अपना घर स्वर्ग – ऋतु गुप्ता: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आज दोनों बुजुर्ग दम्पत्ति लखमीचंद जी और उनकी पत्नी पुष्पा जी झूले पर बैठे अपने घर के आंगन में अपने स्वर्ग जैसे घर का आनंद ले रहे थे। तभी लख्मी चंद जी की आंखों के सामने तीन वर्ष पहले का एक दृश्य सचित्र घूम गया, जब उन्होंने अपने बेटे से … Read more

सहनशक्ति – ऋतु गुप्ता : hindi stories with moral

hindi stories with moral : निर्मला जी आज अपनी कोठी में जीवन की संध्या में नितांत अकेला जीवन व्यतीत कर रही थी ।आराम कुर्सी पर बैठी वह याद कर रही थी जिंदगी के उन पन्नों को जिसमें जिंदगी ने उन्हें बहुत कुछ दिया, आदर, सत्कार, पैसा रुतबा सब, पर उन्होंने अपने कर्कश व्यवहार के कारण … Read more

संतान तो संतान होती है – ऋतु गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कनक ने अपनी 6 माह की बेटी मिट्ठू को नहला कर दूध पिला कर तैयार कर दिया है,आज अहोई माता के व्रत का दिन है।उसकी दोनों जेठानियां पारुल और पायल अहोई माता का व्रत रखती आई है, क्योंकि उन दोनों के पास ही दो – दो बेटे है। कनक भी  … Read more

बांझ – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुगना आज अपने बच्चों को दूध पिलाते हुए अपने आप को संपूर्ण मान रही थी ,उसे एहसास हो रहा था कि जैसे वह आज पूर्ण स्त्री हो गई ,प्रभु जी ने उसकी लाज रख ली जो उसे मां बनने का सौभाग्य प्रदान किया, नहीं तो उसका आदमी बिरजू और उसकी … Read more

मेरा मुन्ना …..एक मां का एहसास – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :आज दीप्ति अपनी मां सुपर्णा जी को अपने साथ अपने घर ले आई, भरपूर कोशिश कर रही थी दीप्ति कि मां का मन लग जाए और मां बेटी के घर रहने की अभ्यस्त हो जाए, पर जो मां कभी बेटी के घर का पानी भी नहीं पीना चाहती थी…. जिसे बेटी … Read more

सावित्री कला बुटीक – ऋतु गुप्ता   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : खम्मा घणी ताई सा… कैसी हो ताई सा….. घर में घुसते ही  कला ने अपने ससुराल के पड़ोस में रहने  वाली ताई सा सावित्री देवी जी को प्रणाम किया। सावित्री देवी अपने घर में अकेली रहती थी ,उनके कोई आस औलाद नहीं थी, पर उन्होंने गांव के हर बच्चे को … Read more

बड़ी बहू – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : निर्मला जी आज अपनी कोठी में जीवन की संध्या में नितांत अकेला जीवन व्यतीत कर रही थी ।आराम कुर्सी पर बैठी वह याद कर रही थी जिंदगी के उन पन्नों को जिसमें जिंदगी ने उन्हें बहुत कुछ दिया, आदर, सत्कार, पैसा रुतबा सब, पर उन्होंने अपने कर्कश व्यवहार के कारण … Read more

खुशियों के चांँद को ग्रहण – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज जब मैं सोहनलाल जी के घर में घुसी तो सारे घर में रोने की आवाजें गूंँज रहीं थी, लोग दुख प्रकट करने आ रहे थे और कई लोग जा रहे थे ।सोहनलाल जी और शोभा जी का एकलौता पुत्र शाश्वत असमय ही मृत्यु के मुंँह में समा चुका था। … Read more

किन्नर की मां – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जिस घर में नेहा और आकाश के होने वाले बच्चे की तैयारी में घर भर में खुशियां मनाई जा रही थी, तैयारियां हो रही थी, हर एक सदस्य इस नए मेहमान के आने का इंतजार बेसब्री से कर रहा था, तो आज बच्चा होने पर ऐसा क्या हुआ कि घर … Read more

मंगल तिलक – ऋतु गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : यह आप किस कर्ज की बात कर रहे हो जी? जो आप नहीं उतार सकते ।आप तो अपने आप में इतने समर्थ हो, फिर क्यों बार-बार ऐसा कहते हो कि मैं उसका कर्ज जीवन भर नहीं उतार सकता। ईश्वर ने आपको हीरे सा बेटा दिया है सारे सुख ऐश्वर्य आपको … Read more

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