बड़ों का साया – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

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हर्षा नाम के अनुरूप एक बहुत ही मस्त , खुश रहने वाली, सौम्य साधारण नैन-नक्श गेहूंआ रंग की संस्कारी लड़की थी।उसका ये मस्त स्वभाव ही उसकी मम्मी की चिन्ता कारण था। जैसे -जैसे वह बड़ी हो रही थी उनकी चिंता यह सोचकर बढ़ रही थी कि ससुराल में कैसे निभा पायेगी। सामने वालों को यदि … Read more

तुम सही थी – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

       पूरा शहर रंग-बिरंगी रोशनी से नहाया हुआ था। पटाखों और बच्चों के शोर अंदर कमरे तक सुनाई दे रहें थें लेकिन दीनदयाल जी अपने कमरे में पत्नी शकुंतला की तस्वीर के आगे बैठे एकटक उन्हें निहारे जा रहें थें।नम आँखों से उनसे शिकायत करने लगे,” मुझे अकेला छोड़कर तुम क्यों चली गई…पिछली दीपावली पर तुमने … Read more

मूवी का टिकट – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

कम्मो आज केवल मां पिताजी का ही डिनर बनाना उनसे पूछ लो उन्हें क्या खाना है वहीं बना दो हम लोग बाहर जा रहे हैं राजन ने मेड के आते ही बताया। जी साब कहती कम्मो मांजी के पास पहुंच गई थी। अम्मा बताए दो क्या बना दूं खाने में आप और बाबूजी के लाने..कम्मो … Read more

इतना गुमान ठीक नहीं – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

कहते हैं न कि जीवन में सब दिन किसी का घमंड रहता नहीं है ‌‌ कभी न कभी टूटता ज़रूर है और जिसको सबसे ज्यादा बेइज्जत किया है उसी के सामने टूटता है ।                       ऐसे ही रमा गुमान में हर वक्त रहती थी घमंड से चूर। अपने आगे किसी को कुछ समझती ही न थी। … Read more

* बुजुर्गों का आशीष * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

   बसन्त और गौरी अपनी गृहस्थी में खुश थे। ज्यादा ऊंचे ख्वाब नहीं थे। सीधे सरल स्वभाव के खेती किसानी का काम  करते। गाँव मे सबके साथ मिलजुल कर रहते। सुख दुःख में उनके साथ रहते। दोनों बहुत मेहनती थे। जब तक माता पिता रहै दोनों ने उनकी बहुत सेवा की। दो बहिनें है, जिन्हें … Read more

मेरे सास ससुर माँ बाप से नहीं – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi

गार्गी एक बात ध्यान से सुन लो जब बैंगलोर शिफ्ट हो ही रही हो तो अपने यहां का दिया समान सारा ले जाना क्या पता तुम्हारे सास,श्वसुर कद्र करें या नहीं? और वैसे भी अब आना ही क्यों है? पड़े रहेंगे ये बूढ़े,बूढ़ी यहां पर! ये भी अच्छा हुआ कंवर साहब का ट्रांसफर दूर हो … Read more

जिस घर में बुज़ुर्ग हंसते मुस्कुराते हुए रहते है | उस घर में भगवान का वास होता है – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

दीपा और रवि  की शादी बहुत ही अच्छे से हो गई | दोनों का प्रेम विवाह हुआ था | एक ही कम्पनी में दोनो काम करते थे |रवि के मम्मी पापा , बहू के घर आने से बहुत खुश थे | दीपा सुबह जल्दी उठ जाती और  घर का काम करती | फिर ऑफिस जाती … Read more

आंगन की छांव – सरितालोक दीक्षित : Moral Stories in Hindi

आंगन का बूढ़ा पेड़ और बूढ़े मां-बाप शैली की परेशानी का कारण बनते जा रहे थे ।शैली शिवम से कहने लगी कि कहने को तो हमारे पास इतनी जगह है लेकिन इस पेड़ ने आधी से ज्यादा जमीन घेर रखी है ।बाहर आंगन में यह पेड़ और घर के अंदर तुम्हारे मां बाबूजी ने जीना … Read more

अभी तो मैं जवान हूँ – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” अरे ये क्या कर रहे हो अब क्या तुम्हारी उम्र है बच्चों के साथ उछल कूद करने की !” अपने पति मोहन बाबू को पोते पोतियों के साथ खेलते देख कुमुद जी बोली। ” राघव की मां उम्र का क्या है वो तो बस एक नंबर भर है दिल तो अभी बच्चा है तो … Read more

“जिस घर में बुजुर्ग हंसते हुए दिखाई दे उस घर में भगवान का वास होता है” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अरे दीदी.. आप इस समय ..अचानक से.. सब ठीक तो है ना.. दोपहर 3:00 बजे अचानक से बहन सुभद्रा को देखकर भैया सिद्धांत और भाभी कमला दोनों आश्चर्यचकित रह गए! हां हां भई… सब ठीक है अपने निखिल का ट्रांसफर इसी शहर में हो गया है आज सुबह ही मैं निखिल और कीर्ति और दोनों … Read more

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