कैसी किस्मत पाई है? – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

मम्मी जी! आपकी रिपोर्ट आ गई है, उनका फोन आया था अभी, वह शाम को घर लौटते वक्त ले आएंगे, पलक ने अपनी सास नर्मदा जी से कहा नर्मदा जी:  तो क्या है उस रिपोर्ट में?  पलक:  अभी ज्यादा कुछ तो बताया नहीं, पर आपका ऑपरेशन जल्द से जल्द करवाना पड़ेगा, बाकी का आकर बताएंगे, … Read more

सासू मां इतना पैसे का गुरूर भी ठीक नहीं है। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

रितु, ‘ये क्या लाई है अपने मायके से ? तेरी मां कभी कुछ ढंग का देती ही नहीं है।  पुराने बक्से में से साड़ी निकालकर दे दी।  ऐसी साड़ी तेरी मां ही पहनती होगी, मेरे यहां तो कोई नहीं पहनेगा… तुझे क्या अपने ससुराल के स्टेटस का जरा भी ख्याल नहीं है ? जो तू … Read more

पैसे का गुरुर – डाॅ संजु झा  : Moral Stories in Hindi

रीना को दफ्तर में   खाली बैठे -बैठे  काफी समय हो चुका था।काम तो कब का खत्म हो चुका था, परन्तु घर जाने की इच्छा नहीं होती।घर का भांय-भांय करता सन्नाटा और खालीपन उसे डराता।काफी समय हो जाने पर उसका ड्राइवर आकर कहता है “मैम!अब घर चलें?” रीना हाॅं कहकर थके हुए कदमों से गाड़ी … Read more

पैसे का गुरुर – नीलम शर्मा  : Moral Stories in Hindi

तनु देख ना मैंने ये सूट लिया है। कैसा लग रहा है। तनु ने मनु को फोटो भेजी तो उधर से मनु का फोन ही आ गया। क्या दीदी अब तो जीजा जी कुछ ठीक से कमाने लगे होंगे। देखने में ही बिल्कुल सस्ता लग रहा है। ऊपर से काला रंग। हंसते हुए बोली…..कैसा लगेगा … Read more

स्टेटस-मनीषा सिंह  : Moral Stories in Hindi

“कितनी बार बोला है••• कि••• कमबख्त मेरे कपड़ों को हाथ मत लगाना•• परंतु भेजे में अटता ही नहीं•••! चिल्लाते हुए समीर गंगा से बोला।  गंगा डरी-सहमी एक कोने में दुबक के बैठ गई । जोर की आवाज सुन सासू मां सविता जी और ससुर बंसी लाल जी पहुंचे।  क्यों सुबह-सुबह बहू पर चिल्ला रहा है … Read more

रिश्ते प्यार से बनते हैं – विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

   ” देवरानी जी..ऐसी साड़ियाँ तो मेरे मायके की नौकरानियाँ भी न पहने..कितना भद्दा रंग है..और मिठाई तो देखो..हा-हा.. देखकर ही उल्टी आ रही है..है ना जीजी..।”      ” हाँ..मधु..मैं भी तो यही कह रही हूँ..।” कहकर दोनों हँसने लगीं।           सेठ श्यामलाल शहर के जाने-माने ‘आयरन’ व्यापारी थे।पत्नी कमला सुघड़ गृहिणी थी।उनके महेश, सुरेश और निलेश नाम … Read more

“पैसा नहीं संस्कार बोलते हैं” – हेमलता गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

देखिए शर्मा जी… आप यह सगाई नहीं तोड़ सकते आप एक बार सोच कर देखिए मेरी बेटी का क्या होगा.. मेरी इज्जत पूरे समाज में मिट्टी में मिल जाएगी मैं इतने बड़े-बड़े लोगों को इस सगाई में लेकर आया हूं उनके सामने मेरी नाक कट जाएगी, आपको पैसे चाहिए ना… बोलिए कितने दूं… 5 लाख … Read more

आशंका – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

मानसी , कल विदाई के समय पता नहीं …जी भरके गले लगा पाऊँ या नहीं; अपना ध्यान रखना बहन । अब तो न जाने कब मिलना होगा? देवेश ने अपनी छोटी बहन मानसी के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद देते हुए कहा । पर क्यों मिलना नहीं होगा  भैया ? आप दीदी के पास भी … Read more

गुरुर – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” पापा आपको आपके पैसो का बहुत गुरुर है ना तो रखिये इन्हे संभाल कर नही चाहिए मुझे , आपको अपने बेटे से ज्यादा पैसे प्यारे है इसलिए बेटे की खुशी कोई मायने नही रखती आपके लिए कैसे पिता है आप  !” तनुज के इतना बोलते ही सकते मे आ गये पिता राजेश और माँ … Read more

पैसे का गुरुर – सुनीता मुखर्जी श्रुति : Moral Stories in Hindi

भाभी यह देखो! कांचीपुरम साड़ी….पन्द्रह हजार की ली है। दूसरी साड़ी दिखाते हुए .. यह वाली साड़ी दस हजार की है। इस तरह अपनी साड़ियों की नुमाइश करते हुए दीप्ति अपने मायके में मां और भाभी को अपनी साड़ियां दिखा रही थी। भाभी हाथ लगा कर देखो, इतनी महंगी साड़ियां तुमने कभी देखी नहीं होंगी। … Read more

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