जिया लागे ना – के कामेश्वरी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : यह बात बिल्कुल ही सही है कि हम सफर के साथ न होने का दर्द कोई नहीं बाँट सकता है । हम सफरचाहे पति हो या पत्नी दोनों को ही एक दूसरे का साथ ज़रूरी होता है । किसी एक के भी न होने परउसके दर्द की कोई सीमा नहीं … Read more

सासु जी तूने मेरी कदर ना जानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुदर्शन और पुष्पा का एक ही बेटा संजय था कुछ महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी और रचना बहू बनकर परिवार में आई थी । वह आधुनिक युग की लड़की थी । संजय के साथ उसके ही ऑफिस में नौकरी करती थी । वह पढ़ी लिखी होने के बाद … Read more

ईश्वर करे मुझे भी ऐसा ही पति मिले – के कामेश्वरी    : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : पदमा ने जैसे ही घर में कदम रखा वैसे ही श्याम सुंदर ने कहा कि पदमा जल्दी से तैयार हो कर आजा मैंने खाना बना दिया है । हम मूवी देखने चलते हैं । पदमा ने हाँ में सर हिलाया और फ्रेश होने के लिए चली गई थी ।  वह … Read more

पश्चाताप- के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुहानी अरे सुनती हो !!! कब से पुकार रहा हूँ । मेरा गला सूखा जा रहा है पानी पिला दो ना ।  पंकज अपनी पत्नी को दस मिनट से पुकार रहा था लेकिन कोई भी उसके कमरे में नहीं आ रहा था । वह अपने आप को असहाय महसूस कर … Read more

माँ की चिट्ठी – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

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Moral Stories in Hindi : पति के गुजरने के बाद भवानी के बेटे ने उसे अपने साथ घर ले जाना चाहा पर भवानी अपने पति की यादों के सहारे यहीं इसी गाँव में ही रहना चाहती थी । इसलिए उसने बेटे से कहा अभी नहीं आऊँगी ।एक साल तक तो यहीं रहने दे बाद में … Read more

अरमान –  के कामेश्वरी   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : रोहणी कॉलेज में लेक्चरर थी पति बैंक में कार्यरत थे । दोनों ही एक साल के अंतराल में रिटायर हो गए थे । उन पर ज़िम्मेदारियों का बोझ नहीं था । बहुत ही ख़ुशी से अपने रिटायरमेंट लाइफ को गुजार रहे थे । उनकी एक ही बेटी रचना थी जो … Read more

सुख दुख के साथी – के कामेश्वरी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: रोहणी अपने पोते धृव को लेकर पार्क में आई थी । जैसे ही वे वहाँ पहुँचे वह अपने दोस्तों के साथ मिलकर खेलने लगा था तो वह वहीं बेंच पर बैठकर उसे खेलते हुए देख रही थी ।  उसके पति एक बैंक में मैनेजर थे । उनकी मृत्यु के बाद वह … Read more

माँ की ज़िम्मेदारी सबकी- के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: रत्ना को सुबह ही फ़ोन आया था बेटी सुलभा का कि माँ आप दूसरी बार नानी बनने वाली हैं । दिल ख़ुशी से झूम उठा परंतु उसने एक बात कही जिसे सुनकर दिल थोड़ा सा उदास हो गया था । सुलभा ने कहा माँ मेरी सास कह रही थी कि पहली … Read more

अधूरी ख़्वाहिश जो पूरी हुई : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : स्वाति जी अपने छोटे बेटे बहू और पोते के साथ मिलकर होटल में खाना खाने पहुँची । अपने जीवनकाल के दौरान उन्होंने कभी भी होटल में क़दम नहीं रखा था । लेकिन पोते की जिद की वजह से उन्हें आज आना पड़ा । वे छुई मुई सी कोई देख लेगा … Read more

मैं बहू के रंग में रंग गई – के कामेश्वरी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : राजन अपनी पत्नी सुलोचना और दो बेटों के साथ चेन्नई में रहते थे । अपनी नौकरी की व्यस्तता के कारण घर की ज़िम्मेदारियों पर ध्यान नहीं दिया करते थे । सुलोचना ने ही शुरू से घर बच्चों और परिवार की घर की ज़िम्मेदारी निभाती रही हाँ इस बात के लिए … Read more

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