मेरी सुलू – अनुपमा
सुलु जरा इधर सुन तो , भाभी की आवाज सुन कर सुलू ने भी आवाज से प्रति उत्तर दिया आई ई ई ई भाभी और फौरन ही भाभी के सामने जा कर खड़ी हो गई । सुलु हमेशा से ऐसे ही है दस साल की उम्र से वो भाभी के पास ही रह रही है … Read more
सुलु जरा इधर सुन तो , भाभी की आवाज सुन कर सुलू ने भी आवाज से प्रति उत्तर दिया आई ई ई ई भाभी और फौरन ही भाभी के सामने जा कर खड़ी हो गई । सुलु हमेशा से ऐसे ही है दस साल की उम्र से वो भाभी के पास ही रह रही है … Read more
निधि एक सपने को लेकर फ़िल्म इंडस्ट्री में आई थी कि एक सफल अभिनेत्री बनेंगे और देश भर में उसका नाम होगा , माता पिता भाई की का मन नही था कि वह मॉडलिंग के व्यवसाय को अपनाएं पर निधि ने स्वयं निर्णय लिया और मुम्बई आ गई, कुछ जगह जाकर इंटरव्यू दिये सुंदर तो … Read more
रूपा के पिता जब लड़के वाले के यहां मिठाई लेकर रूपा के रिश्ते हेतु पहुंचे तो अपनी सुंदर सुशील शिक्षित बेटी के गुणों का बखान करने लगे, राहुल जो पास में बैठा था बोला सब तो ठीक है पर हंमे बुलेट मोटरसाइकिल चाहिये दहेज में, रूपा के पिता कुछ समझ पाते उससे पहले ही लड़के … Read more
जब से छोटी बहू को काल ने असमय दुनियां छोड़ने पर मजबूर किया था, तब से माँ जी को जैसे आघात सा लग गया था। हमेशा यही कहकर रोती रहती ,कि पहले भगवान ने मुझे क्यों नहीं उठाया। बहू दो नन्हे-नन्हे बच्चों को छोड़ गई थी। बच्चों पर नजर पड़ते ही उनके दिल में हूक … Read more
टेबल पर रखे लैपटॉप को तौलिये से पोछते हुए उसने पत्नी से पुछा- “माँ का फोन आया था क्या?” “नहीं अभी तक तो नहीं। पर क्यूँ?”माँ की याद आ रही है? “नहीं मैं सोच रहा था कि इधर मैं काम में इतना व्यस्त था कि फोन करने का ध्यान नहीं रहा। पत्नी ने कहा-“तो क्या … Read more
मार्केट जाते समय पति ने सीमा को टोका -” ध्यान रखना कोई कमी नहीं होनी चाहिए शादी की खरीदारी में। सारा पसंद मेरी बहन की होनी चाहिए। हाँ और एक बात… अपने लिये मत मार्केटिंग करने लगना ।जो भी पहले से है उसी से काम चला लेना। स्वीटी को जिस भी चीज की जरूरत है … Read more
“माँ…सुबह-सुबह क्या खटर -पटर कर कर रही हो किचेन में?” “अरे बेटा कुछ नहीं, तू बहन के घर जा रहा है…सोचा कुछ अच्छा बना देती हूं ले जाने के लिए। दो-दो खुशियां हैं इसीलिए। “दो दो खुशियां?” “हाँ और नहीं तो क्या! एक तो राखी का दिन और दूसरा एक साल बाद तू बहन के … Read more
ये रात को हेड्क की दवाई खाने के बाद नींद बड़ी अच्छी आती हैं इतनी की काम पर जाने के लिए सुबह नींद से जागना बड़ा दुशवार सा लगता है ।पिछले एक महीने कि तरह आज लड़का फिर देरी से आफिस पहुंचा। आफिस पहुचते ही रोज की तरह किच-किच शुरू हो गई । किसी तरह … Read more
अक्षरा कई वर्षों के बाद मई के महीने में मायके आयी थी। सबलोग बड़ी आवभगत कर रहे थे, भई अकेली बिटिया थी, परिवार की, ये तो होना ही था। चाचा के दो बेटे थे, चाची भी दिनभर में कई बार विभिन्न पकवान बना कर उसे खिलाने आती थी। फिर भी, पापा की नजरें उंसकी उदासी … Read more
चावल भरे कलश को आंगन में बिखेर कर कृतना ने दुल्हन के रूप में ससुराल में पहला कदम रखा था.चाची सास सन्ध्या देवी ने कृतना के दोनों पांव कुमकुम भरी थाल में रखवाए.कुमकुम रंगे पैरों से कदमो के निशान बनाती कृतना जैसे जैसे घर के अंदर आ रही थी वेसे वेसे सारे मेहमान तालिया बजा … Read more