दादी अम्मा – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi
सरला जी सत्तर साल की हो गई थी। उम्र के साथ – साथ शरीर भी कमजोर होने लगा था। घुटने में दर्द बना रहता था। किसी तरह धीरे-धीरे अपने काम करती और जा कर बैठ जाती थीं। बेटे – बहू नौकरी करते थे।घर में सारी सुख-सुविधाएं थीं। बेटा रंजीत और बहू सुरीली का एक बेटा … Read more