हौले हौले घुलती कड़वाहट – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“पता नहीं मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है ? माँ सही कहती थी तेरे हाथ में यश ही नहीं है… अच्छे काम भी कर लो कोई नाम नहीं होने वाला..बेकार ही सिरदर्द ले कर अपने माथे काम की चादर ओढ़ती रहती हूँ….इतने जतन से सब तैयारी की और नाम देखो हो गया जेठानी जी … Read more

स्टेटस सिंबल योगा – प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

काव्या घर में घुसते ही मम्मी से कहती है, “मम्मी कल मुझे जल्दी उठा देना। मैं सिटी गार्डन जाऊंगी। योगा के लिए। कल 21 जून है। अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस।” मम्मी आश्चर्य से काव्या का चेहरा देखती हैं। काव्या और योग। जो लड़की बिस्तर से 8:00 बजे से पहले ना उठती है, वह योग करने जाएगी। … Read more

झूठी कड़वाहट – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

आंखों की कोर पोंछतीं… सुलेखा जी अचानक जोर से सुबक उठीं… फोन रखकर वहीं जमीन पर धप्प से बैठ… हथेलियों से मुंह ढंक कर आंसू बहाने लगीं…  अभिषेक ड्यूटी को निकल ही रहा था… मां को ऐसे देख हड़बड़ाहट में मां के पास आ गया…” क्या हुआ मां… क्या हो गया… ऐसे क्यों रो रही … Read more

खूबसूरत धोखा – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

राजा एक सात वर्षीय  बच्चा अपने पिता से स्मार्टफोन की  फरमाइश कर रहा है। पापा मुझे स्मार्टफोन ही चाहिये। पर बेटा तुम अभी बहुत छोटे हो ऐसा फोन लेकर  क्या करोगे। तुम्हे बात ही करनी है तो अभी जो फोन तुम्हारे पास है वही ठीक है। नहीं पापा मुझे स्मार्ट फोन ही चाहिए उसमें  बहुत … Read more

कड़वाहट – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

महिमा बचपन से देखती आ रही थी कि उनके घर में सिर्फ़ पिताजी ही बोलते हैं। इस घर में राघवेंद्र जी का राज ही चलता रहा । माँ सवित्री जी ने कभी भी अपना मुँह पिताजी के सामने खोला ही नहीं था। उनके घर पर जो भी आते थे उन्हें ऐसा लगता था कि माँ … Read more

मुखौटा – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

प्रीतम घर का सबसे छोटा बेटा था।तीन बड़े भाई और भाभियों का संयुक्त परिवार था।प्रीतम जब पढ़ाई कर रहा था ,तभी बड़े भाई की दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।दो छोटे-छोटे बच्चे थे,एक बेटा और एक बेटी।प्रीतम के मम्मी -पापा पहले तो बड़ी बहू पर जान छिड़कते थे।सारा घर उसने संभाल रखा था।तीनों देवरों के … Read more

परिधान – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

.. तुमने कुछ कहा ही नहीं इतनी सुंदर ड्रेस मैने पहनी है …तुम्हारा ध्यान कीधर रहता है सुमेर…. रिया कुछ नाराज हो गई थीऔर आखिरी के शब्दो को कहने की तीव्रता इतनी अधिक थी कि रेस्तरां में कई लोग पलट कर उसकी ओर देखने लगे थे। यह सुंदर ड्रेस उसने कल ही खरीदी थी कल्पना … Read more

बारात तो वापस जाएगी – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ देखिए मनोहर जी जो बात तय हुई थी उस पर अमल करिएगा कहीं ऐसा ना हो ऐन मौक़े पर आप मुकर जाए?” जनमासे (जहां पर दूल्हा और सारी बारात को ठहराया जाता है )में लड़के के ताऊजी ने लड़की के के पिता से कहा  मनोहर जी ने सब कुछ अच्छे से इंतज़ाम कर लिया … Read more

आत्महत्या कोई विकल्प नहीं – प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

नीट की परीक्षा उत्तीर्ण ना कर पाने के कारण स्वाति बहुत उदास हो गई थी। कुछ नंबर की ही कमी रह गई वरना पेपर निकल जाता। यह उसका तीसरा प्रयास था उसे पूरी उम्मीद थी कि इस बार क्वालीफाई कर लेगी। ऊपर से समाचारों में नीट की पारदर्शिता पर उठे सवालों से उसका मन और … Read more

न रहने पर ही इंसान की कीमत समझ में आती है – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

कई दिनों बाद आज सरस्वती से मुलाकात हुई, हालांकि वो रहती हमारे मोहल्ले में ही है लेकिन मैं अपने बेटे के पास पूना गई थी चार महीने बाद लौटी हूं ।मिलते ही गले लगकर रोने लगी (दोस्ताना व्यवहार था मेरा सरस्वती के साथ) बड़ा अकेलापन हो गया है जिंदगी में कोई आगे पीछे नहीं है, … Read more

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