मेरी किस्मत में तो बस रोना ही लिखा है – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

अंकिता ने मेंहदी लगाने वाली के सामने जैसे ही अपना हाथ आगे बढाया अंकिता की बुआ सांस जोर से चिल्ला पड़ी अरे , अंकिता तुम कैसे मेंहदी लगवा सकती हो ये तो सुहागिनें लगाती है न और तुम ,,,,,,,,,।अरे भाभी तुम्हारी बहू को जरा भी अकल नहीं है कि मेंहदी तो सुहागिनें लगाती है ये … Read more

क़ीमत – महजबीं : Moral Stories in Hindi

आज पापा ऑफिस से लौटे तो बहुत खुश थे वह जल्दी से अपने कपड़े बदल कर मम्मी से बोले ,”अरे सुनती हो इधर आओ, मेरे पास बैठो।” मम्मी बोली, “क्या बात है ?आज बड़े खुश नजर आ रहे हो ।कोई खास बात है क्या ?” ‘बिलकुल “,पापा बोले ,अरे आज ऑफिस में अहमद आया था … Read more

ईश्वर की मदद – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

पून्नो  सूखी  लकड़ियाँ चुनते-चुनते जंगल में कितनी दूर निकल आई , उसे इस बात का अहसास तब हुआ जब पतली सी पगडंडी किसी दूसरी दिशा में मुड़ गई । चारों तरफ़ सन्नाटा, ऐसा लगा कि सूरज की किरणों की प्रचंडता से घबराकर जीव-जंतु तो क्या , पेड़-पौधों की परछाई भी छिप गई है ।  एक … Read more

दुर्दशा – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

अचानक जलाई गई लाइट से,रामस्वरूप जी की आंखें चौंधिया उठीं,नजर उठा के देखा उन्होंने,पड़ोस वाली बिट्टी ने आकर लाइट जला दी थी उनके कमरे की। “कब तक यूं ही अंधेरों में बैठकर इंतजार करोगे दादू,आपके बच्चे नहीं आयेंगे अब?” बिट्टी ने कहा तो राम स्वरूप बौखला गए,”हमेशा बुरा ही बोलेगी,अच्छा नहीं बोल सकती कभी?” “कई … Read more

कीमत – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

रीना ने जब से विनोद के दिल का दौरा पड़ने की बात  सुनी है,तबसे अजीब कश्मकश में है।दिल कहता है -“रीना! कभी तो उस व्यक्ति के साथ तुम्हारा प्यार का रिश्ता था,तलाक हो जाने से क्या इंसानियत मर जाती है!” परन्तु पल भर में ही दिमाग  उसपर  हावी होकर  जाने से मना करता है।  उसके … Read more

सच्चा प्यार – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

“रवि बेटा तुम अपना मकान अपनी पत्नी रजनी के नाम क्यों नहीं कर देते?” जब उसकी यही जिद है तो उसे पूरी कर दो हमारा क्या भरोसा हम आज हैं कल नहीं वैसे भी हमारे मरने के बाद तो यह मकान तुम दोनों के नाम होना ही है “रामदत्त ने अपने बेटे रवि से कहा … Read more

हैप्पी फादर्स डे पापा – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

“हैलो,हां मम्मी।बोलिए,सुन रहा हूं मैं। प्लीज़ पहले रोना बंद कीजिए।हर बार बात करने से पहले ही रोने लगतीं हैं आप।कब आऊंगा,ये मत पूछिएगा?मैं भी आना चाहता हूं मम्मी।कंपनी ने इस बार भी मुझे ही प्रोजेक्ट हेड बनाया है।छह महीने के लिए बुक्ड हो गया हूं।”जयेश बोले जा रहा था,और प्रतिमा की आवाज निकल ही नहीं … Read more

लालच का परिणाम –  विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

   ” हाय री मेरी किस्मत…धन के लालच में मैंने क्या अनर्थ कर डाला…हीरे को त्याग कर पत्थर घर में ले आई..।” कहते हुए गायत्री जी चाय बनाते हुए रोने लगी और रोते-रोते बस अपनी किस्मत को कोसती जा रहीं थीं।            किशोरी गायत्री के पिता एक अध्यापक थे।उसकी माँ सीमित आय में घर चलाना बखूबी जानती … Read more

नकेल – उपासना सियाग : Moral Stories in Hindi

राधिका जी के सामने अख़बार पड़ा था। ख़बर कल दोपहर की थी। यह खबर  उन्ही के शहर की एक दुर्घटना की थी। विचलित थी वह , अख़बार की खबर  से नहीं बल्कि वह दुर्घटना उनके सामने ही घटी थी। कल दोपहर बाद जब वह भोजन के पश्चात घर से अपने ऑफिस आने को निकली थी … Read more

टूटती सांसे – लक्ष्मी कानोडिया : Moral Stories in Hindi

अंजलि प्राची को अपने भाई के साथ नकली विवाह करने के लिए मनाने गई थी। जब से प्राची को विनीत के कैंसर के बारे में पता चला वह विनीत को अपने से दूर नही कर रही थी।  वह विनीत को मौत के मुंह में जाता हुआ नहीं देख सकती थी। उसके अंदर इतनी हिम्मत नहीं … Read more

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