऐसे रोज रोज खाना नही खाओगी तो पढ़ाई कैसे कर पाओगी ….मीरा भाभी अपनी बेटी प्रीति से मोबाइल पर बात कर रही थी मम्मा एकदम गंदा खाना है यहां … Read more

बेटियां क्या सचमुच पराई होती हैं? –  शुभ्रा बैनर्जी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बचपन से हर मां पर एक ही लांछन लगाया जाता है,परिवार के लोगों के द्वारा ,कि बेटे को ज्यादा प्यार करतीं हैं।श्यामा ने भी हंसकर यह लांछन लिया था अपने स्नेह पर।बेटी पापा की लाड़ली और बेटा मां का।अनचाहे ही मांएं पक्षपात करतीं हैं बेटे-बेटियों में,यह श्यामा स्वयं ही स्वीकार … Read more

पश्चाताप के कंगन –  गीता चौबे गूँज  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  ” अहा कितना सुंदर कंगन है! बाबा आप मेरे ब्याह में यही कंगन देना मुझे… दोगे न? ” मेले में कंगन को देख सोना का दिल मचल उठा। ” हाँ बेटी, जरूर दूँगा।” बेटी की सूरत देखकर ही तो हरिया जीता रहा अब तक। बहुत प्यार करता था सोना की … Read more

पश्चाताप की आग –  विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  ” अरे-अरे..ज़रा देखिये तो…लगता है,बाहर कोई महिला बेहोश हो गई है…।”  ‘ संजिवनी केमिस्ट ‘ पर दवाइयाँ खरीदते हुए ग्राहकों में से एक ने कहा तो नम्रता ने पीछे मुड़कर देखा।शाॅप के बाहर लगी भीड़ को देखकर उत्सुकतावश वह एक हाथ में पर्स-दवा थामकर दूसरे हाथ से लोगों के बीच … Read more

वो बुला रही है मुझे” (अंतिम भाग ) – अविनाश स आठल्ये : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मित्रों कल पोस्ट की हुई इस कहानी में आपने पढ़ा कि नन्हा बालक माधव अपने पिता की सीख “यह पेड़ हमारा साथी बनकर आजीवन साथ देगा” को मन में गाँठ बानकर रख लेता है, वह उस पेड़ की अच्छे से देखभाल करता है, 12-13 वर्षों में माधव युवा हो चुका … Read more

वो बुला रही है मुझे” (भाग – 2 ) – अविनाश स आठल्ये : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मित्रों कल पोस्ट की हुई इस कहानी में आपने पढ़ा कि नन्हा बालक माधव अपने पिता की सीख “यह पेड़ हमारा साथी बनकर आजीवन साथ देगा” को मन में गाँठ बानकर रख लेता है, वह उस पेड़ की अच्छे से देखभाल करता है, 12-13 वर्षों में माधव युवा हो चुका … Read more

वो बुला रही है मुझे” – अविनाश स आठल्ये : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : माधव की उम्र तब मात्र 4 वर्ष का थी, जब एक दिन वह पिताजी की उंगली पकड़कर घर से थोड़ी दूर स्थित छोटी पहाड़ी पर उछलते-कूदते जा रहा था, तभी उसने देखा कि आम के एक पौधे को बकरी खा रही है.. पिताजी ने उस बकरी को भगाकर, उस पौधे … Read more

गलती कर दी घर से भागकर- अनिता शर्मा बुंदेलखंडी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुनसान सड़क के बीचों बीच आंखों में आंसू लिए खड़ी निया समझ ही नहीं पा रही थी कि आखिर वो किस तरफ जाए। उसने एक बार फिर नजरें उठाकर चारों तरफ देखा सारा शहर नींद के आगोश में जा चुका था। उसे लग रहा था कि सड़क के दोनों ओर … Read more

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