कृतघ्नता- बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पर ये तो बताओ ना, हमने तो संजू को अपने बच्चे की तरह ही पाला पोसा, तुम्ही बताओ कभी मन मे भी उसके प्रति धुरात आयी?फिर उसने हमारे साथ इतना बड़ा विश्वासघात क्यूँ किया?       भागवान, अब छोड़ इस बात को,हमारी परवरिश में ही कोई कमी रह गयी होगी,तभी संजू ने ऐसा किया।मलाल तो बस इतना … Read more

नया उजाला -बालेश्वर गुप्ताMoral stories in hindi

*ये क्या अनर्थ कर दिया तुमने*  वाक्य पर आधारित कहानी:           *नया उजाला*     अरे झुमरू ये क्या कर दिया रे तूने,पंडित जी के मुँह से अपना मुँह लगा दिया?रे,हममें तो इनके चरणों को छूने की भी औकात नही है।     तो क्या करता बापू,पंडित जी चक्कर खा गिर पड़े थे,मुहँ से सांस नही देता तो ये मर … Read more

भाव समर्पण का -बालेश्वर गुप्ता । Moral stories in hindi

  जीवन मे इतनी बेबसी तो परमानंद जी ने कभी झेली नही थी।एकलौता युवा बेटा अनुज जिंदगी मौत के  बीच झूल रहा था,और वे लाचार उसे देखकर चुपके से रोने के अलावा कुछ भी नही कर पा रहे थे।कोई राह भी नही सूझ रही थी।        अनुज की दोनो किडनी खराब हो चली थी।वह बिस्तर पकड़ चुका … Read more

नयी दुनिया – बालेश्वर गुप्ता Moral stories in hindi

 बाबा,अब तो इसे मार देने के अलावा कोई रास्ता नही बचा है।पूरे गांव में बिरादरी में थू थू हो रही है।      बेटा, सब्र कर। आखिर प्रकाशी हमारी बच्ची है,लाड़ प्यार से पाला है।उसको मार देने को सोचने भर से बेटा मेरा तो दिल कांपता है।कोई और राह निकाल बेटा।       कोई राह नही,पिछले बरस अपने गावँ … Read more

आधारशिला – बालेश्वर गुप्ता: Moral stories in hindi

 सेठ रामगोपाल जी का अपने नगर में काफी नाम रहा है।मिलनसार,दानवीर रामगोपाल जी  के मन मे कभी भी ऊंच नीच का भाव भी नही रहा था।उनके दोनो बेटे अमन और देवन के एक ही परिवार में जन्म लेने और एक साथ परवरिश होने के बावजूद सोच विचारों में एक दूसरे के विपरीत थे।अमन ने अपने … Read more

दौलत एवं संस्कार – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

    मोनू आजकल मैं तुम्हारी घनिष्ठता शिशिर के साथ कुछ अधिक ही देख रहा हूँ।मोनू,शिशिर बड़े बाप का बेटा है,उससे हमारा मेल नहीं बैठता है, बेटा,हमारी हैसियत शिशिर के पिता जैसी नही है, मोनू तुम समझ रहे हो ना,मेरा मतलब।         बाबूजी ये बात सही है,शिशिर के पिता बड़े कारोबारी है,काफी धनवान है,पर शिशिर ने कभी भी … Read more

आकाश में अठखेली – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

मालिनी,तुम मेरी भावनाओ को क्यूँ नही समझ रही हो,तुम्हे पता तो है।तुमसे शादी करते समय भी तो मैं सेना में ही था,फिर अब मुझ पर सेना से त्यागपत्र देने का दवाब क्यों?सेना में रहना मेरा जुनून है, मालिनी,प्लीज—!       मेरी मनःस्थिति भी तो समझो शेखर।मैं तुम्हारे बिन नही रह सकती।तुम तो चले जाते हो सरहद पर,मैं … Read more

संस्कार केंद्र –  बालेश्वर गुप्ता   : Moral stories in hindi

 बाल कृष्ण जी रिटायर्ड आईएएस हैं, निवृत होने पर उन्होंने नोयडा  में रहने को प्राथमिकता दी।उनका एक मात्र बेटा साहिल नोयडा के ही एक इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ रहा था।नोयडा में अपना निवास रखने के पीछे एक कारण तो अपने बेटे की पढ़ाई का था,दूसरे नोयडा में दिल्ली जैसी घिचपिच नही थी जबकि सुविधाये सब … Read more

अंध कूप – बालेश्वर गुप्ता  : Moral stories in hindi

लाला धनीराम जी जैसा अनुशासन अपने प्रतिष्ठान में रखते थे,उतना ही अनुशासन परिवार संचालन में रखते।छोटी छोटी बातों पर भी निगाह रखना उनके स्वभाव में था।एक बार धनीराम जी के मित्र उनके केबिन में बैठे थे कि तभी एक मजदूर आया और बोला बाबूजी तबियत खराब लग रही है,एक दो घंटे आराम यही कर लेता … Read more

बाबू का फैसला –  बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

   बाबू गर ये चार महीने की बच्ची न होती ना,कसम भगवान की आज तुम मुझे जिंदा न देखते।वैसे भी मैं तो अंदर से मर ही गयी हूँ।       ऐसा क्यों बोल रही हो शब्बो?बताओ तो हुआ क्या है? किसी ने कुछ कहा है?          खेती मजदूर बाबू अपनी पत्नी शब्बो और पिता धीरू के साथ मुजफ्फरनगर के … Read more

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