ससुराल की अहमियत (भाग 1) – स्वाती जैंन : Moral stories in hindi

बुढ़िया , तेरी हिम्मत कैसे हुई रोटी पर घी लगाकर खाने की ?? तेरे लिए दो सुखी रोटी जान बूझकर ही रखी हैं मैंने , रोटी के साथ दाल दे रही हुं , यह काफी नहीं हैं क्या तेरे लिए जो अब घी भी लगाकर खाएगी तु रोटी पर ?? बड़ी बहु सुधा अपनी सास … Read more

किस्मत का खेल (भाग 2)  : Moral stories in hindi

अशोक जी बोले हां बेटा बस हो गया और फिर अपने कमरे में जाकर उनकी पत्नी की तस्वीर भी ले आए और उन्होंने वह तस्वीर भी अपने सामान के साथ रख दी !! कुछ देर बाद राजीव और रोमा कार में अशोक जी को लेकर रवाना हो जाते हैं !! राजीव एक बड़े से वृद्धाश्रम … Read more

किस्मत का खेल (भाग 1) – स्वाति जैन : Moral stories in hindi

बुड्ढे जल्दी उतर कार से नीचे , वर्ना तुझे भी तेरे सामान की तरह नीचे फेंक दूंगी रोमा अपने ससुर अशोक जी से झुंझलाकर बोली थी !! अशोक जी को वृद्ध आश्रम मे रह रहकर बेटे बहु का यह व्यवहार याद आ रहा था और वह अतीत में खो गए !!  पापा आपको चाचाजी बहुत … Read more

जेठानी की अकड़ और देवरानी का स्वाभिमान  – स्वाति जैन : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : मालकिन मैं जा रही हूं , रमा की आवाज कान में पड़ी तो रुचिका बोली खाना खा लिया !! हाँ मालकिन खा लिया रमा बोली !! रूचिका बोली , मैंने तेरे बच्चों के लिए खीर डिब्बे में भरकर रखी हैं जरा लेते हुए जाना !! रमा बोली मालकिन रोज – … Read more

आखिर एक लड़की का असली घर कौन सा ?? – स्वाति जैन : Moral stories in hindi

वाह अल्का !! तुम तो बिना पार्लर गए भी इतनी सुंदर लग रही हो , पार्लर जाती तो सब तुम्हें ही दुल्हन समझ बैठते हंसते हुए कौशल्या चाची ने अल्का से कहा !! अल्का बोली चाची जी , मैं भी पार्लर जाना चाहती थी मगर शादी वाले घर में आप तो जानती ही हैं कितना … Read more

बहू तुम्हारे मायके वाले हैं या मुसीबत – स्वाति जैंन : Moral Stories in Hindi

क्या जरूरत हैं ?? इतना सारा खाना बनाने की ?? मम्मी पापा ही तो आ रहे हैं तुम्हारे !! सिर्फ चाय नाश्ता करवा देना , सब गरीबों का ठेका नहीं ले रखा हमने समझी और वे लोग वैसे भी क्या लेकर आ जाते हैं तुम्हारे लिए ?? मंहंगा सामान देने की तो औकात भी नहीं … Read more

छोटी बहु की मां ने उसे कुछ संस्कार नहीं दिए !! (भाग 3)- स्वाति जैन : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : शिप्रा बोली प्रणय भैया आप पुरुष होकर अपनी पत्नी की घर के कामों में मदद कर रहे हैं , किसी को बाहर भनक हुई तो क्या सोचेगा आपके बारे में ?? रीत बोली प्रणय भैया अब इतने भी जोरू के गुलाम मत बनिए कि घर के बाकी पुरुषो को आपको … Read more

इस आदमी ने मुझसे और मेरे बच्चे से हमारी पहचान ही छीन ली !! (भाग 3) –  स्वाती जैंन: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : सीमा जी ने पानी का ग्लास शालू से छिना और बोली यह ले बेटा !! मैं तेरे लिए बढ़िया सी चाय बना लाती हुं !! मैं जानती हुं तुझे मेरे हाथ की चाय कितनी पसंद हैं !! शालू अब मां बेटे की हरकतें देखकर हैरान होने लगी थी !! उसे … Read more

इस आदमी ने मुझसे और मेरे बच्चे से हमारी पहचान ही छीन ली !! (भाग 2) –  स्वाती जैंन: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : महीपाल जी बोले तुम लोग बात को समझ नहीं रहे हो !! वैसे ही अच्छे लड़के मुश्किल से मिलते हैं और सभी रिश्तेदार लड़के और इसकी मां की खुब तारीफ कर रहे थे !! शालू तुम लड़के की तस्वीर देख लो , उम्मीद हैं तुम ना नहीं कहोगी !! महीपाल … Read more

इस आदमी ने मुझसे और मेरे बच्चे से हमारी पहचान ही छीन ली !! (भाग 1) –  स्वाती जैंन: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : मम्मी , देखो तो जरा अजय ने मेरा चश्मा कहीं छुपा दिया हैं और मेरे पूछने पर ऐसे भोला बन रहा हैं जैसे उसने कुछ किया ही नहीं शालू अपनी मम्मी सुधा जी से बोली !! उतने में पीछे से अजय आकर बोला मम्मी , यह मोटी !! झूठ बोल … Read more

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