प्यार को जताना भी आना चाहिए – के कामेश्वरी

सुजाता आजकल उदास रहती है क्यों यह घर में कोई भी नहीं जान सका था । हमेशा कुछ न कुछ सोचती ही रहती है । पहले तो एक पल भी चुप नहीं रहती थी ।परिवार के लोग उनके सोने का इंतज़ार करते थे ,क्योंकि वह तब ही चुप रहतीं थी । अब उनके बोल सुनने … Read more

 जीवन में पति के साथ ही खुशी न ढूंढ पाई !!! – अमिता कुचया

आज मौसम भी खुशगवार हो गया काफी उमस के बाद मौसम में ठंडक आ चुकी थी।  उसने बालकनी से  देखा बाहर काफी लोग टहल रहे हैं ,उसका मन भी हुआ। वो भी टहले।पर पहले उसे लगा कि  घर के काम पहले जरुरी है।वो कर लें। फिर उसने  देखा उसके पति ने सुबह से चाय पी … Read more

“पिया ,मोसे छल किए जाए” – सुधा जैन

 मैं एक नारी सब कुछ हारी  पर जीवन से ना हारी, सुनाती हूं अपने जीवन की दास्तान ….नाम नहीं लिखती ….कुछ भी कह सकते हो …।सलोनी… हां प्यारा सा नाम मेरा …अपने मम्मी पापा की लाडली बिटिया …मेरे बाद मेरी छोटी सी एक बहना और दो प्यारे से भाई…. मेरी मम्मी बहुत सहज ,सरल, प्यार … Read more

आशियाना – कमलेश राणा

आज फिर मकानमालिक से राधा की बच्चों को लेकर तू- तू, मै- मै हो गई,, उसका बेटा रोहन साइकल चला रहा था कि अचानक से जोर जोर से उसके रोने की आवाज़ सुनकर वह बाहर आई,,  अरे, क्या हुआ मेरे बच्चे को,, मम्मा, नील ने मुझे धक्का दे दिया,, अरे,, ये तो खून निकल रहा … Read more

“किरदार बदल गए” –  तृप्ति उप्रेती

“मासी मां, मां उठ गई” ऑफिस से आते ही कार्तिक ने माया से पूछा। “हां बबुआ, बस अभी ही उठी। मैंने पानी पिला दिया है। तुम हाथ मुंह धो लो,तब तक चाय बनाती हूं।” कार्तिक फटाफट कपड़े बदलकर मां के कमरे में पहुंचा। मां चुपचाप अपने साफ-सुथरे पलंग पर लेटी थीं। कार्तिक ने पास जाकर … Read more

शहीद की ब्याहता – नीतिका गुप्ता

ओ मेरी सोनिए,, देख तेरे लिए खास चूड़ियां लाया हूं… खास तौर पर अपने एक दोस्त से फिरोजाबाद से मंगवाई हैं.. ओहो अमन,, फिर से चूड़ियां ले आए.. कितनी बार मना किया इतनी सारी चूड़ियां ना लाया करो… दिखाओ आज क्या उठा कर लाए हो… मानवी ने अमन के हाथ से चूड़ियों का डब्बा लिया। … Read more

 बारिश ने बना दी बात – ऋतु अग्रवाल

   आयुषी कल से बहुत परेशान है। जबसे मम्मी ने बताया है कि कल लड़के वाले उसे देखने आ रहे हैं तब से वह मन ही मन ना जाने क्या-क्या तिकड़में लगा रही है पर मम्मी भी उससे एक कदम आगे हैं। मतलब वह डाल डाल तो मम्मी पात पात।     अब आप सोचेंगे कि आयुष इतनी … Read more

बरसात की रोटी – डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा

पिछले साल से ज्यादा इस साल बारिश अपना विकृत रूप दिखा रही है। रात-दिन बिना रुके बारिश हो रही है। जिंदगी बिलकुल ही अस्त व्यस्त होकर रह गई है। चारो तरफ पानी ही पानी ।   अमीरों के लिए यह मौसम सुखद और खुशनुमा होगा। लोग घर में बैठकर पकौड़े के साथ बारिश का आनंद लेते … Read more

आखिरी पन्ना – पुष्पा पाण्डेय : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : पारुल बचपन से ही शिक्षण के क्षेत्र  में जाना चाहती थी। वह हमेशा शिक्षक बनने की इच्छा व्यक्त करती थी। स्नात्तर की परीक्षा के बाद उसका दोस्त प्रतीक उसे प्रशासनिक  प्रतियोगिता की तैयारी करने की सलाह दे रहा था, लेकिन पारुल अपना सपना पूरा करना चाहती थी। प्रतीक प्रशासनिक प्रतियोगिता … Read more

मेरी क्या गलती है – अनुपमा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : बाहर बहुत तेज बारिश हो रही थी , लगता है तूफान आएगा , एक तूफान तो हर वक्त सुमी के भीतर भी चलता रहता है और उसका न कोई वक्त है ना मौसम , बारिश लगातार तेज हुई जा रही है और सुमी की नज़रे बाहर ही लगी है , … Read more

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