दिल का रिश्ता – डॉ निशा शर्मा : Moral Stories in Hindi

 आज सुबह से ही हरी मिर्च खाकर मिट्ठू गा गाकर मगन हो रहा था. जब से मिट्ठू को पता चला था कि शीला मां कोलकाता से आ रही हैं मिट्ठू की तो खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं था. 5 दिन से गई हुई शीला जी के आने की खुशी में मिट्ठू गा गा कर … Read more

बद्दुआओं के फलस्वरूप दुआओं में मिली है बेटियाँ…. – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

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“ सुनो कल दोनों बच्चियाँ घर आ रही है त्योहार पर छुट्टियाँ मनाने तुमने उनकी पसंद का सब सामान ले लिया है ना और हमारे नन्हे शैतानों को कोई कमी नहीं होनी चाहिए ध्यान रहें ।” सिन्हा जी पत्नी सुमेधा जी से बोले “हाँ जी सब ले लिया है…. आप चिंता न करो..और मैंने उस … Read more

गांधारी की पट्टी – पूनम मनु : Moral Stories in Hindi

प्रमिला की सुपुत्री के विवाह का अवसर था। पटड़े पर खड़े होकर जैसे ही प्रमेन्द्र ने लक़दक़ कढ़ाई वाली सुंदर साड़ी, प्रमिला के सिर-कंधे पर औढ़ाई, खुशी का माहौल रंजीदा हो उठा।     तभी-      “भाई, तने मझे कित्ता समझाया पर…” एक भारी आवाज़ ने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। वहां से कुछ दूर अपेक्षाकृत … Read more

पड़ोसन से लिया बदला – नेकराम : Moral Stories in Hindi

दिल्ली के पीतमपुरा में बड़े भाई की शादी को एक महीना बीत चुका था भाभी को लेने के लिए मुझे ही भेजा गया अम्मा ने कहा अपने रिवाज में देवर ही भाभी को उसके मायके से ससुराल लेकर आता है पहले तो मैं आनाकानी करने लगा यह कैसा रिवाज है बड़े भैया को जाना चाहिए … Read more

आखिर उसके साथ ही ऐसा क्यों होता है? – महजबीं : Moral Stories in Hindi

भावना अक्सर सोचती  कि  आखिर उसके साथ ही ऐसा क्यों होता है? लोग उससे बार-बार अपना काम निकालते हैं और जब भावना को मदद चाहिए होती है तो वो कोई बहाना बना कर निकल जाते हैं। और कुछ दिन बाद फिर उसके सामने बेचारे बन कर आ जाते हैं। और वो तो थी कोमलमन की, … Read more

अब कोई शिकायत नहीं – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 ” अब चुप भी हो जा काजल बिटिया….कब तक अपने कीमती आँसू बहाती रहेगी।” नानी की बात सुनकर भी काजल रोती रही और अपने आँसुओं से उनका आँचल भिगोती रही।          अपने माता-पिता की लाडली थी काजल।स्कूल से आकर सहेलियों के संग खेलकर उसका दिन बीत जाता था।एक दिन उसने अपनी माँ से पूछा कि मीना- … Read more

धूप – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

गांव के मोड़ पर जब बस जाकर लगी… तब तक अंधेरा हो चुका था… केडी (कुंजबिहारी दास) तो यह सोचकर बस पर चढ़ा था कि… अंधेरा होने से पहले पहुंच जाऊंगा… पर बरसात के दिनों में… कब समय से पहले अंधेरा कर दे… क्या भरोसा…ऊपर से बस का सफर… समय आगे पीछे हो ही जाता … Read more

नया सवेरा – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 देखो सुजीत, पापा अब रिटायर हो गये हैं, मैं इस उम्र में अब उन्हें अपने पास रखना चाहता हूँ।यहां अकेले रहेंगे ये उचित नही होगा।    ठीक है भैय्या ऐसा करते हैं, पापा को आप अपने पास रख लो और मम्मी को मैं अपने साथ ले जाता हूँ।       नहीं-नहीं, दोनो अलग अलग कैसे रह सकते हैं,ये … Read more

काम ज्यादा है – पूनम भटनागर : Moral Stories in Hindi

अरे रोशनी तू तो इस नाटक में अभिनय करने को लेकर सीरियस हो रही है। ये, सीरियस क्यों ‌नही होगी , हीरो सुरेश जो है। बबिता ने रोशनी की तरफ देखते हुए कहा। नहीं , नहीं ऐसी कोई बात नहीं। बस इसमें रोल अहम है सोचा काम कर ही लूं। कुछ भी हो, सुरेश इसका … Read more

अफसर बेटा – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

   माँ…माँ…ननका भाई आ रहा है…. सरकारी दौरे पर इधर आना हो रहा था तो बोल रहा है घर आकर सबसे मिलकर जाऊंगा….. फोन आया था…. मोना ननका आ रहा है घर में सब चीजें तो है ना…! बड़ा भाई कनका (कनक)  ने एक ही साँस में खुश होते हुए कहा…  हां भाई हां ….मैंने सुन … Read more

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