आत्मिक लगाव – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi
बेसब्री से किसका रास्ता देख रही हो माधवी, मैं तुमसे कल की पार्टी की बातें करना चाहता हूँ,और तुम हो कि टकटकी लगाए दरवाजे की ओर ही देख रही हो,मेरी बातो का तुम पर कोई असर ही नहीं हो रहा।कल अपने घर पर कितनी शानदार पार्टी रही । कितने लोगों से मिले,कितने बड़े -बड़े लोग … Read more