कुछ गुनाहों का प्रायश्चित नहीं होता – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

कुंभ जाने की बातें रोज सरोज अपने पति से करती… आस पड़ोस रिश्तेदार सभी जा चुके हैं.. अजी हम दोनों हीं अभागे हैं जो अब तक नहीं जा पाए.. रमेश बोलता चले तो जाए पर मईया का क्या करें.. सरोज अपनी सास को कोसने लगती बुढ़िया मरती भी नहीं है…. हमे खा कर दुनिया से … Read more

क्या खोया क्या पाया!!? – डाॅ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

“समय दिखाई नहीं देता पर बहुत कुछ दिखा देता है कनक ये बात मुझसे ज्यादा कौन जान सकता है?” काव्या ने अपनी सहेली कनक से उदास लहज़े में कहा। ” तेरा फैसला मुझे कुछ ठीक नहीं लग रहा है” कनक ने काव्या को देखते हुए कहा। “मेरा फैसला बिल्कुल सही है ये फैसला मैंने आज … Read more

चाय पर आफ़त – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

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“माँ तुम मुझे माफ़ कर पाओगी?” ये बात जब तब जयंत के मन में ज़रूर आता रहता  पर ज़ुबान पर लाने की उसकी हिम्मत नहीं होती थी… और अब वो किस मुँह से किससे जाकर ये कहें ये भी वो समझ नहीं पाता था  चलचित्र की तरह आज भी उसे दो साल पहले का सारा … Read more

वक़्त की सीख – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

ताईजी..ताईजी….ताईजी…. बैठिए, थोड़ा सा सूप पी लीजिए। मन नहीं है बेटा, रख दे । बाद में पी लूँगी । नहीं ताईजी, गर्म- गर्म पी लीजिए । आपने सुबह से कुछ नहीं खाया । आपके सामने ही  डॉक्टर साहब ने कहा था कि कुछ न कुछ खाते रहना । और ताईजी, बिना खाए- पिए तो दवाई … Read more

तोड़ती चुप्पियाँ – सोनिका शर्मा : Moral Stories in Hindi

नंदिता एक 28 वर्षीय महिला है, जो एक छोटी सी कंपनी में एक उच्च पद पर काम करती है। उसकी ज़िन्दगी बहुत ही सुसंगत और व्यवस्थित दिखती है। लोगों के बीच उसकी छवि एक आत्मविश्वासी और सशक्त महिला की है, जिसे अपने जीवन का नियंत्रण पूरी तरह से है। लेकिन असल में वह एक गहरी … Read more

कुछ गुनाहों का प्रायश्चित नहीं होता है। – मुकुन्द लाल : Moral Stories in Hindi

   रोगियों का गांवों में इलाज करके एक सप्ताह बाद जब चतुर्भुज एक युवती के साथ अपने घर में दाखिल हुआ तो उसकी पत्नी सौम्या के मन में कुछ अनहोनी की आशंका दस्तक देने लगी। उस वक्त वह खामोश रहते हुए अपने पति को सवालिया नजर से देखा तो उसने कहा, “यह  लड़की पेशेंट है इस … Read more

दूसरी औरत – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

रामू ईट भट्ठे पर काम करता था। रोज ट्रक भरता ओर रोज ही पैसा मिल जाता। शाम को घर जाते समय जरूरी सामान लेकर जाता, तभी रात का खाना बनता ओर बचे हुए पैसे अपनी पत्नी कमला को दे देता। कमला लोगो के घरों में काम करती और घर खर्च में हाथ बटाती। बेटी लीला … Read more

कुछ गुनाहों का प्रायश्चित नहीं होता – मनु वाशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

जाओ बेटा तुम दोनों आपस में बातें कर लो, हम अपनी बातें करते हैं तुम्हें भी तो आपस में थोड़ा समझ लेना चाहिए, एक दूसरे की प्रकृति के बारे में। लड़के वाले शर्मा जी और मिसेज शर्मा ने अपने बेटे से कहा। मिसेज शर्मा अपनी बात जारी रखते हुए बोलीं, लड़की तो हमें पसंद है … Read more

गुनाहों का कभी प्रायश्चित नहीं होता – प्रतिभा भारद्वाज ’प्रभा’  : Moral Stories in Hindi

“मां जी क्यों न हम एक बच्चा गोद ले लें….” “बहू, तुम्हें होश भी है कि तुम क्या कह रही हो….बच्चा गोद ले लें…..तुमने ये सोच भी कैसे लिया कि मैं किसी और का बच्चा गोद लेने के लिए मान भी जाऊंगी… ये बात अलग है कि तुम ही हमें बच्चे का सुख नहीं देना … Read more

मुक्ति- बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

आज पापा की आरिष्टि है।पापा खुद नगर में लोकप्रिय रहे है और मैं स्वयं प्रतिष्ठित डॉक्टर हूँ तो इस कारण नगर के काफी लोग हमारी कोठी के बड़े से लॉन में एकत्रित हुए हैं।एक प्रकार से यह एक शोक सभा हो गयी है।नगर की कई संस्थाओं ने अपने अपने शोक प्रस्ताव भेजे हैं, जिन्हें पढ़ने … Read more

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